रिमांड के बाद भाजपा की पूर्व नेत्री दोबारा जेल भेजी गई, जांच में सामने आए नए चौंकाने वाले तथ्य,, मोबाइल-लैपटॉप से खुलेगे काली साजिश के कई राज़,, SIT की पूछताछ के दायरे में आए रसूखदार होटल के रजिस्टर से मिले नए सुराग,, व्हाट्सएप चैट्स से उजागर होंगे कई चेहरे पढ़ें पुरी पटकथा

इन्तजार रजा हरिद्वार- रिमांड के बाद भाजपा की पूर्व नेत्री दोबारा जेल भेजी गई, जांच में सामने आए नए चौंकाने वाले तथ्य,,
मोबाइल-लैपटॉप से खुलेगे काली साजिश के कई राज़,, SIT की पूछताछ के दायरे में आए रसूखदार
होटल के रजिस्टर से मिले नए सुराग,, व्हाट्सएप चैट्स से उजागर होंगे कई चेहरे पढ़ें पुरी पटकथा
इन्तजार रजा हरिद्वार
हरिद्वार में नाबालिग बेटी से यौन शोषण कराने के मामले में फंसी भाजपा की पूर्व महिला नेत्री और उसके प्रेमी को तीन दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद शुक्रवार को दोबारा जेल भेज दिया गया। इस दौरान SIT ने दोनों आरोपितों को आगरा ले जाकर घटनास्थल की गहन पड़ताल की, जहां प्रेसिडेंट होटल से मिले सीसीटीवी फुटेज, रजिस्टर एंट्री और अन्य डिजिटल सुरागों ने जांच की दिशा पूरी तरह से बदल दी है। अब यह मामला एक निजी अपराध से बढ़कर संगठित गिरोह के खुलासे की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है।
SIT प्रभारी पंकज गैरोला ने क्या कहा?
एसआईटी प्रभारी और एसपी सिटी हरिद्वार पंकज गैरोला ने ‘पंचनामा’ से विशेष बातचीत में बताया कि—
“पुलिस रिमांड के दौरान आरोपितों को आगरा ले जाकर उस होटल की जांच की गई, जहां पीड़िता के साथ अप्राकृतिक घटनाएं होने का आरोप है। होटल के रजिस्टर और सीसीटीवी फुटेज से तीन नए संदिग्ध नाम सामने आए हैं, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है। हम मोबाइल और लैपटॉप की फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। व्हाट्सएप चैट और डेटा रिकवरी से पूरे नेटवर्क की परतें खुल सकती हैं। किसी भी संदिग्ध को छोड़ा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि रिमांड अवधि पूरी होने के बाद दोनों आरोपितों को शुक्रवार सुबह दोबारा न्यायिक हिरासत में जेल दाखिल करा दिया गया है और अब तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
होटल से मिले चौंकाने वाले सुराग, तीन नए नाम जांच के घेरे में
आगरा स्थित प्रेसिडेंट होटल के सीसीटीवी कैमरों और रजिस्टर से जिन तीन नए नामों का पता चला है, वे अब SIT की रडार पर हैं। पुलिस को संदेह है कि इनका संबंध किसी संगठित गिरोह या सेक्स ट्रैफिकिंग नेटवर्क से हो सकता है। इन नामों को फिलहाल सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन जांच से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इनमें से कुछ हरिद्वार के रसूखदार व्यक्ति हैं, जिनका सामाजिक या राजनीतिक प्रभाव रहा है।
इन तथ्यों ने न सिर्फ जांच को नई दिशा दी है, बल्कि केस को और भी संवेदनशील बना दिया है। एसआईटी अब उन सभी लोगों के कॉल रिकॉर्ड, चैट हिस्ट्री और लोकेशन ट्रेस कर रही है, जिनका नाम या कनेक्शन पीड़िता या आरोपितों से किसी भी रूप में जुड़ता है।
डिजिटल डिवाइसेज़ से खुल सकते हैं गहरे राज
SIT द्वारा बरामद मोबाइल फोन और लैपटॉप को फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। विशेषज्ञ इनसे डिलीट डेटा रिकवर करने में जुटे हैं। पुलिस को उम्मीद है कि इन डिवाइसेज़ से व्हाट्सएप चैट, ईमेल, कॉल रिकॉर्ड, फोटो और वीडियो मिल सकते हैं, जो मामले में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। इससे न केवल पीड़िता के आरोपों की पुष्टि होगी, बल्कि उन चेहरों से भी पर्दा उठेगा जो अब तक परदे के पीछे हैं।
तीन शहरों में यौन शोषण की कहानी
पीड़िता के बयान के अनुसार, उसके साथ भेल स्टेडियम (हरिद्वार), वृंदावन और आगरा में अलग-अलग समय पर यौन शोषण किया गया। पुलिस ने इन बयानों के आधार पर हर एक स्थान पर जाकर घटनाओं की तस्दीक की है। आगरा में जांच के दौरान होटल की एंट्री, कमरा नंबर, ठहरने की अवधि और आगंतुकों के विवरण से कई गहरे राज़ सामने आए हैं।
कई चेहरे बेनकाब होने की कगार पर
एसआईटी को इस बात की भी आशंका है कि मोबाइल और लैपटॉप से आपत्तिजनक फोटो, वीडियो या दस्तावेज़ भी मिल सकते हैं, जो पीड़िता के आरोपों की पुष्टि करेंगे। साथ ही उन अन्य लोगों की भूमिका भी स्पष्ट हो सकेगी, जो अब तक जांच के दायरे से बाहर थे।
सूत्रों का कहना है कि फॉरेंसिक रिपोर्ट मिलने के बाद पूछताछ का दायरा बढ़ाया जाएगा। कुछ प्रभावशाली लोगों से जल्द ही पूछताछ हो सकती है, जिनके नाम होटल रजिस्टर में दर्ज हैं या जो चैट में संदिग्ध रूप से जुड़े हुए पाए जाते हैं।
राजनीति में उबाल, विपक्ष ने साधा निशाना
भाजपा की पूर्व नेत्री का नाम आने से जहां पार्टी डिफेंसिव हो गई है, वहीं विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि सत्ता में रहते हुए आरोपी महिला ने अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल किया और अब उसी संरक्षण में जांच को धीमा किया जा रहा है।
हालांकि SIT प्रमुख पंकज गैरोला का कहना है कि—
“जांच पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ की जा रही है। हम किसी पर व्यक्तिगत रूप से नहीं बल्कि सबूतों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं।”
आगे और क्या तैयारी?
- 🔍 फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार: मोबाइल और लैपटॉप की रिपोर्ट मिलते ही बड़ा खुलासा संभव।
- 🕵️ पूछताछ का नया चरण: होटल में दर्ज नए नामों से पूछताछ की तैयारी।
- 🧾 डिजिटल सबूतों पर फोकस: व्हाट्सएप चैट, लोकेशन ट्रैकिंग और मेल्स की गहराई से जांच।
- 🧑⚖️ गिरफ्तारियों की संभावना: SIT के सूत्रों के अनुसार, कुछ और लोग जल्द ही हिरासत में लिए जा सकते हैं।
SIT की निर्णायक घेराबंदी
हरिद्वार से शुरू हुआ यह मामला अब राष्ट्रीय स्तर की शर्मनाक साजिश की ओर इशारा करता दिख रहा है। SIT एक-एक कड़ी जोड़कर उस पूरे नेटवर्क की पहचान करने में जुटी है, जिसने एक मासूम को दरिंदगी का शिकार बनाया। एसपी सिटी पंकज गैरोला के नेतृत्व में जांच टीम तकनीकी, भौतिक और मौखिक तीनों स्तरों पर जांच को आगे बढ़ा रही है और आने वाले दिनों में इस केस में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।