कांवड़ यात्रा के बाद हरिद्वार में राहत,, एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा की सतर्क निगरानी और योजना का असर,, अब आम नागरिकों के लिए सामान्य हुई यातायात व्यवस्था

इन्तजार रजा हरिद्वार- कांवड़ यात्रा के बाद हरिद्वार में राहत,,
एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा की सतर्क निगरानी और योजना का असर,,
अब आम नागरिकों के लिए सामान्य हुई यातायात व्यवस्था
हरिद्वार, 23 जुलाई 2025।
कांवड़ मेला 2025 के दौरान करोड़ों शिवभक्तों की आवाजाही से प्रभावित हरिद्वार की यातायात व्यवस्था अब सामान्य हो चुकी है। जहां बीते दिनों शहर की सड़कों पर भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा था, वहीं अब पुनः आम नागरिकों के लिए आवागमन सरल और सहज बना दिया गया है। इसके पीछे सबसे बड़ा श्रेय जाता है एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा और उनकी टीम को, जिन्होंने विशेष ट्रैफिक एक्शन प्लान के माध्यम से भारी दबाव के बावजूद व्यवस्था को बिखरने नहीं दिया।
भीड़ का ऐतिहासिक दबाव, लेकिन नहीं टूटी व्यवस्था
कांवड़ यात्रा के चरम पर हरिद्वार में चार करोड़ पंद्रह लाख से अधिक श्रद्धालुओं की आवाजाही दर्ज की गई। हर की पैड़ी, भीमगौड़ा, ऋषिकुल, चंडी घाट, सप्तऋषि और शंकराचार्य चौक जैसे प्रमुख स्थानों पर भारी भीड़ रही। लेकिन इसके बावजूद कहीं कोई गंभीर जाम या अफरा-तफरी की स्थिति नहीं बनी।
एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा ने पहले ही स्पष्ट किया था कि इस बार की योजना “माइक्रो-मैनेजमेंट और रीयल-टाइम मॉनिटरिंग” के सिद्धांतों पर आधारित थी। खासकर शहर में बनाए गए 26 बैरियर प्वाइंट, डायवर्जन मार्ग, और नए पार्किंग जोन ने भीड़ को नियंत्रित करने में बड़ी भूमिका निभाई।
आम जनमानस के लिए राहत
अब जब मुख्य कांवड़ यात्रा का चरण समाप्त हो गया है, तो ट्रैफिक विभाग ने मुख्य सड़कों से सभी अस्थायी डायवर्जन हटा दिए हैं। एनएच-58, दिल्ली रोड, ज्वालापुर और रेलवे स्टेशन क्षेत्र में अब यातायात सुगमता से चल रहा है। एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा ने बताया, “हमने चरणबद्ध तरीके से डायवर्जन हटाकर यातायात सामान्य किया है, ताकि आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।”
पुलिस और प्रशासन का समन्वय सराहनीय
इस समूची प्रक्रिया में ट्रैफिक पुलिस, सिविल पुलिस, होमगार्ड्स और प्रशासनिक अधिकारियों का आपसी समन्वय अनुकरणीय रहा। डीएम मयूर दीक्षित और एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने स्वयं फील्ड में जाकर स्थिति का जायजा लिया और हर जरूरत के अनुसार तुरंत निर्णय लिए।
नागरिकों का सहयोग भी अहम
हरिद्वारवासियों ने भी इस दौरान जबरदस्त संयम और सहयोग दिखाया। कई क्षेत्रों में स्थानीय निवासियों ने वैकल्पिक मार्गों का उपयोग किया और पुलिस की हिदायतों का पालन किया। यही वजह है कि इतनी विशाल भीड़ के बावजूद हरिद्वार में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
कांवड़ यात्रा 2025 में रिकॉर्ड भीड़ के बावजूद हरिद्वार की ट्रैफिक व्यवस्था का न बिखरना प्रशासनिक दक्षता का प्रमाण है। अब जब शहर अपनी सामान्य गति में लौट आया है, आम जनमानस ने भी प्रशासन और विशेष रूप से एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा की भूमिका की प्रशंसा की है। यह उदाहरण बताता है कि बेहतर योजना, आधुनिक तकनीक और सामूहिक सहभागिता से हर चुनौती को अवसर में बदला जा सकता है।