खाने में थुकने,मुतने व खाने को अशुद्ध करने के वायरल वीडियो पर बाबा रामदेव के ब्यान से हलचल के बाद मुस्लिम उलेमाओं ने भी रखी अपनी बात, ऐसा घिनौना काम करने वालो के साथ न बरतें नरमी, किसी भी धर्म समुदाय से जुड़ा हो आरोपी निष्पक्ष कार्रवाई जरुरी
हरिद्वार में ज्वालापुर के मदरसा दारुल उलूम रशीदिया में मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल की बैठक के बाद उलेमाओं ने खाने में थूकने,मुतने इत्यादि जैसी घटनाओं की घोर निंदा करते हुए प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई
इन्तजार रजा हरिद्वार- खाने में थुकने,मुतने व खाने को अशुद्ध करने के वायरल वीडियो पर बाबा रामदेव के ब्यान से हलचल के बाद मुस्लिम उलेमाओं ने भी रखी अपनी बात, ऐसा घिनौना काम करने वालो के साथ न बरतें नरमी, किसी भी धर्म समुदाय से जुड़ा हो आरोपी निष्पक्ष कार्रवाई जरुरी
खाने-पीने के सामान में थूकने मुतने इत्यादि मिलाकर देने की वायरल वीडियो और फोटोज घटनाओं पर बाबा रामदेव के ब्यान के बाद मुस्लिम धर्मगुरु भी खुलकर अपनी राय रखने के लिए सामने आ गये है। बता दें कि हरिद्वार में ज्वालापुर के मदरसा दारुल उलूम रशीदिया में मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल की बैठक के बाद उलेमाओं ने खाने में थूकने,मुतने इत्यादि जैसी घटनाओं की घोर निंदाकरते हुए प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है।
मुस्लिम समुदाय के मौलानाओं और उलेमाओं ने यह भी साफ किया है कि यदि कोई मुस्लिम समाज का आदमी ऐसी हरकत करता है तो इस्लाम में ऐसे लोगों के लिए कोई जगह नहीं है हरिद्वार में ज्वालापुर के मदरसा दारुल उलूम रशीदिया में मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल की बैठक को संबोधित करते हुए जमीयत उलेमा ए हिंद के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद आरिफ कासमी ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर भोजन को अशुद्ध करने से जुड़ी कुछ वीडियो प्रसारित हो रही हैं। अगर कोई मुस्लिम समाज का आदमी ऐसी हरकत करता है तो उसे कतई भी माफ नहीं किया जा सकता हालांकि उन्होंने कहा कि मामले की पूरी जानकारी करने के बाद प्रशासन को इसमें ठोस कार्रवाई करनी चाहिए,
खाने पीने की चीजों में थूक कर या अन्य आपत्तिजनक चीजें मिलाकर देने के मामले में बाबा रामदेव के ब्यान के बाद ज्वालापुर से मुस्लिम संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल मौलाना मोहम्मद आरिफ कासमी सहित कई अन्य मुस्लिम समाज के लोगों ने सामने आकर सफाई दी है। हरिद्वार के ज्वालापुर स्थित ईदगाह मदरसे में जमीयत उलामा संगठन से जुड़े मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इन आरोपों का खंडन किया है। मुस्लिम धर्म गुरुओं का कहना है कि मुसलमान कभी इतनी गिरी हुई हरकत नहीं कर सकता। देश में हिंदू मुस्लिम हमेशा से प्रेम और भाईचारे के साथ रहे हैं। कुछ लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए हिंदू मुस्लिम के बीच में खाई खोदने की कोशिश कर रहे हैं। मुस्लिम धर्म गुरुओं और सामाजिक लोगों ने स्पष्ट किया कि अगर किसी भी धर्म का कोई भी व्यक्ति खाने पीने की चीजों में थूक कर या आपत्तिजनक चीज मिलाकर देता है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन इक्के दुक्के लोगों की वजह से पूरी कौम को निशाना बनाया जाना गलत है।
जिससे मुस्लिम समाज की छवि खराब हो रही है। कुछ लोग षड़यंत्र के तहत हिंदू मुस्लिम समुदाय के बीच एकता और भाईचारे को समाप्त कर बांटने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खाने पीने की चीजें रिज्क या अन्न इंसान या फिर पुरी दुनिया के लिए खुदा की बड़ी देन और नैमत है।इस्लाम में खाने की किसी भी प्रकार की बेदअबी को गुनाह बताया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ किया कि यह देवो की धर्मनगरी है यहां ये थूककर परोसना,लैंड जिहाद, अतिक्रमण पर पढ़ें लिखे लोग आगे आएं और समाज को सुधारने में अपनी भूमिका अदा करे
खाने पीने की चीजें या चाय इत्यादि में थूकने या अशुद्ध करने वाले लोगों को माफ नही किया जाना चाहिए। पुलिस को ऐसे मामलों से सम्बंधित वीडियो या फोटोज की निष्पक्ष और बारीकियों से जांच करते हुए यह पता लगाना चाहिए कि वीडियो क्यों बनाई गई है या फिर क्यों वायरल की जा रही है। या फिर कहीं हम गलतफहमियो का शिकार तो नहीं है मौलाना मोहम्मद आरिफ कासमी ने कहा कि खाने को अशुद्ध करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
हरिद्वार से योगगुरु बाबा रामदेव का ब्यान
देश में खाने पीने की चीजों में थूक और मूत्र मिलाने के वीडियो सामने आने पर बवाल मचा है। योग गुरु स्वामी रामदेव ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मुस्लिम धर्मगुरुओं को आगे आकर बोलना चाहिए। इस तरह की घटनाओं से इस्लाम का प्रचार नहीं बल्कि इस्लाम के साथ कुरान भी बदनाम होती है। बार बार इस तरह की घटनाएं होने पर आश्चर्य है कि मुस्लिम धर्म गुरु मौन साध लेते हैं। ऐसे विषयों पर प्रखरता के साथ इसका विरोध करना चाहिए। यह सब सभ्य समाज के लिए कलंक के समान है। बता दें कि योग गुरु स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने आज कनखल में कन्या पूजन किया और इस दौरान उनके द्वारा यह बयान दिया गया था। इस दौरान इस मजलिस में हाजी नईम कुरैशी, एडवोकेट फुरकान अली सहित जमीयत के सदस्य हाफिज मुहम्मद उस्मान, कारी मुहम्मद इमरान, कारी सूफियान, कारी इमरान, मौलाना वकील, कारी सलमान,मौलाना बाकिर, सोहेल अख्तर, मास्टर साजिद, एडवोकेट सज्जाद अली आदि ने भी इसका समर्थन किया।