मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज रविवार को रुड़की में लक्ष्मीनारायण मंदिर, उत्तरी गंगनहर स्थित लक्ष्मीनारायण घाट पर आयोजित मां गंगा की आरती का शुभारंभ किया। इस शुभ अवसर पर मां गंगा की आरती को विधिपूर्वक प्रारंभ करते हुए उन्होंने नवसंवत्सर चौत्र नवरात्रि के पर्व को भी श्रद्धापूर्वक मनाया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन मां गंगा के प्रति हमारी आस्था और विश्वास का प्रतीक

इन्तजार रजा हरिद्वार-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज रविवार को रुड़की में लक्ष्मीनारायण मंदिर, उत्तरी गंगनहर स्थित लक्ष्मीनारायण घाट पर आयोजित मां गंगा की आरती का शुभारंभ किया।
इस शुभ अवसर पर मां गंगा की आरती को विधिपूर्वक प्रारंभ करते हुए उन्होंने नवसंवत्सर चौत्र नवरात्रि के पर्व को भी श्रद्धापूर्वक मनाया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन मां गंगा के प्रति हमारी आस्था और विश्वास का प्रतीक है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि गंगा का उद्गम क्षेत्र उत्तराखंड है, इसलिए गंगा की पवित्रता और स्वच्छता बनाए रखने के लिए हम सबको मिलकर कार्य करना होगा।
गंगा की महिमा और आस्था
गंगा भारतीय संस्कृति और आस्था का अभिन्न हिस्सा हैं। भारतीय समाज में गंगा का महत्व अत्यधिक है और इसे जीवनदायिनी के रूप में पूजा जाता है। गंगा को स्वच्छ और पवित्र रखने के लिए कई सरकारी और गैर-सरकारी प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस कार्यक्रम में मां गंगा की महिमा का बखान करते हुए कहा कि गंगा का जल न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारे जीवन के हर पहलू से जुड़ा हुआ है। गंगा नदी का महत्व भारतीय सभ्यता और संस्कृति में अनमोल है,
और यह हजारों वर्षों से लोगों के जीवन का हिस्सा रही है।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उत्तराखंड राज्य, जिसे गंगा का उद्गम क्षेत्र माना जाता है, का विशेष दायित्व बनता है कि हम गंगा को स्वच्छ और पवित्र बनाए रखने के लिए कार्य करें। इसके लिए सभी समाज के लोगों को एकजुट होकर गंगा के संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि गंगा के किनारे बसे क्षेत्रों में गंगा के संरक्षण को लेकर कई योजनाएं चल रही हैं, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इन योजनाओं के माध्यम से गंगा के पानी की गुणवत्ता में सुधार हो और उसका महत्व आने वाली पीढ़ियों तक बना रहे।
कार्यक्रम का महत्व
नवसंवत्सर चौत्र नवरात्रि का पर्व भारतीय पंचांग के अनुसार नए साल की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन का विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है, और इसे श्रद्धा एवं भक्तिभाव के साथ मनाने की परंपरा है। नवरात्रि का यह पर्व विशेष रूप से शक्ति की पूजा का पर्व होता है, जिसमें देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। इस पावन अवसर पर मां गंगा की आरती का आयोजन एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान था, जो सभी श्रद्धालुओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण था। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के साथ-साथ इस आयोजन में अनेक प्रतिष्ठित जनप्रतिनिधि और अधिकारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी विशेष बना दिया।
*LIVE: रुड़की, हरिद्वार में लक्ष्मीनारायण घाट, उत्तरी गंगनहर पर आयोजित ‘माँ गंगा आरती’ का शुभारम्भ*
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि
इस धार्मिक आयोजन में कई प्रमुख जनप्रतिनिधियों और गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद नरेश बंसल और कल्पना सैनी ने भी भाग लिया। इसके अलावा रुड़की महापौर अनीता देवी अग्रवाल, विधायक प्रदीप बत्रा, भाजपा अध्यक्ष रुड़की डॉ. मधु सिंह, भाजपा अध्यक्ष हरिद्वार आशुतोष शर्मा, महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानन्द गिरी, पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, संजय गुप्ता, सुरेश चंद्र जैन, राज्य मंत्री श्यामवीर सैनी, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल, नगर आयुक्त राकेश चंद तिवारी, डिप्टी कलेक्टर प्रेमलाल, एसपी सिटी शेखर सुयाल समेत नगर निगम रुड़की के सभी पार्षदगण, अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपस्थित नेताओं और अधिकारियों ने भी इस पावन आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। कार्यक्रम की सफलता का श्रेय उन सभी को जाता है जिन्होंने इस आयोजन की पूरी व्यवस्था और समन्वय को सुचारू रूप से सुनिश्चित किया। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्व रखता है।
गंगा की स्वच्छता के लिए सामूहिक प्रयास
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगा की स्वच्छता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि गंगा को प्रदूषण से बचाना और उसके पानी की गुणवत्ता को बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने इस दिशा में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और साथ ही यह भी कहा कि गंगा की सफाई को लेकर सभी का सामूहिक प्रयास आवश्यक है। गंगा नदी के किनारे बसे लाखों लोग रोज़ गंगा जल का उपयोग करते हैं, और इसके जल की पवित्रता बनाए रखना हम सबका कर्तव्य है।
राज्य सरकार द्वारा गंगा नदी के किनारे स्थित इलाकों में सफाई अभियान चलाए गए हैं और नदियों की सफाई के लिए कई योजनाएं लागू की जा रही हैं। इसके अलावा, गंगा के संरक्षण के लिए जागरूकता अभियानों का आयोजन भी किया जा रहा है ताकि लोगों को गंगा की महिमा और उसके संरक्षण के महत्व के बारे में बताया जा सके। मुख्यमंत्री ने इस दौरान यह भी सुनिश्चित किया कि राज्य सरकार गंगा के किनारे बसे क्षेत्रों में पर्यटन और धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बनाएगी, जो गंगा के संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगी।
समापन
कार्यक्रम का समापन करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उपस्थित जनसमूह से गंगा की पवित्रता बनाए रखने का संकल्प लिया और कहा कि हमें इसे स्वच्छ बनाए रखने के लिए अपने योगदान से पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह आयोजन हमें यह याद दिलाता है कि हम सबका कर्तव्य है कि हम न केवल गंगा के जल को स्वच्छ रखें, बल्कि इसके आस-पास की पर्यावरणीय परिस्थितियों को भी बेहतर बनाएं ताकि गंगा का पवित्र जल आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित रहे।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री का यह कदम न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह गंगा के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। यह आयोजन गंगा की महिमा को मान्यता देने के साथ-साथ प्रदेशवासियों को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने का एक अच्छा प्रयास था।