हरिद्वार पुलिस का ऑपरेशन ‘सत्यापन’ लगातार जारी, शहर से देहात तक सघन जांच अभियान तेज बिना सत्यापन रहने वालों पर पुलिस का शिकंजा कसना शुरू,हर संदिग्ध की हो रही जांच, हरिद्वार पुलिस का स्पष्ट संदेश – ‘सुरक्षा में समझौता नहीं’

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार पुलिस का ऑपरेशन ‘सत्यापन’ लगातार जारी, शहर से देहात तक सघन जांच अभियान तेज
बिना सत्यापन रहने वालों पर पुलिस का शिकंजा कसना शुरू,हर संदिग्ध की हो रही जांच, हरिद्वार पुलिस का स्पष्ट संदेश – ‘सुरक्षा में समझौता नहीं’
हरिद्वार, 11 मई।
हरिद्वार जिले में आंतरिक सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर पूरे जिले में किरायेदारों, बाहरी व्यक्तियों और संदिग्धों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए सघन सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। यह कार्रवाई न केवल अपराध नियंत्रण के लिए अहम मानी जा रही है, बल्कि इससे शहर की सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है।
सुरक्षा सर्वोपरि – हर संदिग्ध की हो रही जांच
हरिद्वार पुलिस का यह विशेष ऑपरेशन शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में एक साथ चलाया जा रहा है। एसपी नगर और एसपी देहात खुद इस पूरे अभियान की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस टीमों को होटल, लॉज, ढाबों, बाजारों और घनी आबादी वाले रिहायशी इलाकों में भेजा गया है, जहां बाहर से आकर रहने वाले लोगों की कुंडली खंगाली जा रही है। बिना किसी वैध पहचान और पुलिस सत्यापन के रह रहे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां किरायेदारों का कोई रिकॉर्ड मकान मालिकों के पास नहीं है। कुछ लोगों के पास पहचान पत्र भी संदिग्ध मिले हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि इनका इस्तेमाल किसी असामाजिक या आपराधिक गतिविधि में किया जा सकता है। इसलिए हर व्यक्ति की पृष्ठभूमि जांची जा रही है।
मकान मालिकों को दी गई सख्त चेतावनी
हरिद्वार पुलिस ने सभी मकान मालिकों को निर्देश जारी किए हैं कि यदि उन्होंने किसी किरायेदार को बिना पुलिस सत्यापन के अपने मकान में रहने दिया है, तो उनके खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। शहर के थाना क्षेत्रों में बीट कॉन्स्टेबल्स को भी निर्देशित किया गया है कि वे अपने क्षेत्र में रहने वाले बाहरी व्यक्तियों की नियमित निगरानी करें।
हरिद्वार पुलिस का स्पष्ट संदेश है कि इस अभियान के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चाहे वह मकान मालिक हों या होटल मालिक – सभी को पुलिस से पूर्व सत्यापन कराना अनिवार्य होगा।
स्थानीय लोगों को भी किया गया सतर्क
अभियान के तहत स्थानीय निवासियों को भी जागरूक किया जा रहा है कि यदि उनके आसपास कोई संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि दिखाई देती है तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए जनता का सहयोग आवश्यक माना जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक नगर और देहात ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कोई एक-दो दिन का अभियान नहीं है, बल्कि इसे लगातार और चरणबद्ध तरीके से चलाया जाएगा। मकसद है हरिद्वार को अपराध मुक्त और सुरक्षित बनाना।
हरिद्वार पुलिस का स्पष्ट संदेश – ‘सुरक्षा में समझौता नहीं’
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हरिद्वार एक धार्मिक और अंतरराष्ट्रीय पहचान वाला शहर है, जहां सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में देश के अन्य हिस्सों में हुई कुछ घटनाएं हमें सचेत करती हैं कि हमें अपने क्षेत्र में रहने वाले हर व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित करनी ही होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि अपराधी अक्सर ऐसे ही स्थानों का चयन करते हैं जहां वे बिना जांच के आसानी से छिप सकें। इस सत्यापन अभियान का उद्देश्य ऐसे तत्वों की पहचान करना और उन्हें समय रहते बाहर निकालना है।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि अब तक अभियान के तहत दर्जनों संदिग्धों से पूछताछ की जा चुकी है और कई मामलों में कानूनी कार्यवाही भी की गई है। पुलिस की जांच के दौरान कई स्थानों से फर्जी दस्तावेज और पहचान पत्र भी बरामद किए गए हैं।
जनभागीदारी से ही मिलेगी सफलता
हरिद्वार पुलिस ने इस अभियान को जनसहभागिता से जोड़ने का प्रयास किया है। जनता से अपील की गई है कि वे इस मुहिम में सहयोग दें और किसी भी तरह की जानकारी बिना झिझक पुलिस को दें। थाना स्तर पर हेल्पलाइन नंबर और व्हाट्सएप नंबर भी सक्रिय किए गए हैं ताकि लोग तुरंत जानकारी साझा कर सकें।
इस सघन अभियान से लोगों में सुरक्षा को लेकर विश्वास बढ़ा है। कई स्थानों पर स्थानीय लोगों ने पुलिस टीमों का सहयोग किया और अपने-अपने क्षेत्र की जानकारी दी।
अभियान से अपराधियों में खौफ
इस व्यापक कार्रवाई से न केवल अपराधियों और संदिग्ध तत्वों में खौफ है, बल्कि स्थानीय व्यवस्था को भी एक नई दिशा मिली है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस अभियान का दायरा और भी बढ़ाया जाएगा।
हरिद्वार पुलिस की यह पहल राज्य के अन्य जिलों के लिए भी एक मिसाल बन सकती है, जहां तेजी से बढ़ रही आबादी और बाहरी आवाजाही सुरक्षा के लिए चुनौती बन रही है।
हरिद्वार पुलिस का यह सत्यापन अभियान न केवल प्रशासनिक दृढ़ता का प्रतीक है, बल्कि यह आम नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी भी है। यदि यह मुहिम इसी गति और पारदर्शिता से चलती रही, तो वह दिन दूर नहीं जब हरिद्वार एक ‘सुरक्षित शहर’ के रूप में देशभर में पहचान बनाएगा।