धामी ने रचा नया इतिहास,, सबसे लंबे भाजपा कार्यकाल का रिकॉर्ड, निर्णायक नेतृत्व से जनता का विश्वास जीता,, राज्य निर्माण के बाद के दूसरे सबसे दीर्घकालिक मुख्यमंत्री बने पुष्कर सिंह धामी

इन्तजार रजा हरिद्वार- धामी ने रचा नया इतिहास,,
सबसे लंबे भाजपा कार्यकाल का रिकॉर्ड, निर्णायक नेतृत्व से जनता का विश्वास जीता,,
राज्य निर्माण के बाद के दूसरे सबसे दीर्घकालिक मुख्यमंत्री बने पुष्कर सिंह धामी
इन्तजार रजा | Daily Live Uttarakhand | देहरादून | 27 जून 2025
✅ इतिहास में दर्ज हुआ नाम: धामी ने रचा कीर्तिमान
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक और बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। वे अब भाजपा की ओर से उत्तराखंड में सबसे लंबा कार्यकाल पूरा करने वाले मुख्यमंत्री बन गए हैं। 3 वर्ष 358 दिन की सेवा पूरी कर उन्होंने अपने पूर्ववर्ती त्रिवेंद्र सिंह रावत को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने 3 वर्ष 357 दिन तक यह पद संभाला था।
इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड ने पुष्कर सिंह धामी को राज्य निर्माण के बाद के दूसरे सबसे दीर्घकालिक मुख्यमंत्री के रूप में भी स्थापित कर दिया है। पहले नंबर पर आज भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंडित नारायण दत्त तिवारी हैं, जिन्होंने 2002 से 2007 तक मुख्यमंत्री पद पर बिना रुकावट के पांच साल पूरे किए।
✅ राजनीतिक अस्थिरता से स्थायित्व तक: धामी का नेतृत्व
उत्तराखंड की राजनीति लंबे समय से अस्थिर रही है। वर्ष 2021 में जब त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अचानक इस्तीफा दिया, तो पार्टी नेतृत्व ने तीरथ सिंह रावत को कुछ महीनों के लिए मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन अस्थिरता के इस दौर को अंत में पुष्कर सिंह धामी ने ही स्थिरता में बदला।
धामी को एक युवा और कम अनुभवी नेता माना जा रहा था, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत, निर्णय क्षमता और जनता से सीधे संवाद के जरिए साबित किया कि वे न केवल पार्टी के लिए, बल्कि राज्य के लिए भी उपयुक्त नेता हैं।
✅ नीतियों का नेतृत्व: बदलाव और सुधार की बयार
श्री धामी का कार्यकाल नीतिगत फैसलों के लिए जाना जाएगा। इनकी कुछ प्रमुख उपलब्धियाँ इस प्रकार हैं:
- सख्त नकल विरोधी कानून: प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता और विश्वास बहाली का ऐतिहासिक कदम।
- भूमि कानूनों में सुधार: पर्वतीय क्षेत्रों में बाहरी कब्जे और भू-माफिया के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई।
- धर्मांतरण विरोधी कानून: धार्मिक संतुलन को बचाने और जबरन धर्म परिवर्तन रोकने के लिए सख्त प्रावधान।
- समान नागरिक संहिता (UCC): देश में पहली बार किसी राज्य ने इसे लागू करने की ठोस पहल की।
इन कानूनों के चलते पुष्कर सिंह धामी को एक निर्णायक मुख्यमंत्री की पहचान मिली है, जो नतीजों की चिंता किए बिना कठिन लेकिन ज़रूरी फैसले लेता है।
✅ जनसंवाद और प्रशासनिक सादगी की मिसाल
मुख्यमंत्री धामी की सबसे बड़ी ताकत है – जनता से उनका सीधा जुड़ाव। जनता दरबार, जन संवाद, चौपाल, लोक मंच जैसे कार्यक्रमों ने उन्हें जनता का मुख्यमंत्री बना दिया है।
साथ ही प्रशासनिक पारदर्शिता को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने हर स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ संदेश दिया है। उनके दौर में अफसरशाही को भी अधिक जवाबदेह बनाया गया है।
✅ लोकप्रियता के शिखर पर: देश के टॉप मुख्यमंत्रियों में शामिल
हाल ही में आए कई मीडिया सर्वे और पोल रिपोर्टों में पुष्कर सिंह धामी को देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में स्थान मिला है। उत्तराखंड की जनता ने उन्हें यूथ आइकन और एक्शन मुख्यमंत्री की संज्ञा दी है।
उनकी लोकप्रियता का आधार है –
- निर्णयों में देरी नहीं
- सभी वर्गों के लिए योजनाएं
- सरल, सहज और विनम्र व्यवहार
- और सच्चे जनप्रतिनिधि की छवि
✅ 2027 के चुनावों से पहले भाजपा को मजबूती
2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह रिकॉर्ड भाजपा के लिए सुनहरा अवसर है। पार्टी धामी के कार्यकाल को “स्थिर, साहसी और सफल शासन” के रूप में जनता के सामने प्रस्तुत कर सकती है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि धामी की लोकप्रियता यही बनी रही तो वे अगले चुनाव में और भी बड़े जनादेश के साथ लौट सकते हैं, और शायद उत्तराखंड के पहले मुख्यमंत्री बन सकते हैं जिन्होंने लगातार दो बार कार्यकाल पूरा किया हो।
✅ मान्यता और सम्मान की बौछार
श्री धामी की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों और युवाओं ने उन्हें बधाई दी है।
राज्य मीडिया प्रभारी मानवीर चौहान ने कहा –
“मुख्यमंत्री धामी ने सिद्ध कर दिया है कि युवा नेतृत्व अगर ईमानदार हो तो वह राज्य की दिशा और दशा दोनों बदल सकता है। यह कार्यकाल निर्णयों की स्थिरता और जनता से जुड़ेपन का प्रतीक है।”
✅ धामी अब एक राजनीतिक उदाहरण बन चुके हैं
उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कर्म और व्यवहार से यह सिद्ध किया है कि जनता केवल वादों से नहीं, कार्यों से खुश होती है।
उन्होंने न केवल उत्तराखंड को स्थिरता दी, बल्कि पूरे देश में युवाओं की राजनीति में सफलता की मिसाल भी बन गए।
अब यह साफ हो चुका है – धामी लोकप्रिय हैं, और यह लोकप्रियता सिर्फ सोशल मीडिया की नहीं, ज़मीन से जुड़ी हुई है।
Daily Live Uttarakhand के लिए विशेष रिपोर्ट | इन्तजार रजा | 27 जून 2025