खुली दवाइयों की बिक्री पर ड्रग्स विभाग का बड़ा एक्शन,, खड़खड़ी क्षेत्र के मेडिकल स्टोर्स पर छापा, अनियमितताओं पर दी सख्त चेतावनी,, ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती की अपील – नियम तोड़ने वालों की तुरंत दें जानकारी,,

इन्तजार रजा हरिद्वार- खुली दवाइयों की बिक्री पर ड्रग्स विभाग का बड़ा एक्शन,,
खड़खड़ी क्षेत्र के मेडिकल स्टोर्स पर छापा, अनियमितताओं पर दी सख्त चेतावनी,,
ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती की अपील – नियम तोड़ने वालों की तुरंत दें जानकारी,,
रिपोर्ट: इन्तजार रज़ा, हरिद्वार | Daily Live Uttarakhand
हरिद्वार में चिकित्सा सेवाओं को लेकर लापरवाही और कानून की अनदेखी अब ज्यादा दिन नहीं चल पाएगी। ड्रग्स विभाग ने सोमवार को खड़खड़ी क्षेत्र में ताबड़तोड़ छापेमारी कर मेडिकल स्टोर्स में खुली दवाइयों की बिक्री और बिना डॉक्टर की पर्ची के दवा वितरण जैसे गंभीर मामलों पर बड़ी कार्रवाई की।
इस कार्रवाई का नेतृत्व ड्रग्स इंस्पेक्टर हरिद्वार अनीता भारती ने किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान जो दृश्य देखे, वो न केवल नियमों के उल्लंघन को उजागर कर रहे थे, बल्कि आम नागरिकों की जान से भी खिलवाड़ की तस्वीर पेश कर रहे थे।
छापेमारी में सामने आईं चौंकाने वाली सच्चाईयां
मौके पर पहुंची टीम ने पाया कि:
- कई दुकानदार दवाइयों को बिना सीलबंद पैकिंग के ही ग्राहकों को बेच रहे थे।
- कुछ स्टोर पर बिना डॉक्टर की वैध पर्ची के ऐंटीबायोटिक, पेनकिलर्स, और स्लीपिंग पिल्स जैसी संवेदनशील दवाएं दी जा रही थीं।
- कुछ दुकानों में स्टॉक रजिस्टर, बिलिंग रिकॉर्ड और ग्राहक पर्चियों का कोई उचित संधारण नहीं किया जा रहा था।
यह सब सीधे तौर पर ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 और नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट 1985 के उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि “यह बहुत गंभीर मामला है। मेडिकल स्टोर दवाओं की दुकानों से ज्यादा जिम्मेदारी का स्थान होते हैं। यदि यहां लापरवाही होती है तो पूरे समाज की सेहत खतरे में पड़ जाती है।”
कानूनी कार्रवाई के संकेत, दुकानदारों को अंतिम चेतावनी
ड्रग्स विभाग ने जिन दुकानों में अनियमितता पाई, उन्हें तत्काल लाइसेंस निरस्तीकरण की चेतावनी दी है।
अनीता भारती ने स्पष्ट किया:
“यदि अगली बार निरीक्षण में वही खामियां दोहराई गईं तो हम बिना किसी और चेतावनी के एफआईआर दर्ज कर कठोर कानूनी कार्यवाही करेंगे। हमारी जिम्मेदारी है कि प्रदेश में दवाइयों की बिक्री पूरी तरह से नियमबद्ध और पारदर्शी हो।”
कुछ मेडिकल स्टोर संचालकों ने मौके पर गलती स्वीकार करते हुए भविष्य में सुधार का आश्वासन दिया, लेकिन विभाग ने स्पष्ट कर दिया कि अब केवल आश्वासन से काम नहीं चलेगा। अब रिकॉर्ड, स्टॉक और लाइसेंस की बारीकी से जांच होगी।
जनता को दी गई बड़ी जिम्मेदारी
कार्रवाई के बाद ड्रग्स विभाग ने स्थानीय जनता से भी सहयोग की अपील की है। अनीता भारती ने कहा कि,
“यदि किसी मेडिकल स्टोर पर खुले में दवा बेची जा रही हो, बिना डॉक्टर की पर्ची के खतरनाक दवाएं दी जा रही हों या कोई भी नियमों का उल्लंघन हो रहा हो, तो इसकी सूचना ड्रग्स इंस्पेक्टर कार्यालय हरिद्वार को दें। हम तत्काल कार्रवाई करेंगे।”
शिकायत करने के लिए:
- हेल्पलाइन नंबर: 1800-XXX-XXXX
- ईमेल: drugcontrol.uk@nic.in
- व्यक्तिगत रूप से शिकायत का पंजीकरण भी किया जा सकता है।
यह कार्रवाई क्यों है ज़रूरी?
- खुली दवाइयां अक्सर खराब हो सकती हैं – हवा, धूल, नमी या तापमान की वजह से दवाइयों की गुणवत्ता प्रभावित होती है, जिससे साइड इफेक्ट्स और रिएक्शन हो सकते हैं।
- बिना डॉक्टर की सलाह से दवाएं लेना बेहद खतरनाक है – इससे गलत उपचार, एलर्जी, यहां तक कि मौत का भी खतरा हो सकता है।
- ऐंटीबायोटिक और साइकोट्रॉपिक दवाओं का दुरुपयोग – इससे भविष्य में कोई दवा काम नहीं करेगी क्योंकि Drug Resistance बढ़ता है।
- ड्रग्स वितरण एक वैज्ञानिक और नियंत्रित प्रक्रिया है – इसे नजरअंदाज करने से पूरे स्वास्थ्य तंत्र पर असर पड़ता है।
क्या कहते हैं क्षेत्र के लोग?
स्थानीय निवासी सोनू कुमार ने बताया,
“हमने कई बार देखा है कि कुछ दुकानदार बिना पूछे ही दवाएं दे देते हैं, खासकर नींद की गोलियां और पेनकिलर्स। अच्छी बात है कि अब प्रशासन ने ध्यान दिया है।”
मेडिकल स्टोर संचालक विजय शर्मा कहते हैं,
“कई बार ग्राहकों के दबाव में दुकानदार नियम तोड़ते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हम पूरी प्रक्रिया को डिजिटल और पारदर्शी बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
भविष्य में और सख्ती, तैयार की जा रही मेडिकल स्टोर्स की निगरानी सूची
ड्रग्स विभाग अब एक विस्तृत मॉनिटरिंग मैकेनिज्म तैयार कर रहा है:
- राज्यभर के मेडिकल स्टोर्स की निगरानी सूची बनेगी।
- जिन दुकानों पर पहले से शिकायतें हैं, उन पर प्राथमिकता से जांच होगी।
- विभाग अब ऑनलाइन पर्ची और बिक्री रिकॉर्डिंग सिस्टम को बढ़ावा देगा।
- हरिद्वार से शुरू होकर यह मॉडल पूरे उत्तराखंड में लागू किया जाएगा।
Daily Live Uttarakhand की विशेष टिप्पणी
स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी लापरवाहियों पर कार्रवाई का यह कदम प्रशंसनीय है। हरिद्वार जैसे धार्मिक और पर्यटन क्षेत्र में विश्वसनीय चिकित्सा व्यवस्था न केवल स्थानीय नागरिकों, बल्कि देश-विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए भी बेहद आवश्यक है।
ड्रग्स विभाग की इस कार्यवाही से स्पष्ट हो गया है कि अब नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह एक सख्त संदेश है उन दुकानदारों को, जो थोड़े से लाभ के लिए जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हैं।
यह कार्रवाई केवल एक छापा नहीं, बल्कि एक सतर्कता अभियान की शुरुआत है। आने वाले समय में उम्मीद है कि ड्रग्स विभाग पूरे राज्य में नियमों को सख्ती से लागू करेगा और नागरिक भी अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहेंगे।
यदि आप किसी मेडिकल स्टोर में अनियमितता देखें तो बेझिझक विभाग को सूचित करें। यह केवल एक शिकायत नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक का कदम होगा — आपकी सुरक्षा, और समाज की भलाई के लिए।
रिपोर्टर: इन्तजार रज़ा
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