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मीरपुर मुवाजरपुर में अतिक्रमण पर गरजा प्रशासन का पीला पंजा, मुख्य मार्ग पर अवैध कब्जा हटाया, आवागमन हुआ सुचारू, भविष्य में दोहराई गई गलती तो होगी सख्त कार्रवाई

इन्तजार रजा हरिद्वार- मीरपुर मुवाजरपुर में अतिक्रमण पर गरजा प्रशासन का पीला पंजा,
मुख्य मार्ग पर अवैध कब्जा हटाया, आवागमन हुआ सुचारू,
भविष्य में दोहराई गई गलती तो होगी सख्त कार्रवाई

हरिद्वार जनपद के मीरपुर मुवाजरपुर गांव में कुछ अराजक तत्वों द्वारा मुख्य मार्ग को अवैध रूप से बंद किए जाने के मामले में प्रशासन ने त्वरित और सख्त कार्रवाई करते हुए न केवल अतिक्रमण हटाया, बल्कि आमजन को राहत भी पहुंचाई। ग्रामीणों की शिकायत पर जब प्रशासन को यह जानकारी मिली कि गांव के मुख्य रास्ते पर मोटा कांक्रीट डालकर जानबूझकर आवागमन को बाधित किया गया है, तो जिलाधिकारी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए एसडीएम सदर को निर्देशित किया। इसके बाद तहसीलदार हरिद्वार सचिन कुमार चौधरी के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और पुलिस बल के सहयोग से अतिक्रमण को हटवाया गया।

डीएम हरिद्वार के निर्देशन में एसडीएम सदर हरिद्वार के आदेश के बाद सचिन कुमार चौधरी तहसीलदार हरिद्वार की अगुवाई में जिला प्रशासन हरिद्वार की तत्परता बनी मिसाल

इस पूरे प्रकरण में प्रशासन ने जिस तेजी से कार्यवाही की, वह अन्य क्षेत्रों के लिए उदाहरण बन गई है। जब आमजन की शिकायतें बढ़ीं और रास्ते से होकर स्कूल जाने वाले बच्चे, बुजुर्ग और काम पर जाने वाले ग्रामीण परेशान होने लगे, तब प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया। गांव के बीचों-बीच बने इस मुख्य मार्ग पर कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ में कांक्रीट डाल दी थी, जिससे वह रास्ता पूरी तरह अवरुद्ध हो गया था। इससे आम लोगों का जीवन कठिन हो गया था। प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी मशीनों की सहायता से कांक्रीट हटवाया और रास्ते को पूरी तरह से खोल दिया।

इस कार्रवाई में तहसीलदार हरिद्वार सचिन कुमार चौधरी के साथ नायब तहसीलदार अनिल कांबोज, राजस्व निरीक्षक संजय कुमार, उप राजस्व निरीक्षक शाक्षी कटारिया और दिव्या तथा स्थानीय पुलिस बल शामिल रहा। पुलिस बल में एसआई अर्जुन सिंह, कांस्टेबल जयदेव, महेंद्र तोमर, कमला भटोये और मनीषा भी मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को संभालते हुए प्रशासनिक कार्यवाही को निर्बाध रूप से पूरा करवाया।

गांव में फैली राहत की भावना

इस पूरी कार्रवाई के बाद मीरपुर मुवाजरपुर गांव के निवासियों में राहत और संतोष का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन की इस त्वरित कार्यवाही की सराहना की और कहा कि लंबे समय से लोग परेशान थे, लेकिन अब जाकर उन्हें न्याय मिला है। बुजुर्गों और बच्चों को जो परेशानी हो रही थी, वह अब खत्म हो गई है।

स्थानीय निवासी बलवीर सिंह ने कहा, “हमने कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। अब प्रशासन ने आकर सख्ती दिखाई है तो हमें लग रहा है कि शासन-प्रशासन हमारे साथ है।” वहीं महिला निवासी पुष्पा देवी ने कहा, “रास्ता बंद होने से बच्चों को स्कूल जाने में बहुत दिक्कत हो रही थी, अब रास्ता खुल गया है तो हमें राहत मिली है।”

प्रशासन की कड़ी चेतावनी

इस कार्रवाई के साथ ही प्रशासन ने एक सख्त संदेश भी दे दिया है। तहसीलदार सचिन कुमार चौधरी ने मौके पर ही स्पष्ट कर दिया कि भविष्य में यदि किसी ने इस प्रकार की अवैध गतिविधि को दोहराने की कोशिश की, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि “किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं है। आमजन के रास्ते को रोकना गंभीर अपराध है और ऐसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”

एसडीएम सदर हरिद्वार जितेन्द्र कुमार की ओर से भी निर्देश दिए गए हैं कि क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी यदि कोई अतिक्रमण की शिकायत आए तो तत्काल कार्रवाई की जाए। प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि सार्वजनिक भूमि और मार्गों पर किसी प्रकार का अवैध कब्जा न हो और आमजन को निर्बाध आवागमन की सुविधा मिले।

मीरपुर मुवाजरपुर की यह कार्यवाही केवल एक गांव की समस्या का समाधान नहीं बल्कि पूरे हरिद्वार जनपद के लिए एक चेतावनी और उदाहरण है। यह बताता है कि यदि आमजन की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और प्रशासन निष्पक्ष होकर कार्य करे, तो कानून का राज स्थापित किया जा सकता है। साथ ही, यह संदेश भी साफ हो गया है कि अतिक्रमण करने वालों को अब प्रशासन की नजरों से बचना आसान नहीं होगा।

इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल मीरपुर मुवाजरपुर में कानून-व्यवस्था की बहाली की है बल्कि प्रशासन पर जनता के भरोसे को भी मजबूत किया है। आने वाले समय में यदि इसी तरह की सख्ती और सजगता बनी रही, तो अवैध कब्जों की संस्कृति पर निश्चित ही लगाम लगाई जा सकेगी।

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