दो साल से फरार आरोपी रजत को रानीपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार, 2023 में किसी और के नाम से फर्जी तरीके से C.I.S.F. की परीक्षा देने के हैं आरोप
साढ़े पांच लाख रुपए में हुई थी बदले में भर्ती लिखित परीक्षा देने की डील,अन्य आरोपित को पुलिस ने 2023 में ही गिरफ्तार कर भेजा था जेल

इन्तजार रजा हरिद्वार -दो साल से फरार आरोपी रजत को रानीपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार, 2023 में किसी और के नाम से फर्जी तरीके से C.I.S.F. की परीक्षा देने के हैं आरोप.….……..साढ़े पांच लाख रुपए में हुई थी बदले में भर्ती लिखित परीक्षा देने की डील,अन्य आरोपित को पुलिस ने 2023 में ही गिरफ्तार कर भेजा था जेल
मामला और घटना की जानकारी:.. 2023 में, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (C.I.S.F.) की भर्ती परीक्षा के दौरान एक धोखाधड़ी का मामला सामने आया था। यह घटना कोतवाली रानीपुर के थाना क्षेत्र में घटी, जब डिप्टी कमांडेंट ओमवीर सिंह द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई। शिकायत में बताया गया कि बुधराज पुत्र रामफल, निवासी भंडेरी बराड़ा, सोनीपत (हरियाणा) और रजत, निवासी उपरोक्त, ने मिलकर धोखाधड़ी की। बुधराज ने शारीरिक परीक्षा में किसी और के अंगूठे के निशान का इस्तेमाल किया, जबकि रजत ने फर्जी तरीके से लिखित परीक्षा दी थी।
इस घटना को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। धोखाधड़ी की धारा 419, 420 और 120B के तहत मु.अ.सं. 213/23 पंजीकृत हुआ। रानीपुर पुलिस ने बुधराज को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन रजत फरार हो गया था और उसकी तलाश जारी थी।
पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई और आरोपी की गिरफ्तारी:.. रानीपुर पुलिस को आरोपी रजत की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास करने पड़े। आरोपी रजत ने साल 2023 से फरार होकर कई स्थानों पर छिपने की कोशिश की थी। पुलिस ने रजत की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न जगहों पर छापेमारी की, लेकिन वह हमेशा पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा। बावजूद इसके, पुलिस ने उसे दबोचने के लिए अन्य प्रदेशों में भी कई बार दबिश दी। इसके बाद, 28 मार्च 2025 को रानीपुर पुलिस ने आरोपी रजत से संपर्क किया और वह थाने पर स्वयं उपस्थित हुआ।
रानीपुर पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में रजत ने सारी बातों का खुलासा किया। रजत ने बताया कि उसका साथी बुधराज सीआईएसएफ की भर्ती के दौरान हरिद्वार में शारीरिक परीक्षा देने के दौरान पकड़ा गया था। इस पूरी घटना के बदले रजत ने बुधराज की ओर से लिखित परीक्षा दी थी और बदले में बुधराज ने उसे ₹550,000/- दिए थे। इस रकम के बदले, रजत ने फर्जी तरीके से परीक्षा दी और भर्ती प्रक्रिया को धोखाधड़ी से पूरा किया।
आरोपी की पहचान:….रजत का नाम रामलाल का पुत्र है और वह सोनीपत जिले के कासन्दा गांव का निवासी है। वह गोहाना थाना क्षेत्र का रहने वाला है। रजत की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 419, 420 और 120B के तहत कार्रवाई की है। रजत को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस टीम की भूमिका:…..रानीपुर पुलिस ने इस मामले में प्रमुख भूमिका निभाई। पुलिस टीम की कड़ी मेहनत और प्रयासों के कारण ही फरार आरोपी रजत को गिरफ्तार किया जा सका। इस टीम का नेतृत्व रानीपुर के प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भण्डारी ने किया, जबकि उप निरीक्षक अर्जुन कुमार और कांस्टेबल रमेश रावत ने भी पूरी ईमानदारी से इस मामले की जांच की और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की। पुलिस टीम की सफलता ने यह साबित कर दिया कि कानून से बचने वाले अपराधियों के लिए कहीं भी कोई जगह सुरक्षित नहीं है।आरोपी रजत के खिलाफ अब विधिक कार्यवाही की जा रही है। पुलिस ने मामले को अदालत में पेश किया और उम्मीद की जा रही है कि उसे सजा दिलवाने में पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
इस घटना से यह स्पष्ट है कि सीआईएसएफ जैसी महत्वपूर्ण भर्ती प्रक्रिया में धोखाधड़ी की घटनाएं किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी और कानून इसका सख्ती से सामना करेगा।