मनसा देवी पहाड़ी का विशाल हिस्सा टूटकर रेलवे ट्रैक पर गिरा,कई ट्रेनो का संचालन हुआ प्रभावित,, हरिद्वार में काली मंदिर के पास रेलवे ट्रैक बाधित,, घंटों रुकी देहरादून-हरिद्वार रेल सेवा
इन्तजार रजा हरिद्वार- मनसा देवी पहाड़ी का विशाल हिस्सा टूटकर रेलवे ट्रैक पर गिरा,कई ट्रेनो का संचालन हुआ प्रभावित,,
हरिद्वार में काली मंदिर के पास रेलवे ट्रैक बाधित,,
घंटों रुकी देहरादून-हरिद्वार रेल सेवा
हरिद्वार, 08 सितम्बर। आज सुबह हरिद्वार के काली मंदिर के पास उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब मनसा देवी पहाड़ी का एक विशाल हिस्सा अचानक टूटकर रेलवे ट्रैक पर गिर पड़ा। भारी भरकम मलबा गिरने से देहरादून-हरिद्वार रेल मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया। अचानक हुए इस हादसे से रेलवे ट्रैक पर लगे सुरक्षा जाल को भी गंभीर क्षति पहुंची। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।
सूचना मिलते ही जीआरपी पुलिस, सिविल पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गए। मौके का मुआयना करने के बाद तुरंत मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया। पहाड़ी का यह हिस्सा इतनी तेज़ी से गिरा कि आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। चूंकि घटना स्थल पर काली मंदिर और मनसा देवी जाने वाले श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रहती है, ऐसे में हादसा और भी गंभीर हो सकता था।
जीआरपी एसपी अरुणा भारती ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और बताया कि फिलहाल ट्रैक को खोलने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। उन्होंने कहा, “रेलवे ट्रैक पर गिरे मलबे को हटाने में 8 से 10 घंटे का समय लग सकता है। भारत एक्सप्रेस समेत सभी आने-जाने वाली ट्रेनों को रोक दिया गया है। यात्रियों से अपील है कि वे संयम बनाए रखें, जल्द से जल्द ट्रैक को चालू करने का प्रयास किया जा रहा है।”
प्रशासन ने एहतियातन आसपास के क्षेत्र को घेराबंदी कर दिया है, ताकि कोई भी व्यक्ति दुर्घटनास्थल के करीब न जा सके। मौके पर जेसीबी और अन्य भारी मशीनरी लगाई गई है, जिससे मलबा हटाने का कार्य तेजी से किया जा सके।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले ट्रैक को दुरुस्त कर रेल यातायात बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। ट्रेनों को फिलहाल निकटवर्ती स्टेशनों पर रोका गया है और यात्रियों को जानकारी दी जा रही है।
इस घटना ने एक बार फिर से पर्वतीय क्षेत्रों में रेल और सड़क मार्गों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बरसात के मौसम में भूस्खलन और पहाड़ टूटने की घटनाएं आम हो जाती हैं, लेकिन धार्मिक नगरी हरिद्वार जैसे संवेदनशील क्षेत्र में यह और भी खतरनाक साबित हो सकता है।
स्थानीय लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि पहाड़ियों पर सुरक्षा के लिए स्थायी इंतजाम किए जाएं। वहीं, श्रद्धालुओं और यात्रियों ने भी प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है। उम्मीद है कि अगले कुछ घंटों में ट्रैक से मलबा पूरी तरह हटाकर देहरादून-हरिद्वार रेल सेवा बहाल कर दी जाएगी।
👉 इस घटना ने जहां यात्रियों को असुविधा दी, वहीं प्रशासन और पुलिस की तत्परता ने बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि ट्रैक कब तक पूरी तरह चालू हो पाता है।
क्या आप चाहेंगे कि मैं इस खबर को और आक्रामक शैली में लिख दूं, ताकि प्रशासन और रेलवे की लापरवाहियों पर सीधे सवाल खड़े हों?