किसानों का बहादराबाद में धरना खत्म: प्रशासन और सरकार के आश्वासन से बनी सहमति,, स्मार्ट मीटर को लेकर किसानों की नाराजगी थमी, अब जागरूकता अभियान के बाद ही होंगे बदलाव,, डीएम-एसएसपी पहुंचे धरना स्थल, थाना इंचार्ज के ट्रांसफर की पुष्टि, किसान नेताओं ने जताया संतोष
बहादराबाद टोल प्लाजा पर पिछले पांच दिनों से चल रहा किसानों का धरना आखिरकार सोमवार को समाप्त हो गया। किसानों और प्रशासन के बीच लगातार संवाद और मुख्यमंत्री से किसान प्रतिनिधि मंडल की मुलाकात के बाद यह निर्णय लिया गया। किसानों ने अपनी प्रमुख मांगें मुख्यमंत्री के सामने रखीं, जिनमें स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर हो रही जोर-जबरदस्ती पर सवाल शामिल, मुख्यमंत्री ने सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसानों ने धरना खत्म करने का एलान किया

इन्तजार रजा हरिद्वार- किसानों का बहादराबाद में धरना खत्म: प्रशासन और सरकार के आश्वासन से बनी सहमति,,
स्मार्ट मीटर को लेकर किसानों की नाराजगी थमी, अब जागरूकता अभियान के बाद ही होंगे बदलाव,,
डीएम-एसएसपी पहुंचे धरना स्थल, थाना इंचार्ज के ट्रांसफर की पुष्टि, किसान नेताओं ने जताया संतोष
हरिद्वार। बहादराबाद टोल प्लाजा पर पिछले पांच दिनों से चल रहा किसानों का धरना आखिरकार सोमवार को समाप्त हो गया। किसानों और प्रशासन के बीच लगातार संवाद और मुख्यमंत्री से किसान प्रतिनिधि मंडल की मुलाकात के बाद यह निर्णय लिया गया। किसानों ने अपनी प्रमुख मांगें मुख्यमंत्री के सामने रखीं, जिनमें स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर हो रही जोर-जबरदस्ती और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल शामिल थे। मुख्यमंत्री ने सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसानों ने धरना खत्म करने का एलान किया।
धरना खत्म होने के बाद हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल खुद बहादराबाद टोल प्लाजा पहुंचे। यहां दोनों अधिकारियों ने धरना स्थल पर मौजूद किसानों को विश्वास दिलाया कि उनकी समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता पर होगा। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि अब तहसील स्तर पर नियमित रूप से किसान दिवस का आयोजन किया जाएगा, ताकि किसान अपनी समस्याएं सीधे अधिकारियों के सामने रख सकें और उनका समाधान मौके पर ही हो सके।
स्मार्ट मीटर पर मचा था विवाद
धरने का सबसे बड़ा मुद्दा बिजली विभाग द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर को लेकर था। किसानों का आरोप था कि बिजली विभाग उनकी सहमति के बिना मीटर बदलने का काम कर रहा है, जिससे उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा। किसानों का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की अनियमित आपूर्ति के बीच अचानक स्मार्ट मीटर थोपना किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है।
इस पर डीएम हरिद्वार मयूर दीक्षित ने किसानों को आश्वस्त किया कि स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया किसी पर थोपी नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि “सरकार का उद्देश्य लोगों पर दबाव बनाना नहीं बल्कि उन्हें तकनीकी बदलाव की जानकारी देना है। पहले जागरूकता कैंप आयोजित किए जाएंगे, और केवल वही उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लगवाएंगे जो इसके लिए सहमत होंगे।”
धरने के दौरान किसानों की नाराजगी का एक और कारण बहादराबाद थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर नरेश राठौर के खिलाफ था। किसानों का आरोप था कि थाना इंचार्ज किसानों की समस्याओं को अनदेखा कर रहे हैं और उनके साथ व्यवहार भी उचित नहीं है। इस मामले में धरना स्थल पर पहुंचे एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने घोषणा की कि इंस्पेक्टर नरेश राठौर का ट्रांसफर चमोली कर दिया गया है।
एसएसपी ने कहा कि किसानों की भावनाओं का सम्मान करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आगे भी किसानों की समस्याओं और शिकायतों को गंभीरता से सुना जाएगा।
किसान नेताओं ने जताया संतोष
धरना समाप्त करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी प्रकार का टकराव नहीं बल्कि अपनी समस्याओं को सामने रखना था। किसान नेता संजय चौधरी ने कहा कि “मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद हमें विश्वास मिला कि किसानों की आवाज को सुना जा रहा है। जिला प्रशासन ने भी हमें लिखित और मौखिक आश्वासन दिया है कि स्मार्ट मीटर जबरदस्ती नहीं लगाए जाएंगे और तहसील स्तर पर किसान दिवस की बैठकें होंगी। ऐसे में फिलहाल हमने धरना खत्म करने का निर्णय लिया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि यदि आगे चलकर किसानों से किए गए वादे पूरे नहीं होते तो आंदोलन फिर से शुरू किया जा सकता है।
प्रशासन ने दिखाई संवेदनशीलता
धरना स्थल पर पहुंचे जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने किसानों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रशासन हमेशा किसानों के हित में खड़ा है। उन्होंने कहा कि “किसान देश और समाज की रीढ़ हैं। उनकी समस्याओं का समाधान करना हमारी प्राथमिकता है। स्मार्ट मीटर के मामले में किसी पर दबाव नहीं बनाया जाएगा। हम पहले जागरूकता कैंप लगाएंगे, और सहमति से ही मीटर बदले जाएंगे।”
वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने किसानों को विश्वास दिलाया कि पुलिस विभाग उनकी सुरक्षा और सुविधा के लिए है। उन्होंने कहा कि थाना स्तर पर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
फिलहाल शांत हुआ विवाद
मुख्यमंत्री से आश्वासन और प्रशासन की तत्परता के बाद फिलहाल बहादराबाद टोल प्लाजा पर पांच दिन से चल रहा धरना शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो गया। किसानों ने प्रशासन को धन्यवाद दिया और भविष्य में अपने मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से उठाने का संकल्प लिया।
धरना खत्म होने से आम जनता और ग्रामीण क्षेत्रों में भी राहत की भावना देखने को मिली। पांच दिन से लगातार धरने की वजह से स्थानीय स्तर पर तनाव की स्थिति बनी हुई थी। अब किसानों और प्रशासन के बीच बनी सहमति से माहौल सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही है।
संजय चौधरी, किसान नेता
“हमारी लड़ाई किसानों के अधिकारों के लिए थी। मुख्यमंत्री और प्रशासन ने आश्वासन दिया है, इसी भरोसे पर हमने धरना खत्म किया है। लेकिन अगर वादे पूरे नहीं हुए तो किसान फिर से सड़क पर उतरेंगे।”
मयूर दीक्षित, डीएम हरिद्वार
“स्मार्ट मीटर जबरदस्ती नहीं लगाए जाएंगे। पहले जागरूकता कैंप होंगे और सहमति से ही मीटर बदले जाएंगे। किसान दिवस के माध्यम से किसानों की समस्याओं का निस्तारण नियमित रूप से किया जाएगा।”
बाइट – प्रमेंद्र सिंह डोबाल, एसएसपी हरिद्वार
“किसानों की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए बहादराबाद थाना इंचार्ज का ट्रांसफर कर दिया गया है। किसानों की सुरक्षा और सुविधा हमारी प्राथमिकता है। पुलिस विभाग उनकी भावनाओं का सम्मान करता है।”
इस प्रकार, बहादराबाद टोल प्लाजा का किसान धरना फिलहाल समाप्त हो चुका है। किसानों और प्रशासन के बीच बनी यह सहमति आने वाले दिनों में किस रूप में असर डालेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।