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कांवड़ मेला समाप्ति के बाद चला स्वच्छता अभियान,, शंकराचार्य चौक से गुरुकुल तक हुई सफाई, अधिकारियों ने खुद उठाया झाड़ू,, एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह, सचिव मनीष सिंह के नेतृत्व में हुआ व्यापक श्रमदान

इन्तजार रजा हरिद्वार- कांवड़ मेला समाप्ति के बाद चला स्वच्छता अभियान,,
शंकराचार्य चौक से गुरुकुल तक हुई सफाई, अधिकारियों ने खुद उठाया झाड़ू,,
एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह, सचिव मनीष सिंह के नेतृत्व में हुआ व्यापक श्रमदान

हरिद्वार, 24 जुलाई 2025:
कांवड़ मेला 2025 की सफल एवं शांतिपूर्ण समाप्ति के बाद हरिद्वार नगर में स्वच्छता व्यवस्था को लेकर एक संगठित और प्रेरणात्मक सफाई अभियान चलाया गया। शंकराचार्य चौक से लेकर गुरुकुल महाविद्यालय तक कांवड़ पटरी मार्ग पर विशेष सफाई अभियान आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) के उपाध्यक्ष श्री अंशुल सिंह (IAS) ने किया।

यह सफाई अभियान न केवल एक प्रशासनिक जिम्मेदारी के निर्वहन का उदाहरण था, बल्कि श्रमदान के माध्यम से समाज के प्रति दायित्व निभाने की प्रेरणा भी बना। प्रातः 7 बजे शुरू हुए इस अभियान में प्राधिकरण के सचिव समेत सभी अधिकारी एवं कर्मचारी जुटे और हाथों में झाड़ू उठाकर सड़कों पर उतरे। कांवड़ मेले के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की आवाजाही के कारण मार्गों पर फैली गंदगी को समेटने के लिए सभी ने एकजुट होकर श्रमदान किया।

अभियान केवल शंकराचार्य चौक से गुरुकुल मार्ग तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि ओम पुल और रोड़ी बेलवाला क्षेत्र में भी सफाई कर वहां से कूड़ा निस्तारित किया गया। हरिद्वार नगर निगम की टीम ने इस अभियान में भरपूर सहयोग दिया। निगम द्वारा सफाई कर्मचारियों एवं आवश्यक वाहनों की तैनाती कर कूड़े-कचरे को त्वरित रूप से उठाया गया।

उपाध्यक्ष अंशुल सिंह ने सफाई के दौरान कहा कि, “कांवड़ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और व्यवस्था हमारी प्राथमिकता रही। अब जबकि मेला सकुशल संपन्न हो गया है, तो शहर को फिर से स्वच्छ, सुंदर और व्यवस्थित बनाना हमारी साझा जिम्मेदारी है। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने जो समर्पण दिखाया है, वह सराहनीय है।”

इस सफाई अभियान ने यह स्पष्ट कर दिया कि हरिद्वार न सिर्फ आस्था का केन्द्र है, बल्कि प्रशासनिक प्रतिबद्धता और नागरिक चेतना का उदाहरण भी है। इस पहल से न केवल स्वच्छता का संदेश गया, बल्कि आमजन को भी प्रेरणा मिली कि हर शहरवासी अपनी भागीदारी से हरिद्वार को स्वच्छ और दिव्य बनाए रखने में सहयोग दे।

सफाई अभियान की सफलता में प्रशासनिक समन्वय, अधिकारियों की सक्रियता और नगर निगम की तत्परता का प्रभावी प्रदर्शन देखने को मिला। उम्मीद की जा रही है कि ऐसे आयोजन आगे भी होते रहेंगे और हरिद्वार को एक आदर्श तीर्थनगरी के रूप में विकसित करने में सहायक सिद्ध होंगे।

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