मंगलौर में सनसनी: युवक चोरी के आरोप में पकड़ा गया, ग्रामीणों ने युवक को बांधकर बेरहमी से पीटा, मुंह में डाली बंदूक की नली,, वीडियो वायरल होते ही पुलिस हरकत में, मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू

इन्तजार रजा हरिद्वार- मंगलौर में सनसनी: युवक चोरी के आरोप में पकड़ा गया,
ग्रामीणों ने युवक को बांधकर बेरहमी से पीटा, मुंह में डाली बंदूक की नली,,
वीडियो वायरल होते ही पुलिस हरकत में, मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू
मंगलौर (हरिद्वार)। मंगलौर क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। कोतवाली क्षेत्र के मुंडलाना गांव में चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने एक युवक को रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोप है कि चोरी की वारदात को अंजाम देते वक्त युवक लोगों के हत्थे चढ़ गया। इसके बाद ग्रामीणों ने युवक को रस्सी से बांधकर बेरहमी से पीटा। इतना ही नहीं, इस दौरान कुछ लोगों ने युवक के मुंह में बंदूक की नली भी डाल दी।
यह पूरा घटनाक्रम वहां मौजूद ग्रामीणों ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया। वीडियो कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि युवक को बांधकर न केवल पीटा जा रहा है, बल्कि उसकी जान से खिलवाड़ भी किया जा रहा है। इस तरह की घटना ने इलाके की कानून व्यवस्था और भीड़ न्याय (Mob Justice) पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की सक्रियता
जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, पुलिस हरकत में आ गई। मंगलौर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए वीडियो का संज्ञान लिया और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी स्थिति में कानून हाथ में लेना उचित नहीं है। चोरी की वारदात होने पर पुलिस को सूचना दी जानी चाहिए थी।
पुलिस अब वायरल वीडियो की मदद से घटना में शामिल लोगों की पहचान कर रही है। अधिकारियों ने साफ किया है कि चाहे चोरी का आरोप हो या कोई और अपराध, आरोपी को मारने-पीटने की किसी को अनुमति नहीं है। यह कृत्य कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है।
इलाके में तनाव, ग्रामीणों में चर्चा
इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। लोग सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। ग्रामीणों का मानना है कि चोरी की घटनाओं से लोग परेशान हैं और इसी गुस्से में युवक को पीटा गया। लेकिन इस तरह से किसी की जान खतरे में डालना भीड़ तंत्र की खतरनाक प्रवृत्ति को दिखाता है।
कानूनी कार्रवाई और पुलिस की चुनौती
पुलिस सूत्रों के अनुसार, युवक की पहचान कर उसे सुरक्षित हिरासत में लिया गया है। वहीं, जिन लोगों ने उसे पीटा और बंदूक की नली मुंह में डाली, उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि किसी भी अपराध की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि कानूनी कार्रवाई हो सके।
यह घटना सवाल खड़ा करती है कि जब कानून व्यवस्था मौजूद है तो ग्रामीणों को खुद सजा देने की अनुमति कहां से मिलती है? चोरी रोकने का अधिकार जनता के पास नहीं बल्कि पुलिस और न्यायालय के पास है। भीड़ द्वारा इस तरह की हिंसक कार्रवाई न सिर्फ अपराध है बल्कि मानवाधिकार का भी उल्लंघन है।
मंगलौर की यह वारदात एक बार फिर इस बात का सबूत है कि लोगों में गुस्सा और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। ऐसे में पुलिस और प्रशासन के सामने चुनौती है कि न सिर्फ अपराधियों पर लगाम लगाई जाए, बल्कि जनता को भीड़ न्याय से दूर रखते हुए कानून पर भरोसा दिलाया जाए।
👉 यह मामला अब पुलिस जांच के अधीन है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।