काली पट्टी बांधकर सीएम धामी का विरोध करने पहुंचे कांग्रेसियों को पुलिस ने रोका,, चंद्राचार्य चौक पर कांग्रेसियों और पुलिस के बीच सुरक्षा नोकझोंक,, ‘विकास संकल्प पर्व’ के मौके पर कांग्रेस ने उठाए सरकार की नीतियों पर सवाल

इन्तजार रजा हरिद्वार- काली पट्टी बांधकर सीएम धामी का विरोध करने पहुंचे कांग्रेसियों को पुलिस ने रोका,,
चंद्राचार्य चौक पर कांग्रेसियों और पुलिस के बीच सुरक्षा नोकझोंक,,
‘विकास संकल्प पर्व’ के मौके पर कांग्रेस ने उठाए सरकार की नीतियों पर सवाल
हरिद्वार।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हरिद्वार दौरे के दौरान उस समय हलचल तेज हो गई, जब काली पट्टी बांधकर विरोध जताने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक दिया। घटना मध्य हरिद्वार के चंद्राचार्य चौक की है, जहां भारी संख्या में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ रहे थे।
मुख्यमंत्री धामी आज हरकी पैड़ी पर ‘नदी उत्सव’ का शुभारंभ करने के बाद ऋषिकुल मैदान में आयोजित “विकास संकल्प पर्व” में भाग लेने पहुंचे। यह आयोजन उत्तराखंड सरकार के चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि यह जश्न जनता की समस्याओं को छुपाने की कोशिश है।
कांग्रेसियों ने जनविरोधी नीतियों, बेरोजगारी, महंगाई और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों को लेकर सरकार पर हमला बोला और काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण विरोध की योजना बनाई थी। लेकिन पुलिस ने उन्हें चंद्राचार्य चौक पर ही घेरकर रोका और बसों में भरकर कार्यक्रम स्थल से दूर ले जाया गया।
इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली। कई कांग्रेस नेता मौके पर पुलिस प्रशासन पर दमनात्मक रवैया अपनाने का आरोप लगाते नजर आए। कांग्रेस जिलाध्यक्ष समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से विरोध जताने का उन्हें हक है, लेकिन सरकार डर और अहंकार में जनता की आवाज को दबा रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना था कि किसी भी तरह की कानून व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े, इसलिए एहतियातन कार्यकर्ताओं को रोका गया। पुलिस ने स्पष्ट किया कि शांतिपूर्ण विरोध का सभी को अधिकार है, लेकिन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की गई।
उधर, मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में राज्य सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और कहा कि पिछले चार वर्षों में उत्तराखंड ने विकास की कई ऊंचाइयों को छुआ है। उन्होंने ‘डबल इंजन सरकार’ की योजनाओं और जनता को मिले लाभों का उल्लेख करते हुए आगे भी तेज गति से विकास कार्यों को जारी रखने का आश्वासन दिया।
हालांकि कांग्रेस ने सरकार के इस कार्यक्रम को ‘प्रचार का सरकारी आयोजन’ करार देते हुए जनता के धन की बर्बादी बताया और कहा कि असली विकास जमीन पर नहीं, सिर्फ मंच और विज्ञापनों तक सीमित है।
फिलहाल माहौल तनावपूर्ण तो नहीं, लेकिन राजनीतिक रूप से गर्म जरूर हो चुका है। आगामी चुनावी माहौल को देखते हुए ऐसे विरोध-प्रदर्शनों की संख्या में और इज़ाफा होना तय माना जा रहा है।