अपराधउत्तराखंडएक्सक्लूसिव खबरेंदेहारादूनधर्म और आस्थापॉलिटिकल तड़काप्रशासनशिक्षासाहित्यसाहित्य जगतस्वास्थ्य

चारधाम यात्रा: सुरक्षित, सुगम और शांतिपूर्ण तीर्थयात्रा के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध, जिलाधिकारी और एसएसपी का निरीक्षण: श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा प्राथमिकता, नारसन बॉर्डर और रूड़की बस स्टेशन में व्यवस्थाओं का जायजा, कड़े निर्देश जारी

 इन्तजार रजा हरिद्वार- चारधाम यात्रा: सुरक्षित, सुगम और शांतिपूर्ण तीर्थयात्रा के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध,
जिलाधिकारी और एसएसपी का निरीक्षण: श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा प्राथमिकता,
नारसन बॉर्डर और रूड़की बस स्टेशन में व्यवस्थाओं का जायजा, कड़े निर्देश जारी

हरिद्वार, 05 मई 2025: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है, को सुरक्षित, सुगम और शांतिपूर्ण बनाने के लिए हरिद्वार जिला प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से तत्पर हैं। इस दिशा में, जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने नारसन बॉर्डर पर स्थित चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र और रूड़की बस स्टेशन का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यात्रा से संबंधित विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।नारसन बॉर्डर: चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वारनारसन बॉर्डर, जो उत्तराखंड और हरिद्वार जनपद का प्रवेश द्वार है, चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का पहला पड़ाव है। यहां स्थापित चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि यात्रा को सरल, सुखद और सुरक्षित बनाने के लिए शासन और प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंजीकरण प्रक्रिया को इतना सुगम बनाया जाए कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।पंजीकरण केंद्र पर ग्रीन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया पर विशेष ध्यान देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रीन कार्ड बनवाने में किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने जोर देकर कहा कि ग्रीन कार्ड जारी करते समय वाहनों के सुरक्षा मानकों का कड़ाई से परीक्षण किया जाए। वाहनों की तकनीकी जांच, ब्रेक सिस्टम, टायरों की स्थिति और अन्य सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विशेष टीमें तैनात करने के निर्देश दिए गए।

इसके अलावा, जिलाधिकारी ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ने पर पंजीकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए। उन्होंने स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए कहा, ताकि यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की शारीरिक स्थिति का आकलन किया जा सके। खासकर, उच्च हिमालयी क्षेत्रों में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह जांच महत्वपूर्ण है, क्योंकि वहां का मौसम और ऊंचाई स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।रूड़की बस स्टेशन: व्यवस्थाओं में सुधार के लिए कड़े निर्देशनारसन बॉर्डर के निरीक्षण के बाद, जिलाधिकारी और एसएसपी ने रूड़की बस स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। यह बस स्टेशन चारधाम यात्रा के लिए महत्वपूर्ण पड़ावों में से एक है, जहां से हजारों श्रद्धालु अपनी यात्रा शुरू करते हैं। निरीक्षण के दौरान, बस स्टेशन की अव्यवस्थित स्थिति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। पूछताछ केंद्र और एजीएम के कार्यालय में कोई कर्मचारी मौजूद न होने पर उन्होंने कड़ा रुख अपनाया और संबंधित अधिकारियों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए।बस स्टेशन परिसर में सफाई व्यवस्था की कमी को देखते हुए जिलाधिकारी ने सफाई कार्यों को प्राथमिकता देने और नियमित निगरानी सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने परिसर में मौजूद जीर्ण-शीर्ण भवनों को तत्काल ध्वस्त करने के निर्देश दिए, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही, बस स्टेशन से संचालित होने वाली सभी बसों में फर्स्ट एड किट की अनिवार्यता पर जोर दिया गया।जिलाधिकारी ने टाइम कीपर को कर्मचारियों की ड्यूटी नियमित और व्यवस्थित रूप से लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बसों का संचालन समय पर होना चाहिए और यात्रियों को सही जानकारी उपलब्ध कराई जानी चाहिए। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने भी बस स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए कहा। उन्होंने पुलिस कर्मियों को यात्रियों के साथ विनम्रता से पेश आने और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करने के लिए प्रेरित किया।प्रशासन और पुलिस का समन्वय: यात्रा की सफलता की कुंजीचारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन और पुलिस के बीच आपसी समन्वय को जिलाधिकारी ने सबसे महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बेहतर तालमेल के साथ कार्य करें और श्रद्धालुओं की हर छोटी-बड़ी समस्या का त्वरित समाधान करें। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को सही और सटीक जानकारी उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए पंजीकरण केंद्रों और बस स्टेशनों पर सूचना केंद्र स्थापित किए जाएं, जहां प्रशिक्षित कर्मचारी तैनात हों।जिलाधिकारी ने सभी कर्मचारियों को यात्रियों के साथ विनम्र और सहयोगात्मक व्यवहार करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा न केवल एक तीर्थयात्रा है, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का भी प्रतीक है। इसलिए, प्रत्येक कर्मचारी की जिम्मेदारी है कि वह यात्रियों को एक सुखद और यादगार अनुभव प्रदान करे।यात्रा की सुरक्षा और स्वास्थ्य: प्राथमिकताचारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। ग्रीन कार्ड के लिए वाहनों की कड़ाई से जांच, स्वास्थ्य जांच केंद्रों की स्थापना, और बसों में फर्स्ट एड किट की उपलब्धता जैसे कदम यात्रा को सुरक्षित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, यात्रा मार्गों पर पुलिस और प्रशासनिक टीमें तैनात की गई हैं, जो किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार हैं।एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि यात्रा मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके साथ ही, यातायात प्रबंधन के लिए विशेष योजनाएं लागजारी की गई हैं, ताकि यात्रा के दौरान जाम की स्थिति से बचा जा सके।निष्कर्ष: एक सुखद और सुरक्षित यात्रा की गारंटीहरिद्वार प्रशासन और पुलिस की ओर से किए गए इन प्रयासों से यह स्पष्ट है कि चारधाम यात्रा को श्रद्धालुओं के लिए एक सुखद, सुरक्षित और शांतिपूर्ण अनुभव बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। नारसन बॉर्डर पर पंजीकरण केंद्र और रूड़की बस स्टेशन के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी और एसएसपी ने जो कदम उठाए, वे यात्रा की सफलता के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं।इस दौरान, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल, एसपी यातायात जितेंद्र मेहरा, सीओ मंगलौर विवेक कुमार, तहसीलदार रुड़की विकास अवस्थी, एआरटीओ प्रशासन एल्विन रॉक्सी, एआरटीओ प्रवर्तन कृष्ण चंद पलड़िया, टीएस अमिता सैनी, फॉर्मेन जगदीश बहुगुणा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button
× Contact us