परिवहन निगम और सिंचाई विभाग में 187 युवाओं को मिले नियुक्ति पत्र,, मुख्य सेवक सदन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी शुभकामनाएं, कहा- वचनों को निभा रही सरकार

इन्तजार रजा हरिद्वार- परिवहन निगम और सिंचाई विभाग में 187 युवाओं को मिले नियुक्ति पत्र,,
मुख्य सेवक सदन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी शुभकामनाएं, कहा- वचनों को निभा रही सरकार
देहरादून।
राज्य सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार देने और राज्य आंदोलनकारियों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को निभाने की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया गया। रविवार को मुख्य सेवक सदन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में उत्तराखंड परिवहन निगम में मृतक आश्रित कोटे के अंतर्गत 43 पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। साथ ही सिंचाई विभाग में चयनित 129 प्रारूपकारों और 15 नलकूप मिस्त्रियों को भी नियुक्ति पत्र सौंपे गए।
मुख्यमंत्री ने सभी नव नियुक्त अभ्यर्थियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि “यह नियुक्तियां केवल सरकारी नौकरी नहीं बल्कि सेवा का अवसर हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी अपने कार्यस्थलों पर निष्ठा, ईमानदारी और ज़िम्मेदारी से काम करेंगे और प्रदेश के विकास में अपना सक्रिय योगदान देंगे।”
आंदोलनकारी आश्रितों को मिला आरक्षण का लाभ
सरकार की एक बड़ी उपलब्धि यह रही कि आज नियुक्त किए गए अभ्यर्थियों में 10 ऐसे उम्मीदवार भी शामिल हैं जिन्हें राज्य आंदोलनकारियों एवं उनके आश्रितों को मिलने वाले 10% क्षैतिज आरक्षण के अंतर्गत नियुक्ति दी गई। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि “राज्य निर्माण में जिन आंदोलनकारियों ने अपना सर्वस्व दिया, उनके परिवारों को सम्मान देना हमारी नैतिक और संवैधानिक जिम्मेदारी है। सरकार इसी भावना के साथ कार्य कर रही है।”
युवाओं के भविष्य की दिशा में सार्थक पहल
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि सरकार पारदर्शी चयन प्रक्रिया के माध्यम से योग्य उम्मीदवारों को सरकारी सेवा में लाकर एक ईमानदार और दक्ष प्रशासनिक ढांचा तैयार कर रही है। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों से कहा, “आप अपने सेवा काल में जनता के विश्वास को कायम रखें, यही हमारी अपेक्षा है।”
नियुक्ति पाने वाले अभ्यर्थियों की प्रतिक्रिया
समारोह में नियुक्ति पत्र पाने वाले कई अभ्यर्थी भावुक भी नजर आए। पिथौरागढ़ निवासी अभ्यर्थी कविता जोशी ने कहा, “मेरे पिता आंदोलनकारी थे, आज सरकार ने हमारे बलिदान को पहचाना है। यह केवल नौकरी नहीं, बल्कि हमारे सम्मान की बहाली है।” वहीं हरिद्वार से आए प्रारूपकार नवीन कुमार ने सरकार का आभार जताते हुए कहा, “सपना था सरकारी नौकरी का, सरकार ने उसे पूरा कर दिखाया।”
मुख्य सेवक सदन में आयोजित यह समारोह न केवल सरकारी नियुक्तियों का आयोजन था, बल्कि यह एक सकारात्मक संदेश भी था कि उत्तराखंड सरकार राज्य आंदोलनकारियों के वचनों को निभाने, युवाओं को अवसर देने और पारदर्शिता से चयन प्रक्रिया अपनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए यह नियुक्ति पत्र प्रदेश में युवाओं के भविष्य की दिशा में नई उम्मीद लेकर आए हैं।