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नशे की मार: पिता ने ली बेटे की जान,, कलियर थाना क्षैत्र के रांगघड़वाला गांव में शराब के विवाद ने छीनी बेटे की जिंदगी,, पुलिस जांच जारी, आरोपी पिता की तलाश तेज

इन्तजार रजा हरिद्वार- नशे की मार: पिता ने ली बेटे की जान,,

कलियर थाना क्षैत्र के रांगघड़वाला गांव में शराब के विवाद ने छीनी बेटे की जिंदगी,,

पुलिस जांच जारी, आरोपी पिता की तलाश तेज

हरिद्वार जिले के पिरान कलियर थाना क्षेत्र के रांगघड़वाला गांव में शुक्रवार को एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। नशे की लत और शराब को लेकर हुए विवाद ने एक परिवार को ऐसा गहरा जख्म दिया, जिसे भर पाना मुश्किल है। यहां एक पिता ने नशे के बहाने अपने ही बेटे की जिंदगी छीन ली। यह घटना नशे के दुष्परिणामों और परिवार पर पड़ने वाले भयावह असर की एक और कड़वी हकीकत को सामने लाती है।

घटना का विवरण

मृतक की पहचान सनी (35) पुत्र घसीटा के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को पिता और बेटे के बीच शराब को लेकर कहासुनी शुरू हुई। विवाद इतना बढ़ा कि आरोपी पिता ने गुस्से में नुकीली वस्तु से बेटे पर वार कर दिया। यह हमला इतना गंभीर था कि सनी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया, जिससे गांव में सनसनी फैल गई।

पुलिस की कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलते ही कलियर थाना प्रभारी रविन्द्र कुमार और एसएसआई बीएस चौहान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इसके बाद एसपी देहात शेखर सुयाल और रुड़की सीओ नरेंद्र पंत भी घटनास्थल पर पहुंचे और गहन जांच की। पुलिस ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है और मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है।

नशे का काला सच

यह घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि समाज को चेतावनी भी है। शराब और नशे के कारण रिश्ते टूट रहे हैं और घर उजड़ रहे हैं। रांगघड़वाला की यह घटना यह बताती है कि नशे की वजह से न केवल व्यक्ति का जीवन खत्म होता है, बल्कि पूरे परिवार की नींव भी हिल जाती है।

सीओ रुड़की नरेंद्र पंत ने कहा—

“यह बेहद दुखद और संवेदनशील मामला है। पुलिस पूरी गंभीरता से जांच कर रही है और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। नशा समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा है, यह घटना इसकी एक बड़ी मिसाल है।”

रांगघड़वाला गांव की यह घटना समाज को झकझोर देने वाली है। यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि नशे के कारण टूटते परिवारों की काली तस्वीर है। जरूरत है कि समाज और प्रशासन मिलकर नशे के खिलाफ मजबूत अभियान चलाएं, ताकि भविष्य में कोई और परिवार ऐसी त्रासदी का शिकार न हो।

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