गढमीरपुर में ‘तमंचे पे डिस्को’: कानून व्यवस्था पर उठा बड़ा सवाल, डीजे पर तमंचा लहराता युवक कैमरे में कैद, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, जनता में आक्रोश, आरोपी अब तक फरार

इन्तजार रजा हरिद्वार- गढमीरपुर में ‘तमंचे पे डिस्को’: कानून व्यवस्था पर उठा बड़ा सवाल, डीजे पर तमंचा लहराता युवक कैमरे में कैद,
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, जनता में आक्रोश
कानून व्यवस्था पर सवाल, आरोपी अब तक फरार
हरिद्वार जनपद के रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के गढमीरपुर गांव में हुए एक कार्यक्रम का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक युवक खुलेआम हाथ में तमंचा लेकर फिल्मी गाने ‘तमंचे पे डिस्को’ पर डांस करता नजर आ रहा है। इस वायरल वीडियो ने न सिर्फ सनसनी फैलाई है, बल्कि जिले की कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
खुलेआम तमंचे का प्रदर्शन
बताया जा रहा है कि यह घटना गढमीरपुर गांव में किसी पारिवारिक समारोह के दौरान की है। युवक मंच पर चढ़कर तमंचा लहराते हुए डीजे की धुन पर झूमता दिखाई दे रहा है। कार्यक्रम में कई लोग मौजूद थे, लेकिन किसी ने उसे रोकने की हिम्मत नहीं की। जिस बेखौफ तरीके से युवक तमंचे के साथ नजर आया, उसने यह दिखा दिया कि अब अपराधियों को कानून का कोई भय नहीं रह गया है।
कानून व्यवस्था पर उठते सवाल
यह पहली बार नहीं है जब हरिद्वार जैसे संवेदनशील जिले में इस तरह की घटनाएं सामने आई हों। तमंचे के साथ सार्वजनिक मंच पर डांस करना केवल कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि समाज में बढ़ रही अराजकता की तस्वीर भी है। सवाल यह है कि आखिर ऐसा दुस्साहस करने का आत्मविश्वास कहां से आ रहा है? क्या अब कानून का डर खत्म हो चुका है?
गांव के लोगों का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। हाल के वर्षों में क्षेत्र में हथियारों का खुलेआम प्रदर्शन और असामाजिक गतिविधियों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। यदि समय रहते ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो यह प्रवृत्ति और बढ़ सकती है।
अब तक आरोपी फरार
घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश जारी है। हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद कई दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इससे आम जनता में यह संदेश जा रहा है कि अपराधी बेखौफ हैं और कानून कमजोर।
गढमीरपुर की यह घटना केवल एक वीडियो वायरल होने का मामला नहीं, बल्कि समाज के उस ताने-बाने में आई दरार की निशानी है जहाँ कानून से ज्यादा हथियारों का बोलबाला होता नजर आ रहा है। यह मामला पूरे तंत्र के लिए एक चेतावनी है कि अगर समय रहते ऐसे मामलों पर सख्त रुख नहीं अपनाया गया तो कानून का सम्मान खत्म होता जाएगा और अराजकता को बढ़ावा मिलेगा।