चार्ज संभालते ही भगवानपुर क्षैत्र में एक्शन मोड़ पर अलर्ट एसडीएम अजय वीर सिंह, ग्राम चोली छापर व इमलीखेड़ा में शराब के ठेकों पर छापेमारी, उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई,भारी अनियमितताएं मिलने पर सख्त कार्रवाई के संकेत, जनहित में की गई कार्यवाही

इन्तजार रजा हरिद्वार- चार्ज संभालते ही भगवानपुर क्षैत्र में एक्शन मोड़ पर अलर्ट एसडीएम अजय वीर सिंह, ग्राम चोली छापर व इमलीखेड़ा में शराब के ठेकों पर छापेमारी, उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई,भारी अनियमितताएं मिलने पर सख्त कार्रवाई के संकेत, जनहित में की गई कार्यवाही
हरिद्वार, 28 अप्रैल 2025:
जिलाधिकारी महोदय के निर्देशों के अनुपालन में उपजिलाधिकारी भगवानपुर, श्री अजयवीर सिंह के नेतृत्व में ग्राम चोली छापर और इमलीखेड़ा के शराब के ठेकों पर औचक छापेमारी की गई। इस कार्रवाई के दौरान भारी अनियमितताएं पाई गईं, जिससे प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए आगे सख्त कदम उठाने के संकेत दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिलाधिकारी महोदय द्वारा जनहित में अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने तथा ठेकों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी क्षेत्रीय उपजिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में निरीक्षण के आदेश दिए गए थे। इसी क्रम में नव नियुक्त उपजिलाधिकारी भगवानपुर श्री अजयवीर सिंह ने अपने दल के साथ ग्राम चोली छापर व इमलीखेड़ा के विभिन्न शराब विक्रय केंद्रों पर छापेमारी कर स्थिति का जायजा लिया।
ठेकों में मिलीं कई अनियमितताएं
छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने स्टॉक रजिस्टर, बिक्री रजिस्टर तथा अनुज्ञप्ति शर्तों का गहन परीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कई दुकानों में स्टॉक रजिस्टर अद्यतन नहीं थे, बिक्री रजिस्टर में हेरफेर किया गया था तथा तय मूल्य से अधिक दरों पर शराब बेची जा रही थी।
इसके अलावा, कुछ ठेकों पर निर्धारित मानकों के विपरीत, ग्राहकों को खुले में शराब पिलाई जा रही थी, जोकि स्पष्टतः नियमों का उल्लंघन है। लाइसेंस की शर्तों के अनुरूप दुकान का संचालन न करना गंभीर लापरवाही की श्रेणी में आता है।
श्री अजयवीर सिंह ने मौके पर ही संबंधित ठेकेदारों से पूछताछ की तथा स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि भविष्य में भी इसी प्रकार की अनियमितताएं पाई गईं तो उनके लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे और कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
जनहित में की गई कार्यवाही
छापेमारी के बाद उपजिलाधिकारी महोदय ने कहा कि प्रशासन जनहित के मुद्दों पर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शराब की दुकानों के संचालन में पारदर्शिता और अनुशासन सुनिश्चित करना अनिवार्य है, ताकि अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके और समाज में सही संदेश जाए।
उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों पर अवैध गतिविधियों की शिकायतें लगातार मिल रही थीं, जिसके चलते यह त्वरित कार्रवाई की गई। इस कार्यवाही का मुख्य उद्देश्य न केवल नियमों का पालन कराना है बल्कि समाज में बढ़ रहे असामाजिक तत्वों पर भी लगाम लगाना है।
उपजिलाधिकारी ने क्षेत्रीय जनता से भी अपील की कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की अनियमितता की जानकारी हो तो वे प्रशासन को तत्काल सूचित करें ताकि उचित समय पर कार्रवाई की जा सके।
आगे भी जारी रहेंगी औचक जांचें
प्रशासन ने संकेत दिया है कि भविष्य में भी इसी प्रकार की औचक छापेमारी जारी रहेगी। विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां से अनियमितता की शिकायतें अधिक आती हैं, वहाँ नियमित रूप से निरीक्षण किया जाएगा।
उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह ने स्पष्ट किया कि किसी भी दुकान मालिक को नियमों का उल्लंघन करने की छूट नहीं दी जाएगी। नियमों का पालन करना प्रत्येक ठेकेदार का दायित्व है और यदि कोई भी इस दायित्व से चूकता है तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। ग्राम इमलीखेड़ा और चोली छापर के निवासियों ने कहा कि अक्सर ठेकों के आसपास असामाजिक गतिविधियां बढ़ जाती हैं, जिससे महिलाओं और बच्चों को असुविधा होती है। ऐसे में प्रशासन द्वारा की गई यह कार्रवाई अत्यंत सराहनीय है।
ग्रामीणों ने आशा व्यक्त की कि आगे भी प्रशासन इसी प्रकार कड़ी निगरानी बनाए रखेगा जिससे क्षेत्र में शांति और अनुशासन बना रहेगा।
जिलाधिकारी के आदेश पर की गई इस कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया है कि हरिद्वार जिला प्रशासन अवैध व अनियमित गतिविधियों के खिलाफ सख्त है। उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह की नेतृत्व क्षमता और त्वरित निर्णय लेने की नीति ने एक मजबूत संदेश दिया है कि शासन-प्रशासन जनहित के मामलों में गंभीरता से कार्रवाई करेगा। आने वाले समय में यदि इसी तरह की सजगता और पारदर्शिता बनी रहती है तो निश्चय ही क्षेत्र में अनुशासन और कानून व्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।