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सीबीआई का शिकंजा: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को फिर नोटिस,, 2016 के बहुचर्चित स्टिंग ऑपरेशन का मामला दोबारा सुर्खियों में,, चुनाव से पहले सीबीआई की कार्रवाई पर हरीश रावत का पलटवार

इन्तजार रजा हरिद्वार- सीबीआई का शिकंजा: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को फिर नोटिस,,

2016 के बहुचर्चित स्टिंग ऑपरेशन का मामला दोबारा सुर्खियों में,,

चुनाव से पहले सीबीआई की कार्रवाई पर हरीश रावत का पलटवार

देहरादून।
उत्तराखंड के 2016 के बहुचर्चित स्टिंग ऑपरेशन का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस मामले में सीबीआई (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत को नोटिस भेजा है। नोटिस में हरीश रावत को इसी महीने सीबीआई मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।

दरअसल 2016 में हुए इस स्टिंग ऑपरेशन ने उत्तराखंड की राजनीति को हिला कर रख दिया था। वायरल हुए वीडियो में कथित तौर पर विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात सामने आई थी। इसी स्टिंग ने तत्कालीन राज्य सरकार और विपक्ष के बीच सियासी घमासान खड़ा कर दिया था।

सीबीआई इससे पहले भी कई बार हरीश रावत को नोटिस भेज चुकी है। अब एक बार फिर एजेंसी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है।

हरीश रावत की प्रतिक्रिया : “सीबीआई के दोस्तों को फिर मेरी याद आई”

सीबीआई के नोटिस पर हरीश रावत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,

“लंबे समय बाद फिर सीबीआई के दोस्तों को मेरी याद आई है। मैं सीबीआई के सामने पेश हो जाऊंगा, लेकिन मुझे समय चाहिए, इसलिए मैंने अक्टूबर तक का समय मांगा है।”

रावत ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,

“जब भी चुनाव नजदीक आते हैं, मुझे सीबीआई का नोटिस मिलता है। लगभग हर बार चुनाव से करीब एक साल पहले ऐसा नोटिस आता है। इस बार भी जैसे-जैसे चुनाव पास आ रहे हैं, वैसे-वैसे मुझे फिर से नोटिस मिला है। लगता है सरकार और सीबीआई को अब भी मुझमें ताकत दिख रही है, तभी तो मेरे घर नोटिस भेजा है।”

2016 का विवादास्पद स्टिंग : सियासी भूचाल की जड़

2016 में सामने आए इस स्टिंग में कथित तौर पर तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त के सौदेबाज़ी के दृश्य थे। वीडियो वायरल होते ही उत्तराखंड की राजनीति में जबरदस्त भूचाल आ गया था।
इसी मामले को लेकर केंद्र ने सीबीआई को जांच सौंपी थी। तब से लेकर अब तक यह मामला समय-समय पर चर्चा में आता रहा है।

सियासी संदेश और भविष्य की दिशा

सीबीआई के नोटिस ने उत्तराखंड की सियासत को एक बार फिर गरमा दिया है। कांग्रेस इसे बीजेपी की “राजनीतिक मंशा” बता रही है, वहीं बीजेपी इसे “कानूनी प्रक्रिया” करार दे रही है।
अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि हरीश रावत कब सीबीआई मुख्यालय में पेश होते हैं और इस पूछताछ के बाद राज्य की राजनीति में कौन सा नया मोड़ आता है।

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