कांवड़ यात्रा की व्यवस्थाओं पर डीएम हरिद्वार का सख्त फ़ोकस,, स्वयं निरीक्षण कर रहे जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, श्रद्धालुओं से ले रहे जमीनी फीडबैक,, स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर दिए सख्त निर्देश

इन्तजार रजा हरिद्वार- कांवड़ यात्रा की व्यवस्थाओं पर डीएम हरिद्वार का सख्त फ़ोकस,,
स्वयं निरीक्षण कर रहे जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, श्रद्धालुओं से ले रहे जमीनी फीडबैक,,
स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर दिए सख्त निर्देश
हरिद्वार | कांवड़ यात्रा 2025 के सफल संचालन को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित लगातार कांवड़ मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे हैं। डीएम स्वयं मौके पर पहुंचकर न केवल व्यवस्थाओं की बारीकी से समीक्षा कर रहे हैं, बल्कि यात्रा में पहुंचे श्रद्धालुओं से भी सीधा संवाद कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं को कांवड़ियों ने सराहा है और जिलाधिकारी की तत्परता को यात्रा का सबसे मजबूत पक्ष बताया है।
श्रद्धालुओं से संवाद कर ले रहे ग्राउंड रियलिटी
कांवड़ मेला क्षेत्र में जहां लाखों की संख्या में शिवभक्त पहुंच रहे हैं, वहीं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित का फील्ड में सक्रिय रहना व्यवस्थाओं की गुणवत्ता को सुनिश्चित कर रहा है। डीएम ने विभिन्न सेक्टरों में जाकर श्रद्धालुओं से मुलाकात की, उनकी समस्याएं जानीं और मौके पर मौजूद अधिकारियों को तुरंत समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा आस्था का पर्व है, और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने बताया, “हमारी पूरी कोशिश है कि यात्रा शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सुविधाजनक रूप से संपन्न हो। श्रद्धालुओं की राय हमारे लिए मार्गदर्शन का काम करती है।”
स्वास्थ्य शिविर में पहुंचकर ली जानकारी
कांवड़ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं एक प्रमुख चुनौती होती हैं, जिसे देखते हुए जिलाधिकारी ने अस्थाई स्वास्थ्य शिविरों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जानकारी दी गई कि सबसे ज्यादा मरीज बदन दर्द, थकान और इचिंग (त्वचा में खुजली) से संबंधित समस्याओं के आ रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने सभी आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सीएमओ कार्यालय को अलर्ट मोड पर रहने को कहा और कहा कि हर सेक्टर में पर्याप्त मेडिकल स्टाफ, एम्बुलेंस व औषधि स्टॉक होना अनिवार्य है।
हौंसला अफजाई कर रहे ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों की
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस, होमगार्ड, सिविल डिफेंस, सफाई कर्मियों और अन्य कर्मचारियों की हौंसला अफजाई भी की। उन्होंने कहा कि इन सभी की मेहनत से ही यह महायात्रा सुरक्षित ढंग से संचालित हो रही है। डीएम ने मौके पर रुककर अधिकारियों से जानकारी ली और मेला ड्यूटी में ईमानदारी व सक्रियता के लिए कर्मियों की पीठ थपथपाई।
साफ-सफाई और जल व्यवस्था पर विशेष निर्देश
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विशेष रूप से पेयजल, शौचालय व स्नानघाटों की व्यवस्था पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी शौचालयों में पानी की समुचित आपूर्ति होनी चाहिए, विशेषकर महिला टॉयलेट्स में किसी प्रकार की कमी न रहे। साथ ही, सफाई व्यवस्था को लेकर नगर निगम, जल संस्थान और मेला प्रशासन को निर्देशित किया गया कि सुबह-शाम नियमित सफाई हो और कूड़ा निस्तारण तत्काल किया जाए।
उन्होंने सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेटों को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए कि वे ग्राउंड पर रहकर हर छोटी-बड़ी व्यवस्था पर नजर रखें और किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में त्वरित एक्शन लें।
कांवड़ियों ने की व्यवस्थाओं की सराहना
जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान कई कांवड़ यात्रियों ने प्रशासन की व्यवस्थाओं की खुले दिल से सराहना की। हरियाणा से आए एक कांवड़िये संदीप शर्मा ने बताया, “हरिद्वार प्रशासन की व्यवस्था इस बार काफ़ी बेहतर है, हमें कहीं भी रुकने, पीने के पानी या प्राथमिक उपचार की परेशानी नहीं आई।” वहीं, महिला श्रद्धालुओं ने भी महिला टॉयलेट, सुरक्षा और मेडिकल सहायता की सराहना की।
हर कदम पर सक्रिय है प्रशासन
कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की फील्ड-फोकस्ड कार्यशैली साफ़ तौर पर दिखाई दे रही है। निरीक्षण, संवाद, समाधान और निर्देश—इन चार स्तंभों पर आधारित उनकी रणनीति श्रद्धालुओं को सुविधाजनक अनुभव दिलाने में सफल हो रही है।
जिलाधिकारी ने यह भी संकेत दिए कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मेला क्षेत्र में लापरवाही करता पाया गया तो उस पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
हरिद्वार प्रशासन की यह सक्रियता न केवल यात्रा के सफल आयोजन को सुनिश्चित कर रही है, बल्कि देशभर से आने वाले कांवड़ियों में उत्तराखंड शासन और प्रशासन के प्रति भरोसे को भी और अधिक मजबूत बना रही है।
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