ग्रामीणों की समस्याओं का होगा समाधान: पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद जन संवाद कार्यक्रम में उठी सड़क, पानी, पुल निर्माण और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कई मांगें

इन्तजार रजा हरिद्वार- ग्रामीणों की समस्याओं का होगा समाधान: पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद
जन संवाद कार्यक्रम में उठी सड़क, पानी, पुल निर्माण और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कई मांगें
पथरी (हरिद्वार)। ग्राम झाबरी में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और उन्हें शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने भाग लिया और अपनी समस्याओं को खुलकर रखा। स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि उत्तराखंड की धामी सरकार प्रत्येक वर्ग के कल्याण हेतु निरंतर प्रयासरत है और विकास की गति को हर गांव-हर क्षेत्र तक पहुंचाया जा रहा है।
जन संवाद कार्यक्रम में उमड़ा जनसैलाब
जन संवाद कार्यक्रम के दौरान ग्राम झाबरी सहित आसपास के गांवों के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। इस अवसर पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों की ओर से कई वर्षों से लंबित समस्याओं को मंत्री जी के समक्ष रखा। इनमें मुख्य रूप से सड़क निर्माण, बिजली के खंभों की मरम्मत और स्थापना, पेयजल आपूर्ति, पुल निर्माण, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, और कृषि से जुड़ी समस्याएं शामिल थीं।
पुल निर्माण की उठी प्रमुख मांग
जन संवाद में पथरी से बहादराबाद को जोड़ने वाले मार्ग पर स्थित सुकरासा नदी पर पुल निर्माण की मांग सबसे प्रमुख रही। इस मांग को ग्राम प्रधान सतीश, प्रमुख आशा नेगी, उप प्रमुख धर्मेंद्र प्रधान, पूर्व प्रधान रमेश, शाहपुर के प्रधान दीपक सैनी, पूर्व प्रधान महावीर, और पथरी के उप प्रधान दीपक रावत ने एक स्वर में उठाया। उनका कहना था कि वर्षा ऋतु के दौरान नदी में जलस्तर बढ़ने से लोगों को आवागमन में भारी कठिनाई होती है और कई बार जान जोखिम में डालकर पार करना पड़ता है। पुल के अभाव में न सिर्फ स्कूल जाने वाले बच्चों को बल्कि किसानों और बुजुर्गों को भी भारी परेशानी होती है।
जल जीवन मिशन के अंतर्गत बन रही टंकियों का कार्य शीघ्र पूरा करने की मांग
गांव के युवा और सामाजिक कार्यकर्ता बबलू राणा, धर्मवीर, सुंदर कश्यप, श्याम सुंदर चौहान तथा मुबारिक ने बिजली और पानी से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत बन रही पानी की टंकियों का कार्य लंबे समय से अधूरा पड़ा है। इसके चलते क्षेत्र में पीने के पानी की भारी समस्या बनी हुई है। ग्रामीणों ने मांग की कि निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए और जल्द से जल्द इन टंकियों को चालू किया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके।
संपर्क मार्गों और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दरकार
कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी भी उत्साहजनक रही। मिथलेश, मीनू, रूबि, सपना, हेमलता, कुसुम नेगी, विजयलता पंवार जैसी महिलाओं ने गांवों के जनसंपर्क मार्गों की स्थिति, स्वास्थ्य सेवाओं की अनुपलब्धता, और महिलाओं के लिए चिकित्सा सुविधा की कमी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि दूरदराज के गांवों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचना कठिन होता है और आपातकालीन स्थिति में वाहन न मिलने से कई बार गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।
किसानों की समस्याओं पर भी डाला गया प्रकाश
कार्यक्रम के दौरान बालम सिंह नेगी, नकलीराम सैनी, मंडल अध्यक्ष राकेश सैनी, दिनेश चौहान, रामपाल, सुशील शर्मा तथा अंकित शर्मा जैसे किसान नेताओं ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि इस समय रबी फसलों की कटाई चल रही है और सरकार की गेहूं खरीद नीति के तहत केंद्रों पर समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि किसानों को समय पर भुगतान, उर्वरक और बीज की उपलब्धता जैसी समस्याओं का भी समाधान आवश्यक है।
मंत्री ने दिया आश्वासन: हर समस्या का होगा समाधान
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने सभी प्रतिनिधियों और ग्रामीणों की बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि सभी समस्याओं को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष रखा जाएगा और त्वरित समाधान के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा, “धामी सरकार जन समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार की योजनाएं हर जरूरतमंद तक पहुंच रही हैं और ग्रामीण विकास के लिए नई दिशा में कार्य हो रहा है।”
उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार द्वारा अटल आयुष्मान योजना को मजबूती से लागू किया गया है, जिससे प्रत्येक परिवार को मुफ्त चिकित्सा सहायता मिल रही है। उन्होंने किसानों के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना, और मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना की भी जानकारी दी और कहा कि इन योजनाओं का लाभ सभी पात्र किसानों को मिल रहा है।
योजनाओं की जानकारी से ग्रामीण हुए जागरूक
जन संवाद कार्यक्रम के दौरान स्वामी यतीश्वरानंद ने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी साझा की। इनमें विशेष रूप से स्वच्छ भारत मिशन, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, आदि का जिक्र करते हुए उन्होंने ग्रामीणों से इनका अधिकाधिक लाभ उठाने की अपील की।
उन्होंने बताया कि सरकार ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया है और अब लोग ग्राम स्तर से ही योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए कि वे जन शिकायतों के समाधान में तत्परता दिखाएं और ग्रामीणों की मांगों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करें।
निष्कर्ष: संवाद से समाधान की ओर
ग्राम झाबरी में आयोजित यह जन संवाद कार्यक्रम एक सकारात्मक पहल के रूप में सामने आया, जहां ग्रामीणों को सीधे तौर पर अपनी बात रखने का अवसर मिला और सरकार के प्रतिनिधि ने उन्हें समाधान का आश्वासन दिया। इससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि प्रदेश सरकार नीचे से ऊपर तक विकास की सोच को अपनाकर कार्य कर रही है और हर नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित करना चाहती है।
इस कार्यक्रम ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि जन संवाद ही लोकतंत्र की असली ताकत है, और जब जनता और सरकार के बीच सीधा संवाद होता है, तो समाधान की दिशा आसान हो जाती है।