ऑपरेशन लगाम के तहत हरिद्वार पुलिस की सख्ती: सड़क पर गुंडागर्दी करने वालों को दी मर्यादा की सीख, तेल टैंकर चालक से बेरहमी से मारपीट, कार सवार दिल्ली-हरियाणा के युवकों पर पुलिस का शिकंजा, पब्लिक प्लेस में हंगामा, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से बढ़ी थी जनता की नाराज़गी

इन्तजार रजा हरिद्वार- ऑपरेशन लगाम के तहत हरिद्वार पुलिस की सख्ती: सड़क पर गुंडागर्दी करने वालों को दी मर्यादा की सीख,
तेल टैंकर चालक से बेरहमी से मारपीट, कार सवार दिल्ली-हरियाणा के युवकों पर पुलिस का शिकंजा,
पब्लिक प्लेस में हंगामा, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से बढ़ी थी जनता की नाराज़गी
हरिद्वार, 9 जून 2025 —
हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन लगाम” के तहत एक बार फिर सड़क पर गुंडागर्दी करने वालों को सबक सिखाया गया। शनिवार देर रात रायसी मिल तिराहा कट के पास भारत पेट्रोलियम (BPCL) के एक तेल टैंकर चालक और दिल्ली-हरियाणा से आए कार सवार युवकों के बीच मारपीट की घटना सामने आई। मामूली ओवरटेकिंग के विवाद ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया।
भीड़ जुटी, चालक को बीच सड़क पर पीटा
जानकारी के अनुसार, बीती रात करीब 11 बजे टैंकर चालक और सफेद रंग की एक कार सवार युवकों के बीच गाड़ी आगे-पीछे करने को लेकर कहासुनी हो गई। देखते ही देखते यह विवाद गाली-गलौज और फिर हाथापाई में बदल गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कार सवार युवकों ने ट्रक ड्राइवर को जबरन बाहर खींच लिया और उसके साथ सरेआम मारपीट शुरू कर दी। लात-घूंसे बरसाए गए और ड्राइवर की जेब से मोबाइल, नकदी व गाड़ी की चाबी भी छीन ली गई।
ड्राइवर की चीख-पुकार सुनकर कुछ स्थानीय लोग मदद के लिए पहुंचे लेकिन दबंग कार सवारों ने उनसे भी धक्का-मुक्की की। पूरे घटनाक्रम का वीडियो मौके पर मौजूद किसी व्यक्ति ने रिकॉर्ड कर लिया जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में युवकों की गुंडागर्दी और उत्पात स्पष्ट देखा जा सकता है।
पुलिस पर भी किया हमला, फिर भागे आरोपी
घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली ज्वालापुर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन आरोपियों ने पुलिस टीम से भी बदसलूकी की और धक्का देने की कोशिश की। इसके बाद सभी आरोपी अपनी कार लेकर मौके से फरार हो गए। मगर हरिद्वार पुलिस की मुस्तैदी ने ज्यादा देर उन्हें आज़ादी नहीं दी।
थोड़ी ही देर में पुलिस ने आरोपियों की कार को हरिलोक तिराहे के पास रोका और सभी को हिरासत में लेकर थाने ले आई। पूछताछ के दौरान सभी आरोपी युवकों ने पहले बहाना बनाने की कोशिश की, लेकिन वायरल वीडियो और स्थानीय गवाहों के बयान से मामला साफ हो गया।
पुलिस की कार्रवाई: चालान, शांतिभंग और कड़ी चेतावनी
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कार चालक का मोटर वाहन अधिनियम के तहत चालान काटा और पब्लिक प्लेस पर झगड़ा व हुड़दंग करने के लिए सभी आरोपियों पर धारा 81 पुलिस अधिनियम के तहत कार्रवाई की। साथ ही दोनों पक्षों को सख्त चेतावनी दी गई कि भविष्य में इस प्रकार का आचरण करने पर उनके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने मामले को “ऑपरेशन लगाम” के तहत नजीर बताते हुए कहा कि सार्वजनिक स्थान पर अराजकता फैलाने, पुलिस से अभद्रता करने और आम नागरिकों की सुरक्षा से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आरोपियों के नाम और पते:
- कुनाल पुत्र सुमेर सिंह, निवासी जन्नत बिहार, झोडोदा रोड, नवाजगढ़, दिल्ली
- केशव पुत्र साहब सिंह, निवासी सैनिक एन्क्लेव, नई दिल्ली
- पुनीत पुत्र दिलबाग, निवासी कुलासी, जिला झज्जर, हरियाणा
- साहिल पुत्र जानवनत, निवासी गोईला विहार, नई दिल्ली
- हर्ष पुत्र ओमप्रकाश, निवासी जन्नत विहार कॉलोनी, नजवतगढ़, नई दिल्ली
इलाके में तनाव, लेकिन हालात नियंत्रण में
घटना के बाद कुछ समय तक इलाके में तनाव की स्थिति बनी रही। स्थानीय लोगों में रोष था कि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक या यात्री अब सड़कों पर कानून हाथ में लेने लगे हैं। हालांकि ज्वालापुर पुलिस की तेज कार्रवाई के चलते माहौल जल्द सामान्य हो गया। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
सोशल मीडिया पर उबाल, हरकत की मांग
घटना की वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में भारी गुस्सा है। सोशल मीडिया पर हरिद्वार पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना तो हो रही है लेकिन साथ ही मांग भी उठ रही है कि इस तरह के मामलों में सिर्फ चालान और चेतावनी नहीं, बल्कि कठोर न्यायिक कार्रवाई की जाए ताकि सड़क पर कानून अपने हाथ में लेने वालों को स्पष्ट संदेश दिया जा सके।
हरिद्वार पुलिस का सख्त संदेश
हरिद्वार पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि ऑपरेशन लगाम के तहत जिला प्रशासन और पुलिस सड़क पर गुंडागर्दी, अराजकता और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की आपराधिक या अनुशासनहीन गतिविधि देखें तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।
निष्कर्ष:
इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तराखंड में बढ़ती आवाजाही और पर्यटकों की संख्या के साथ-साथ पुलिस-प्रशासन को और सतर्क रहने की आवश्यकता है। साथ ही यह संदेश भी ज़रूरी है कि हरिद्वार सिर्फ आस्था की नगरी ही नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था के पालन का भी प्रतीक है।
ऐसी हरकतें राज्य की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली हैं, जिन्हें किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रिपोर्ट: इंतजार रज़ा
Daily Live Uttarakhand
हरिद्वार