पहाड़ों की रानी मसूरी में बिना रजिस्ट्रेशन के नहीं मिलेगी एंट्री!, अब नया नियम हुआ लागू,, QR कोड से होगी एंट्री।

इन्तजार रजा हरिद्वार- पहाड़ों की रानी मसूरी में बिना रजिस्ट्रेशन के नहीं मिलेगी एंट्री!, अब नया नियम हुआ लागू,, QR कोड से होगी एंट्री।
अगर आप पहाड़ों की रानी मसूरी(mussoorie) घूमने का प्लान बना रहे है तो ये खबर आपके लिए है। अब आपको मसूरी में आने से पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। जी हां, उत्तराखंड पर्यटन विभाग (Uttarakhand Tourism Board) ने मसूरी आने वाले पर्यटकों के लिए रजिस्ट्रेशन (Registration) अनिवार्य कर दिया है। अब रजिस्ट्रेशन कैसे और कहां करना है चलिए आपको बताते है।
मसूरी आने से पहले कहा करें रजिस्ट्रेशन?⤵️
मसूरी आने से पहले अब रजिस्ट्रेशन (Registration) करवाना अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन आप पर्यटक उत्तराखंड पर्यटन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या फिर ऐप के माध्यम से करवा सकते है। इसको लेकर राज्य सरकार को एनजीटी भी पहले ही कार्यवाही करने को आदेश दे चुकी है।
OTP-आधारित होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन⤵️
मसूरी में अब बिना रजिस्ट्रेशन एंट्री नहीं मिलेगी। पर्यटकों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा और QR कोड दिखाना होगा।मतलब अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन OTP-आधारित होगा। आसान भाषा में समझें तो रजिस्ट्रेशन के दौरान आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक वन टाइम पासवर्ड (OTP) आएगा। भारतीय पर्यटकों को OTP उनके मोबाइल पर मिलेगा। जबकि विदेशी पर्यटकों को OTP ईमेल के ज़रिए भेजा जाएगा।
QR कोड दिखाकर होगी एंट्री⤵️
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक QR कोड जेनरेट होगा। जिसे एंट्री प्वाइंट पर दिखाना होगा। मसूरी में एंट्री के वक्त वाहनों की जांच ऑटोमेटेड नंबर प्लेट रिकॉग्निशन सिस्टम (ANPR) से की जाएगी। अगर किसी वाहन के पास वैध QR कोड नहीं होगा, तो उन्हें एंट्री पॉइंट से ही वापस लौटाया जा सकता है।
रजिस्ट्रेशन चेक के लिए बनाए गए प्वाइंट⤵️
रजिस्ट्रेशन चेक के लिए मसूरी और देहरादून के बीच एक चेकिंग प्वाइंट बनाया जाएगा। बता दें कि डे विजिटर वालों का रजिस्ट्रेशन चेक नहीं किया जाएगा। लेकिन अगर आपका वहां रुकने का प्लान है तो रजिस्ट्रेशन जरूरी है। ये फैसला मसूरी में लगने वाले जाम की वजह से लिया गया है।
पीक सीजन में जरूरी होगा रजिस्ट्रेशन⤵️
पर्यटन सीजन में काफी भीड़ देखने को मिलती है। ऐसे में रजिस्ट्रेशन के माध्यम से सारी एक्टिवीटिज पर नजर रखी जा सकेगी। कहा जा रहा है कि रजिस्ट्रेशन केवल पीक सीजन के लिए नहीं बल्कि हमेशा चलेगा। लेकिन इसकी जरूरत पीक सीजन के समय अधिक रहेगी।
तीन एंट्री प्वांइट में लगाए जाएंगे कैमरे⤵️
पर्यटन सचिव धीरज सिंह गर्ब्याल ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि पीक सीजन में आने वाली पर्यटकों और गाड़ियो की संख्या का अनुमान लगाया जाएगा। जिसके लिए तीन एंट्री प्वाइंट में कैमरे लगाए जाएंगे। ये एंट्री पॉइंट हैं: किमाड़ी, केम्पटी फॉल और कुथल गेट। उन्होंने कहा, “भीड़ और ट्रैफिक जाम की समस्या सिर्फ पीक सीजन में होती है। इसलिए पूरे साल प्री-रजिस्ट्रेशन सिस्टम रखने का कोई मतलब नहीं है। हमारी टीम इस सिस्टम को उन समयों के दौरान शुरू करने पर काम कर रही है।”
क्या लोकल के लिए अनिवार्य होगा रजिस्ट्रेशन?⤵️
एक अगस्त से मसूरी आने वाले पर्यटकों को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। बताते चलें कि ये रजिस्ट्रेशन केवल उन लोगों के लिए है जो मसूरी घूमने आ रहे है और यहां पर रुक रहे है। डे विजिटर और लोकल के लिए ये अनिवार्य नहीं है। मसूरी में रजिस्ट्रेशन शुरुआती योजना है। इसके अलावा भी उत्तराखंड में कई ऐसे पर्यटन इलाके है जहां भीड़ देखने को मिलती है। पर्यटन विभाग इसे उन जगहों पर अनिवार्य करने की सोच रहा है जहां पर सीजनल भीड़ रहती है। जिसमें नैनीताल, रामनगर आदि पर्यटन इलाकें शामिल है।