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आंगनवाड़ी केन्द्र संचालन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं,, पोषण ट्रैकर की समीक्षा बैठक में सीडीओ आकांक्षा कोण्डे ने दिए कड़े निर्देश,, 40 आंगनवाड़ी केंद्रों के संचालन में गड़बड़ी,, दोषी आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों की सेवा समाप्ति के आदेश

इन्तजार रजा हरिद्वार- आंगनवाड़ी केन्द्र संचालन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं,,
पोषण ट्रैकर की समीक्षा बैठक में सीडीओ आकांक्षा कोण्डे ने दिए कड़े निर्देश,,
40 आंगनवाड़ी केंद्रों के संचालन में गड़बड़ी,, दोषी आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों की सेवा समाप्ति के आदेश

हरिद्वार में आंगनवाड़ी केंद्रों के संचालन में लापरवाही बरतने वाली कार्यकर्ताओं के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) श्रीमती आकांक्षा कोण्डे की अध्यक्षता में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में ‘पोषण ट्रैकर’ की समीक्षा के दौरान यह निर्णय लिया गया। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सुलेखा सहगल, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक का प्रमुख उद्देश्य ‘पोषण ट्रैकर’ पोर्टल के संचालन और उसमें दर्ज आंकड़ों की समीक्षा था। इस डिजिटल प्रणाली के जरिये केंद्रों की दैनिक गतिविधियों और योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी की जाती है। सीडीओ आकांक्षा कोण्डे ने इस पोर्टल की समीक्षा के दौरान पाया कि जनपद के करीब 40 आंगनवाड़ी केंद्र बंद मिले हैं या फिर वहां नियमित रूप से कार्य नहीं हो रहा है।

लापरवाह कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त करने के निर्देश

सीडीओ ने निर्देश दिए कि इन 40 आंगनवाड़ी केंद्रों में तैनात कार्यकर्ताओं की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा, “सरकारी योजनाएं जनता तक समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पहुंचनी चाहिए। ऐसे में यदि कोई कार्यकर्ता अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई अनिवार्य है।”

पोषण ट्रैकर की मासिक समीक्षा अनिवार्य

सीडीओ ने निर्देशित किया कि पोषण ट्रैकर पोर्टल पर दर्ज की जाने वाली जानकारियों की मासिक समीक्षा अनिवार्य रूप से सीडीपीओ स्तर पर की जाए। उन्होंने कहा कि समय पर सही आंकड़ों की फीडिंग से न केवल योजनाओं की प्रभावशीलता बढ़ेगी, बल्कि पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी। बैठक में बताया गया कि कई केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति, टीकाकरण, पोषाहार वितरण जैसी जानकारियों का समय पर अपडेट नहीं हो रहा है, जिससे योजनाओं की रिपोर्टिंग में बाधा उत्पन्न हो रही है।

PMMVY लक्ष्य पूरा करने के निर्देश

सीडीओ ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (PMMVY) के क्रियान्वयन की भी समीक्षा की और निर्देश दिए कि प्रत्येक परियोजना अधिकारी अपने क्षेत्र में निर्धारित लक्ष्य हर हाल में समय पर पूरा करें। यह योजना गर्भवती महिलाओं को पोषण और स्वास्थ्य लाभ सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से चलाई जा रही है।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लाभार्थियों को योजना की पूरी जानकारी हो और किसी भी प्रकार की शिकायत की स्थिति में त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाए।

अव्यवस्था पर होगी कड़ी कार्रवाई

बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि यदि भविष्य में किसी भी आंगनवाड़ी केंद्र में अव्यवस्था, अनुपस्थित स्टाफ या योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित कार्यकर्ता और पर्यवेक्षक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीडीओ ने कहा कि जिले में पोषण, बाल सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की लापरवाही अस्वीकार्य है।


बैठक में ये रहे प्रमुख बिंदु:

  • 40 आंगनवाड़ी केंद्रों में लापरवाही, कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्ति के निर्देश
  • पोषण ट्रैकर की मासिक समीक्षा अनिवार्य की गई
  • PMMVY योजना का लक्ष्य समय पर पूरा करने के आदेश
  • अव्यवस्था मिलने पर सीधे जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई
  • बाल विकास परियोजना संचालन की समीक्षा और निगरानी प्रणाली को मजबूत करने पर जोर

हरिद्वार जनपद प्रशासन अब बाल विकास परियोजनाओं में किसी भी प्रकार की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं करेगा। मुख्य विकास अधिकारी की इस बैठक से यह स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि अब केंद्र संचालन, योजनाओं की रिपोर्टिंग और लाभार्थियों की पहचान में पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करना अधिकारियों की प्राथमिकता होगी। बाल विकास विभाग से जुड़े कर्मियों को चाहिए कि वे अपने कार्यों को पूर्ण निष्ठा और जवाबदेही से निभाएं, ताकि हर बच्चा और हर मां तक सरकार की योजनाएं समय से पहुंच सकें।

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