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बहादराबाद टोल प्लाजा किसान नेता राकेश टिकैत और योगगुरु बाबा रामदेव आमने-सामने संयोग भेंट,, किसानों के मुद्दों पर संक्षिप्त वार्ता बनी चर्चा का विषय

इन्तजार रजा हरिद्वार- बहादराबाद टोल प्लाजा किसान नेता राकेश टिकैत और योगगुरु बाबा रामदेव आमने-सामने संयोग भेंट,,

किसानों के मुद्दों पर संक्षिप्त वार्ता बनी चर्चा का विषय

हरिद्वार, 22 अगस्त 2025।
बहादराबाद टोल प्लाजा शुक्रवार को राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से बेहद दिलचस्प घटनाक्रम का गवाह बना। यहां भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और योगगुरु बाबा रामदेव का अचानक आमना-सामना हो गया।

दरअसल, हाल ही में बहादराबाद टोल प्लाजा पर किसानों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज को लेकर माहौल गरमाया हुआ है। इसी सिलसिले में राकेश टिकैत शुक्रवार को घायल किसानों का हालचाल जानने पहुंचे थे। किसानों से मुलाकात और संवाद के बाद जब टिकैत वापस लौट रहे थे, तभी संयोग से योगगुरु बाबा रामदेव का काफिला भी वहीं पहुंच गया।

जैसे ही बाबा रामदेव ने टिकैत को देखा, उन्होंने तुरंत अपना काफिला रुकवाया और टिकैत से हाथ मिलाया। दोनों नेताओं के बीच करीब पांच मिनट तक बातचीत हुई। इस दौरान बाबा रामदेव ने लाठीचार्ज में घायल हुए किसानों का हाल जाना और उनके प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने किसानों से धैर्य बनाए रखने की अपील की और कहा कि समाज का हर वर्ग किसानों की ताकत और योगदान को समझता है।

राकेश टिकैत ने भी बाबा रामदेव को किसानों के आंदोलन की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया और किसानों पर हुए अत्याचार को अन्याय करार दिया। टिकैत ने कहा कि किसान सिर्फ अपने अधिकार और सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं, और इस संघर्ष में देश के हर वर्ग को उनका साथ देना चाहिए।

युवाओं में टिकैत को लेकर उत्साह

इस मुलाकात का एक और रोचक पहलू युवाओं का जोश रहा। जैसे ही राकेश टिकैत टोल प्लाजा पर पहुंचे, वहां मौजूद युवाओं ने उन्हें घेर लिया। युवाओं ने उत्साह के साथ उनके साथ सेल्फी खींची और नारेबाजी भी की। टिकैत ने मुस्कुराते हुए सभी का अभिवादन किया और युवाओं से किसानों की आवाज बुलंद करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य युवाओं के हाथ में है और यदि वे किसानों के साथ खड़े होते हैं तो यह आंदोलन और मजबूत होगा।

संक्षिप्त पर असरदार मुलाकात

भले ही बाबा रामदेव और राकेश टिकैत की यह बातचीत बहुत संक्षिप्त रही, लेकिन इसने किसानों के आंदोलन और उससे जुड़े मुद्दों को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया। इस मुलाकात को लेकर वहां मौजूद लोग तरह-तरह की चर्चाएं करते नजर आए। कई लोगों का मानना है कि जब दो प्रभावशाली हस्तियां किसानों के मुद्दों पर साथ खड़ी दिखाई देती हैं, तो इसका असर सरकार और प्रशासन तक जरूर पहुंचेगा।

बहादराबाद टोल प्लाजा पर हुई यह संयोग भेंट किसानों के संघर्ष में एक नया रंग भर गई है। अब देखना होगा कि इस मुलाकात के बाद किसान आंदोलन को किस दिशा में नया मोड़ मिलता है।

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