हरिद्वार पुलिस की बड़ी उपलब्धि: तीन अज्ञात शवों की शिनाख्त,, एक गैर राज्य और एक गैर जनपद के गुमशुदा मामलों का हुआ समाधान,, एसएसपी के अभियान व एसपी क्राइम के निर्देशन में शव शिनाख्त टीम का सराहनीय प्रयास

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार पुलिस की बड़ी उपलब्धि: तीन अज्ञात शवों की शिनाख्त,,
एक गैर राज्य और एक गैर जनपद के गुमशुदा मामलों का हुआ समाधान,,
एसएसपी के अभियान व एसपी क्राइम के निर्देशन में शव शिनाख्त टीम का सराहनीय प्रयास
हरिद्वार। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार के आदेश पर चलाए जा रहे “शव शिनाख्त/गुमशुदा की तलाश अभियान” के तहत पुलिस को आज 15 अगस्त 2025 को बड़ी सफलता हाथ लगी। एसपी क्राइम के निर्देशन व सीओ नोडल शव शिनाख्त टीम के नेतृत्व में कार्यरत पुलिस टीम ने तीन अज्ञात शवों की पहचान कर गुमशुदा मामलों को सुलझा दिया। इनमें एक मामला गैर राज्य दिल्ली से तथा एक गैर जनपद से संबंधित है।
पहला मामला – दिल्ली के पुलकित पाल सिंह
कंट्रोल रूम हरिद्वार को सूचना मिली थी कि पुलकित पाल सिंह (28 वर्ष), पुत्र परविंदर पाल सिंह, निवासी मयूर विहार फेस-2, दिल्ली, 13 जुलाई 2025 को हेमकुंड साहिब गया था और उसकी अंतिम लोकेशन हरकी पौड़ी दर्ज हुई थी। शव शिनाख्त टीम ने इस सूचना का मिलान थाना कनखल में 25 जुलाई को मिले एक अज्ञात शव से किया। फोटो भेजकर परिजनों से पुष्टि कराई गई, जिसके बाद मृतक की पहचान पुलकित पाल सिंह के रूप में हुई। उसकी गुमशुदगी 22 जुलाई 2025 को थाना पांडव नगर, दिल्ली में दर्ज थी।
दूसरा मामला – हरिद्वार नगर के जनेश्वर
थाना बहादराबाद में 14 अगस्त को मिले अज्ञात शव का मिलान कोतवाली नगर में दर्ज गुमशुदा रिपोर्ट से किया गया। मृतक की पहचान मोहल्ला घासीपुरा, निकट मनसा देवी उड़न खटोला निवासी जनेश्वर पुत्र स्व. इंदल सिंह के रूप में हुई। परिजनों को फोटो भेजकर जिला अस्पताल मोर्चरी बुलाया गया, जहां मृतक के पुत्र सौरभ व अन्य परिवारजन ने पहचान की।
तीसरा मामला – देहरादून के ललित मोहन ओली
थाना बहादराबाद में 14 अगस्त को मिले एक अन्य अज्ञात शव का मिलान कंट्रोल रूम से प्राप्त सूचना के आधार पर ललित मोहन ओली पुत्र स्व. नारायण दत्त ओली, निवासी ऑफीसर कॉलोनी, रेसकोर्स, नेहरू कॉलोनी, देहरादून से किया गया। मृतक की पहचान उसके पुत्र शुभम ओली और परिजनों ने जिला अस्पताल हरिद्वार में की। इसकी गुमशुदगी 12 अगस्त 2025 को थाना नेहरू कॉलोनी में दर्ज थी।
टीम का योगदान
इस सफलता में इंस्पेक्टर विजय कुमार, एसआई नंदकिशोर, कांस्टेबल अजयराज सिंह, खीम सिंह, राजीव बिष्ट, महेंद्र सिंह, राजेश डोभाल और रघुवीर सिंह शामिल रहे। पुलिस प्रशासन ने इसे टीमवर्क और सतर्कता का नतीजा बताते हुए कहा कि ऐसे प्रयासों से न केवल गुमशुदा मामलों का समाधान होता है बल्कि पीड़ित परिवारों को भी मानसिक शांति और राहत मिलती है।