बुद्ध पूर्णिमा स्नान पर्व 2025: व्यापक तैयारियों के साथ हरिद्वार प्रशासन मुस्तैद एसपी ट्रैफिक के नेतृत्व में ब्रीफिंग, सभी जोनल और सेक्टर प्रभारियों को जिम्मेदारी सौंपी मेला क्षेत्र में 08 जोन व 21 सेक्टर में तैनात फोर्स, CCTV व वैकल्पिक यातायात योजना से निगरानी के कड़े इंतजाम

इन्तजार रजा हरिद्वार- बुद्ध पूर्णिमा स्नान पर्व 2025: व्यापक तैयारियों के साथ हरिद्वार प्रशासन मुस्तैद
एसपी ट्रैफिक के नेतृत्व में ब्रीफिंग, सभी जोनल और सेक्टर प्रभारियों को जिम्मेदारी सौंपी
मेला क्षेत्र में 08 जोन व 21 सेक्टर में तैनात फोर्स, CCTV व वैकल्पिक यातायात योजना से निगरानी के कड़े इंतजाम
पावन बुद्ध पूर्णिमा स्नान पर्व के सकुशल आयोजन हेतु हरिद्वार जिला प्रशासन और पुलिस महकमे ने कमर कस ली है। चारधाम यात्रा के साथ मेल खाते इस विशेष स्नान पर्व को ध्यान में रखते हुए, तीर्थ नगरी में सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर व्यापक रणनीति तैयार की गई है। एसएसपी हरिद्वार के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक एवं क्राइम जितेन्द्र मेहरा की अगुवाई में ऋषिकुल ऑडिटोरियम में एक महत्वपूर्ण ब्रीफिंग आयोजित की गई, जिसमें मेला ड्यूटी में नियुक्त सभी जोनल/सेक्टर प्रभारियों, पुलिस व पैरामिलिट्री बलों को दिशा-निर्देश दिए गए।
सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर ब्रीफिंग में दिए गए अहम निर्देश
एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा और एसपी सिटी पंकज गैरोला (नोडल अधिकारी) ने सभी अधिकारियों को हिदायत दी कि वे आज सायं तक अपने-अपने जोन और सेक्टर का व्यक्तिगत निरीक्षण कर, अगर कहीं कोई खामी या व्यवस्था में कमी है, तो संबंधित विभाग से समन्वय कर तत्काल दुरुस्त कराएं। सभी अधिकारियों को साफ निर्देश दिया गया है कि स्नान पर्व समाप्ति तक वे अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमणशील रहें और हर अपडेट मेला कंट्रोल रूम को रिपोर्ट करें।
अधिकारियों को यह भी समझाया गया कि इस बार बुद्ध पूर्णिमा स्नान के साथ ही चारधाम यात्रा भी जारी है, जिससे हरिद्वार में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ की संभावना है। इस परिप्रेक्ष्य में सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण, आपातकालीन सेवाओं और भीड़ प्रबंधन के लिए हर स्तर पर सतर्कता बरती जानी आवश्यक है।
यातायात नियंत्रण की विशेष योजना लागू
ब्रीफिंग में यह स्पष्ट किया गया कि किसी भी सूरत में कोई वाहन सड़क किनारे पार्क नहीं किया जाएगा। मेला क्षेत्र में बनाए गए निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही सभी वाहनों को खड़ा किया जाएगा। यातायात की निगरानी और मार्गदर्शन के लिए CCTV कैमरे पूरे मेला क्षेत्र में सक्रिय रहेंगे, जिन्हें कंट्रोल रूम से चौबीसों घंटे मॉनिटर किया जाएगा।
एसपी ट्रैफिक ने प्रभारी कंट्रोल रूम को निर्देशित किया कि सीमावर्ती जिलों से ट्रैफिक के अपडेट नियमित रूप से लें और स्थिति के अनुसार वैकल्पिक यातायात योजना लागू करें ताकि किसी भी परिस्थिति में यातायात जाम की स्थिति उत्पन्न न हो। साथ ही स्नान पर्व के दौरान CCTV की निगरानी को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए कर्मचारियों को अलग से ब्रीफ करने के निर्देश दिए गए।
सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस बल की तैनाती का विस्तृत ब्यौरा
स्नान पर्व के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने और आपात स्थिति से निपटने के लिए एक बड़ा पुलिस बल तैनात किया गया है। पूरे मेला क्षेत्र को 8 जोन और 21 सेक्टरों में बांटा गया है, जिसमें प्रत्येक क्षेत्र की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी को सौंपी गई है।
तैनात बलों का विवरण इस प्रकार है:
- पुलिस क्षेत्राधिकारी – 05
- निरीक्षक / थानाध्यक्ष – 09
- उप निरीक्षक / सहायक उप निरीक्षक – 26
- महिला उप निरीक्षक – 10
- हेड कांस्टेबल / कांस्टेबल – 195
- महिला कांस्टेबल – 51
- PAC तैराक दल – 01 प्लाटून
- BDS (बम निरोधक दस्ता) – 02 टीमें
- घुड़सवार दस्ता – 02 टीमें
- जल पुलिस – 16 कर्मचारी
- खुफिया विभाग (अभिसूचना) – 12 कर्मचारी
- फायर सर्विस – 03 फायर यूनिट
इन बलों के साथ ही मेले में तैनात अधिकारी और जवान श्रद्धालुओं की सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन और यातायात नियंत्रण में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। साथ ही स्नान घाटों पर तैराक दलों की तैनाती भी की गई है ताकि जल दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
सुरक्षा ही प्राथमिकता, हर स्थिति के लिए रहें तैयार: एसपी मेहरा
एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा ने कहा, “हरिद्वार एक संवेदनशील धार्मिक स्थल है और बुद्ध पूर्णिमा जैसे विशेष स्नान पर्व पर हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। हम सभी को समर्पण भाव और टीम वर्क के साथ कार्य करना है ताकि किसी भी परिस्थिति में अव्यवस्था न हो। हमने पर्याप्त पुलिस बल, संसाधन और तकनीकी उपकरणों की तैनाती की है। सभी अधिकारी अपने कार्यक्षेत्र में एक्टिव रहें और मेला कंट्रोल रूम के साथ समन्वय बनाए रखें।”
नोडल अधिकारी एसपी सिटी पंकज गैरोला ने भी अधिकारियों को सतर्क रहने और किसी भी असामान्य स्थिति की जानकारी तत्काल उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
श्रद्धालुओं से भी सहयोग की अपील
प्रशासन ने स्नान पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासन द्वारा तय मार्गों, पार्किंग स्थलों और निर्देशों का पालन करें। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और असुविधा की स्थिति में नजदीकी पुलिस अधिकारी या हेल्प डेस्क से संपर्क करें। CCTV निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था उनकी सुरक्षा हेतु है, अतः उसका सम्मान करें। बुद्ध पूर्णिमा के इस पावन अवसर पर हरिद्वार प्रशासन ने अपनी ओर से तमाम तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। प्रशासन, पुलिस और मेला प्रबंधन सभी के सहयोग से यह स्नान पर्व श्रद्धालुओं के लिए स्मरणीय और सुरक्षित अनुभव बने, यही उद्देश्य है।