कुंभ मेला 2027 की तैयारी शुरू,, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक,, भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा, ट्रैफिक प्लान से लेकर साइबर सुरक्षा तक पर बनाई गई रणनीति

इन्तजार रजा हरिद्वार- कुंभ मेला 2027 की तैयारी शुरू,,
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक,,
भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा, ट्रैफिक प्लान से लेकर साइबर सुरक्षा तक पर बनाई गई रणनीति
हरिद्वार, 30 जुलाई 2025 |
पवित्र कुंभ मेला 2027 के सफल, सुरक्षित और सुव्यवस्थित आयोजन को लेकर पुलिस प्रशासन ने तैयारियों का बिगुल बजा दिया है। इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रमेन्द्र सिंह डोबाल (IPS) की अध्यक्षता में पुलिस कार्यालय स्थित सभागार में एक महत्त्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जनपद के समस्त पुलिस राजपत्रित अधिकारी एवं नगर क्षेत्र के समस्त थाना प्रभारी उपस्थित रहे।
बैठक में एसएसपी डोबाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कुंभ मेला एक अंतरराष्ट्रीय महत्व का आयोजन है, जिसे लेकर राज्य की छवि पूरे विश्व में बनती है। इसलिए किसी भी स्तर पर लापरवाही, कोताही अथवा अनदेखी की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि मेला प्रबंधन हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध रूप से पूर्ण होनी चाहिए।
1. बृहद यातायात व डायवर्जन प्लान तैयार
एसएसपी डोबाल ने आगामी कुंभ मेला में अनुमानित भीड़ और भारी वाहन दबाव को देखते हुए बृहद स्तर पर यातायात और डायवर्जन योजना तैयार करने के निर्देश दिए। इस दौरान प्रमुख मार्गों की सूचीबद्धता, वैकल्पिक रूट प्लान, इमरजेंसी मूवमेंट कॉरिडोर और संवेदनशील चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती को लेकर गहन विचार-विमर्श हुआ।
2. भीड़ नियंत्रण और CCTV निगरानी
कुंभ क्षेत्र में अत्यधिक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाई गई। इसमें पुलिस बल की रणनीतिक तैनाती, बैरिकेडिंग के डिजाइन, लाइव मॉनिटरिंग हेतु CCTV कैमरों की संख्या और लोकेशन चिन्हित करना, तथा मानव संसाधन की अधिकतम उपलब्धता सुनिश्चित करना शामिल है।
3. अखाड़ों की यात्रा और शाही जुलूस पर विशेष रणनीति
बैठक में अखाड़ों के आगमन और शाही स्नान की प्रक्रिया को व्यवस्थित करने के लिए विशिष्ट मार्गों और यातायात नियंत्रण की पूर्व योजना पर चर्चा हुई। इस दौरान अखाड़ों के रूट, सुरक्षा घेरे, जनसंपर्क व पुलिस सहयोग जैसे बिंदुओं पर विशेष बल दिया गया।
4. पार्किंग, रेलवे और पुलिस व्यवस्थापन की समीक्षा
वाहनों की पार्किंग को सुगठित बनाने हेतु चिन्हित स्थलों की संख्या, उनकी क्षमता और वहां से मुख्य मेला क्षेत्र तक यातायात सुविधा पर गंभीरता से चर्चा हुई। रेलवे से समन्वय स्थापित कर विशेष ट्रेनें चलाने, प्लेटफॉर्म से घाट तक की मूवमेंट को सुगम बनाने और रेलवे स्टेशनों पर पुलिस सहायता केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई गई।
इसके अतिरिक्त, ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए ठहरने, भोजन, परिवहन और विश्राम हेतु स्थायी एवं अस्थायी ढांचागत आवश्यकताओं को देखते हुए पुलिस लाइन और थानों के स्थान चयनित कर भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश दिए गए।
5. महिला सुरक्षा, साइबर निगरानी और आपदा प्रबंधन
महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए “महिला हेल्प डेस्क” और “पिंक पेट्रोलिंग” जैसी योजनाओं को विस्तार देने पर चर्चा हुई। साइबर सुरक्षा को लेकर भी स्पष्ट निर्देश दिए गए कि अफवाहों, फेक न्यूज और सोशल मीडिया निगरानी पर सटीक और तेज़ रिस्पॉन्स के लिए अलग यूनिट बनाई जाए। खोया-पाया केंद्रों की स्थापना, वॉलंटियर्स की ट्रेनिंग, मेडिकल इमरजेंसी रिस्पॉन्स और आपदा से निपटने की रणनीति को लेकर भी रूपरेखा तय की गई।
प्रमेन्द्र सिंह डोबाल एसएसपी हरिद्वार ने कहा कि
“कुंभ मेला 2027 एक अंतरराष्ट्रीय आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं की भागीदारी होगी। ऐसे में हमें अपनी तैयारियों को अभी से ठोस दिशा में बढ़ाना है। प्रत्येक थाना प्रभारी को अपने-अपने क्षेत्र की विस्तृत कार्ययोजना बनाकर लागू करनी है। हम आपसी समन्वय, तकनीकी संसाधनों और प्रोफेशनल रणनीति से इसे विश्वस्तरीय आयोजन बनाएंगे। कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
बैठक के अंत में एसएसपी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में संभावित चुनौतियों की पहचान कर उसके अनुरूप तैयारियां प्रारंभ करें। जिला पुलिस प्रशासन आने वाले समय में लगातार चरणबद्ध समीक्षा बैठकों के माध्यम से इन योजनाओं की प्रगति पर नजर बनाए रखेगा।
हरिद्वार पुलिस द्वारा की गई यह पहल न केवल समयबद्ध कार्रवाई का प्रतीक है, बल्कि आने वाले कुंभ को एक आदर्श आयोजन के रूप में प्रस्तुत करने की दिशा में एक ठोस कदम भी है।