नशा मुक्त देवभूमि अभियान को बड़ी कामयाबी,, 24 लाख की चरस बरामद, अंतरराष्ट्रीय तस्कर समेत दो गिरफ्तार,, नेपाल से ला रहे थे चरस, STF की सटीक कार्रवाई से पर्दाफाश

इन्तजार रजा हरिद्वार- नशा मुक्त देवभूमि अभियान को बड़ी कामयाबी,,
24 लाख की चरस बरामद, अंतरराष्ट्रीय तस्कर समेत दो गिरफ्तार,,
नेपाल से ला रहे थे चरस, STF की सटीक कार्रवाई से पर्दाफाश
टनकपुर (चंपावत), 02 अगस्त 2025 –
उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को नशा तस्करी के विरुद्ध चलाए जा रहे “ड्रग्स-फ्री देवभूमि” अभियान के तहत एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। STF की कुमाऊं यूनिट और टनकपुर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर समेत दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से कुल 4.30 किलोग्राम अवैध चरस बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत ₹24 लाख बताई जा रही है।
नेपाल से ला रहे थे चरस, सीमावर्ती जिलों में करते थे सप्लाई
गिरफ्तार आरोपियों में एक की पहचान जय बहादुर धामी (उम्र 29 वर्ष), निवासी झापा, नेपाल के रूप में हुई है। जबकि दूसरा आरोपी कबीर गर्ब्याल (उम्र 52 वर्ष), निवासी धारचूला, पिथौरागढ़ है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये लोग चरस को नेपाल से ला रहे थे और उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में ऊंचे दामों पर बेचते थे।
टीम ने खुफिया जानकारी के आधार पर टनकपुर क्षेत्र में जाल बिछाया और दोनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया। जब तलाशी ली गई तो उनके पास से 4 किलो 30 ग्राम उच्च गुणवत्ता की चरस बरामद हुई।
STF चीफ नवनीत भुल्लर के निर्देश पर की गई कार्रवाई
इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व STF चीफ नवनीत भुल्लर के निर्देशन में किया गया। उन्होंने बताया कि यह सफलता ड्रग्स के नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में एक अहम कदम है। ऑपरेशन के दौरान टीम को कुछ अन्य संदिग्ध तस्करों के बारे में भी जानकारी प्राप्त हुई है, जिन पर अगली कार्रवाई शीघ्र की जाएगी।
जनता से अपील – “संदिग्ध दिखे तो करें सूचना”
STF और उत्तराखंड पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे नशे से दूर रहें और यदि कहीं नशा तस्करी या संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी हो, तो तत्काल STF या निकटतम पुलिस थाना को सूचित करें। किसी भी सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
“ड्रग्स फ्री देवभूमि” के लिए STF की संकल्पबद्धता
उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने के लिए STF लगातार सीमावर्ती क्षेत्रों, पर्वतीय जिलों और शहरी इलाकों में सक्रिय रूप से छापेमारी और निगरानी कर रही है। इस अभियान में STF के जवानों की प्रतिबद्धता और तत्परता लगातार रंग ला रही है। यह ताजा सफलता इस बात का प्रमाण है कि उत्तराखंड पुलिस ड्रग्स के खिलाफ पूरी ताकत से मैदान में डटी हुई है।