माँ चण्डी देवी रज्जुमार्ग का वार्षिक निरीक्षण संपन्न,, ब्रिडकुल की नामित समिति ने किया तकनीकी, सुरक्षा और परिचालन मानकों का परीक्षण,, राज्य शासन के निर्देशों के अनुपालन में हुआ निरीक्षण, रिपोर्ट मुख्य निरीक्षक को सौंपी जाएगी

इन्तजार रजा हरिद्वार- माँ चण्डी देवी रज्जुमार्ग का वार्षिक निरीक्षण संपन्न,,
ब्रिडकुल की नामित समिति ने किया तकनीकी, सुरक्षा और परिचालन मानकों का परीक्षण,,
राज्य शासन के निर्देशों के अनुपालन में हुआ निरीक्षण, रिपोर्ट मुख्य निरीक्षक को सौंपी जाएगी
हरिद्वार, 05 अगस्त 2025 –
उत्तराखण्ड शासन, विधायी एवं संसदीय कार्य विभाग द्वारा जारी अधिसूचना संख्या 340/XXXVI(3)/2015/77(1)/2014 दिनांक 03 जनवरी 2015 के अनुसार उत्तराखण्ड रज्जुमार्ग अधिनियम, 2014 की धारा 4(2) के अनुपालन में राज्य के समस्त परिचालित रज्जुमार्गों का वार्षिक निरीक्षण किया जाना अनिवार्य है। इसी क्रम में आज माँ चण्डी देवी रज्जुमार्ग का तकनीकी, संरचनात्मक और सुरक्षा पहलुओं पर आधारित वार्षिक निरीक्षण संपन्न हुआ।
यह रज्जुमार्ग हरिद्वार की प्रसिद्ध धार्मिक स्थली चण्डी देवी मंदिर तक यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक पहुंच प्रदान करता है। इसकी संचालनकर्ता कंपनी मैसर्स ऊषा ब्रेको लिमिटेड है। निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि संचालक संस्था द्वारा शासन की तकनीकी दिशानिर्देशों, सुरक्षा मानकों एवं अन्य प्रशासनिक निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है अथवा नहीं।
ब्रिडकुल की निरीक्षण समिति
मुख्य रज्जुमार्ग निरीक्षक एवं ब्रिडकुल के प्रबंध निदेशक श्री नरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशन में गठित निरीक्षण समिति ने मौके पर पहुँचकर सभी आवश्यक बिंदुओं की सूक्ष्मता से जांच की। इस समिति में निम्नलिखित अधिकारी शामिल रहे:
- श्री कमल कुमार सैनी, उप-महाप्रबंधक/परियोजना प्रबंधक (रोपवे), ब्रिडकुल – समिति प्रमुख
- श्री वाजिद अली, आवासीय अभियंता (सिविल), ब्रिडकुल
- श्री जसबीर सिंह सजवाण, कनिष्ठ अभियंता (विद्युत/यांत्रिक), ब्रिडकुल
समिति ने रज्जुमार्ग के परिचालन के प्रत्येक चरण – यात्रियों की बोर्डिंग, डिसएंबार्केशन, केबिन संचालन, वायर रोप्स की स्थिति, टॉवर व ब्रेक सिस्टम, मोटर नियंत्रण प्रणाली, इमरजेंसी रिस्पॉन्स, और विद्युत सुरक्षा – का परीक्षण किया।
संचालन कंपनी के अधिकारी भी रहे मौजूद
मैसर्स ऊषा ब्रेको लिमिटेड की ओर से निरीक्षण में निम्न अधिकारी उपस्थित रहे, जिन्होंने निरीक्षण टीम को रज्जुमार्ग की संचालन प्रक्रिया, मरम्मत कार्यों और सुरक्षा उपायों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई:
- श्री मनोज पवार, कंपनी प्रेजिडेंट
- श्री मनोज डोभाल, महाप्रबंधक (रज्जुमार्ग)
- श्री अजय करासी, उप-क्षेत्रीय प्रबंधक
- श्री चंद्र सिंह रावत, प्लांट इंचार्ज
- श्री विनय सैनी, उपप्रबंधक (O&M)
इन अधिकारियों ने रज्जुमार्ग की नियमित देखरेख, तकनीकी स्टाफ की उपलब्धता, मैनुअल कंट्रोल ऑपरेशन और ऑटोमेशन सिस्टम को लेकर समिति को जानकारी दी। साथ ही, यात्रियों की सुरक्षा को लेकर अपनाई जा रही सावधानियों और समय-समय पर कराए जा रहे प्रशिक्षणों की जानकारी भी साझा की गई।
निरीक्षण का उद्देश्य और महत्ता
इस वार्षिक निरीक्षण का उद्देश्य केवल तकनीकी परीक्षण भर नहीं होता, बल्कि यह यात्रियों की सुरक्षा की पुष्टि, कंपनी के दायित्वों का मूल्यांकन और शासन द्वारा निर्धारित संचालन मानकों की समीक्षा का भी अवसर होता है। इस प्रक्रिया के जरिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि रोपवे सिस्टम किसी भी संभावित दुर्घटना या तकनीकी विफलता से दूर रहे।
निरीक्षण टीम द्वारा यह भी देखा गया कि रज्जुमार्ग के परिचालन से संबंधित आवश्यक दस्तावेज, रखरखाव रजिस्टर, सुरक्षा प्रमाणपत्र, और कर्मचारियों के प्रशिक्षण अभिलेख अद्यतन अवस्था में हैं अथवा नहीं। टीम ने पाया कि संचालन कंपनी ने समय-समय पर जरूरी उपकरणों की मरम्मत और आवश्यक रिप्लेसमेंट किए हैं।
निरीक्षण रिपोर्ट होगी अग्रेषित
ब्रिडकुल की निरीक्षण टीम द्वारा तैयार की जा रही निरीक्षण रिपोर्ट को शीघ्र ही मुख्य रज्जुमार्ग निरीक्षक/प्रबंध निदेशक श्री नरेन्द्र पाल सिंह को अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रस्तुत किया जाएगा। रिपोर्ट में निरीक्षण के दौरान देखी गई तकनीकी उपलब्धियों के साथ-साथ यदि कोई सुधारात्मक सुझाव हों तो वे भी सम्मिलित किए जाएंगे।
यह वार्षिक निरीक्षण उत्तराखण्ड शासन की उस नीति का हिस्सा है, जिसके तहत राज्य के सभी रोपवे सिस्टम की सुरक्षा, संरचना और संचालन गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जाता है। माँ चण्डी देवी रोपवे के निरीक्षण से यह प्रतीत होता है कि संचालन संस्था आवश्यक मानकों पर खरा उतरने का प्रयास कर रही है और शासन की गाइडलाइन के अनुसार व्यवस्था को सुचारु बनाए हुए है।
राज्य के तीर्थ स्थलों की ओर जाने वाले रज्जुमार्गों की विश्वसनीयता और संरचनात्मक मजबूती तीर्थयात्रियों की आस्था और सुरक्षा से जुड़ी हुई है। ऐसे में इनका नियमित निरीक्षण प्रशासन की एक महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी है। ब्रिडकुल द्वारा किया गया यह वार्षिक निरीक्षण न केवल शासन की जवाबदेही को दर्शाता है, बल्कि रज्जुमार्ग संचालन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की भावना को भी बल देता है।
हरिद्वार में माँ चण्डी देवी रज्जुमार्ग का सफल निरीक्षण इस बात का प्रतीक है कि उत्तराखण्ड में धार्मिक पर्यटन स्थलों पर आधुनिकता और सुरक्षा का संतुलन बनाए रखने की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।