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गंगा का जलस्तर बना चिंता का विषय,, प्रशासन हाई अलर्ट पर, ग्रामीणों-बस्तियों को किया गया सतर्क,, शहरी क्षेत्रों में जलभराव निकासी के प्रयास जारी

इन्तजार रजा हरिद्वार- गंगा का जलस्तर बना चिंता का विषय,,

प्रशासन हाई अलर्ट पर, ग्रामीणों-बस्तियों को किया गया सतर्क,,

शहरी क्षेत्रों में जलभराव निकासी के प्रयास जारी

हरिद्वार: आने वाले दिनों में लगातार हो रही बारिश ने जनपद हरिद्वार में खतरे की स्थिति पैदा कर दी है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गया है। गंगा नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटों में डेंजर लेवल तक पहुंच गया था। हालांकि राहत की बात यह है कि आज जलस्तर घटकर पुनः वार्निंग लेवल से नीचे आ गया है। इसके बावजूद खतरा पूरी तरह टला नहीं है, क्योंकि पहाड़ी जनपदों में हो रही बारिश का सीधा असर हरिद्वार में दिखाई दे रहा है।

जिलाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, गंगा किनारे बसे गांवों और बस्तियों को अलर्ट पर रखा गया है। सभी राजस्व कर्मियों और संबंधित विभागों को स्थिति पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने साफ कहा है कि सितंबर पूरा महीना जलस्तर अचानक बढ़ने की घटनाओं के लिहाज से संवेदनशील रहेगा। अचानक पानी बढ़ने की स्थिति में तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने की रणनीति तैयार कर ली गई है।

गंगा के बढ़ते जलस्तर से ग्रामीण इलाकों में बाढ़ जैसी आशंका बनी हुई है। नदी के निकट बसे हुए लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें। वहीं दूसरी ओर नगर निकाय क्षेत्रों में जलभराव की समस्या लगातार चुनौती बन रही है। हरिद्वार, रुड़की और अन्य शहरी इलाकों में बारिश का पानी जमा होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर पानी भरने से यातायात भी प्रभावित हुआ है।

नगर निगम और प्रशासन की ओर से जलनिकासी की व्यवस्था तेज कर दी गई है। पंपिंग सेट्स और नालों की सफाई के जरिए पानी को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारी लगातार मौके पर जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। आपदा प्रबंधन टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई हो सके।

जिलाधिकारी ने बताया कि गंगा का जलस्तर कभी भी आकस्मिक रूप से बढ़ सकता है, इसलिए लगातार वॉच रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि गंगा किनारे रहने वाले लोग प्रशासन के संपर्क में रहें और किसी भी तरह की आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें।

फिलहाल गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे जरूर है, लेकिन लगातार हो रही पहाड़ी क्षेत्रों की बारिश प्रशासन और आमजन दोनों के लिए चुनौती बनी हुई है। सितंबर माह में बरसात का सिलसिला जारी रहने के चलते हरिद्वार जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की जा रही है।

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