हरिद्वार में अपराध गोष्ठी: अगस्त माह के अपराधों और अनावरण की गहन समीक्षा,, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के कड़े निर्देश, नवरात्र-दशहरा सुरक्षा व पुलिस वेलफेयर पर विशेष ध्यान,, फेक आईडी, साइबर ठगी और नशा तस्करों पर शिकंजा, वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर विवेचना को बढ़ावा

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार में अपराध गोष्ठी: अगस्त माह के अपराधों और अनावरण की गहन समीक्षा,,
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के कड़े निर्देश, नवरात्र-दशहरा सुरक्षा व पुलिस वेलफेयर पर विशेष ध्यान,,
फेक आईडी, साइबर ठगी और नशा तस्करों पर शिकंजा, वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर विवेचना को बढ़ावा
हरिद्वार, 15 सितम्बर 2025।
जनपद पुलिस मुख्यालय में आज माह अगस्त के अपराधों और उनके अनावरण की समीक्षा हेतु अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह बैठक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में एसपी क्राइम, एसपी सिटी, एसपी देहात समेत सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी, इंस्पेक्टर अभिसूचना इकाई और अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
एसएसपी डोबाल ने इस गोष्ठी में बीते माह घटित अपराधों और उनके अनावरण की गहन समीक्षा करते हुए सटीक एवं वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस का हर कदम जनता के विश्वास और न्याय प्रणाली को मजबूत करने वाला होना चाहिए। उन्होंने आगामी नवरात्र एवं दशहरा जैसे बड़े त्योहारों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के निर्देश दिए, ताकि श्रद्धालु और आमजन बिना किसी भय के पर्वों में शामिल हो सकें।
पुलिस वेलफेयर और भवन निर्माण पर जोर
एसएसपी डोबाल ने पुलिस कर्मियों के वेलफेयर पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने अधिकारियों से नए भवनों के निर्माण के लिए प्रस्ताव मांगते हुए जर्जर भवनों को शीघ्र नष्ट करने और नई सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्य वातावरण से ही पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ता है और उनकी कार्यक्षमता में वृद्धि होती है।
फेक आईडी व सोशल मीडिया अपराधों पर सख्ती
बैठक में सोशल मीडिया पर फेक आईडी से किए जा रहे अपराधों, ठगी और धोखाधड़ी के मामलों को भी गम्भीरता से लिया गया। एसएसपी डोबाल ने कहा कि फर्जी पहचान के जरिये शादी या प्रेमसंबंध बनाने वाले अब “ऑपरेशन कालनेमी” के तहत पुलिस के निशाने पर रहेंगे। उन्होंने साइबर अपराधों पर निगरानी बढ़ाने और आम जनता को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाने की बात कही।
महिला सुरक्षा और विवेचना की गुणवत्ता पर बल
एसएसपी ने निर्देश दिए कि घटनास्थल चाहे कहीं भी हो, महिला पीड़ितों को तत्काल मदद दी जाए और जीरो एफआईआर दर्ज की जाए। गंभीर अपराधों में अनिवार्य रूप से फॉरेंसिक साक्ष्य एकत्र करने और अभियुक्तों के खिलाफ न्यायालय में पेशी के लिए मजबूत केस फाइल तैयार करने को कहा। उन्होंने विवेचकों को नफीस में चांस फिंगरप्रिंट और मृत शव अंगूठा छाप शामिल करने की भी सलाह दी।
चोरी-लूट और लंबित विवेचनाओं पर फोकस
एसएसपी ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि चोरी और लूट के मामलों में खुलासे के साथ-साथ रिकवरी रेट बढ़ाने पर ध्यान दें। सीओ स्तर पर एक वर्ष से अधिक लंबित विवेचनाओं की स्वयं निगरानी करने और गुण-दोष के आधार पर उनका निस्तारण करने के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि महिला एवं बच्चों की गुमशुदगी के मामलों में अधिक प्रयास की आवश्यकता है। अज्ञात शवों की शिनाख्त के लिए प्रत्येक थाना स्तर से गंभीरता के साथ प्रयास किए जाएं और सूचना-संचार पोर्टल की मदद ली जाए। “मैं और बेहतर रिकॉर्ड्स की अपेक्षा करता हूं,” उन्होंने कहा।
जनजागरूकता और नशा तस्करों पर सख्ती
एसएसपी डोबाल ने चौपाल एवं थाना दिवस के माध्यम से आमजन को “डिजिटल अरेस्ट, साइबर ठगी और नशे के दुष्प्रभावों” के बारे में जागरूक करने पर जोर दिया। सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में स्थित मेडिकल स्टोरों पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाने को सुनिश्चित करने को कहा।
एनडीपीएस एक्ट से संबंधित मुकदमों का शीघ्र निस्तारण करने और विधि अनुसार नशा तस्करों की संपत्ति अटैच करने के आदेश दिए। फायरिंग घटनाओं को गंभीरता से लेने और सोशल मीडिया पर असलाह दिखाने वालों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश भी दिए।
थाना दिवस को हल्के में न लें एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने सख्त निर्देश
एसएसपी डोबाल ने कहा कि जनपद स्तर पर जो थाना दिवस आयोजित किए जा रहे हैं, उन्हें हल्के में न लिया जाए। प्रत्येक सर्किल ऑफिसर स्वयं उसमें उपस्थित रहेंगे और आम जनता की समस्याओं का मौके पर निस्तारण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने अपराध/देहात एवं नगर की पुलिस से इन बैठकों का गंभीर पर्यवेक्षण करने को कहा।
सक्षम और पारदर्शी पुलिसिंग की दिशा में कदम
बैठक के अंत में एसएसपी डोबाल ने दोहराया कि पुलिस की कार्यशैली और उपलब्धियों से जनता का विश्वास मजबूत होना चाहिए। हर स्तर पर सक्षम, पारदर्शी और साक्ष्य आधारित विवेचना को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि अपराधों पर अंकुश लगाने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को अपनी कार्यशैली में निरंतर सुधार लाना होगा।
इस अपराध गोष्ठी से यह संदेश साफ गया कि हरिद्वार पुलिस आने वाले समय में साइबर अपराध, नशा तस्करी, महिला सुरक्षा, चोरी-लूट और फेक आईडी जैसी चुनौतियों पर अधिक गंभीर और वैज्ञानिक तरीके से काम करेगी। एसएसपी के निर्देशों से अधिकारियों और कर्मचारियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ और जनता में भी पुलिस की सख्त एवं संवेदनशील छवि का संदेश पहुंचा।