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हरिद्वार तहसील में रिश्वत कांड: महिला पटवारी का निजी सहायक बताने वाला 4500 की रिश्वतखोरी में रंगे हाथ गिरफ्तार, देहरादून में पहुंची विजिलेंस टीम ने मारा छापा, महिला पटवारी भी शक के सवालों के घेरे में जल्द हो सकती है पुछताछ

क्या केवल छोटे कर्मचारियों पर ही गिरेगी गाज, क्या सिस्टम में ऊपर तक पहले भ्रष्टाचार पर होगी कार्रवाई, हरिद्वार तहसील में पहले भी लेखपाल और कानूनगो हो चुके हैं ट्रैप

इन्तजार रजा हरिद्वार-हरिद्वार तहसील में रिश्वत कांड: महिला पटवारी का निजी सहायक बताने वाला 4500 की रिश्वतखोरी में रंगे हाथ गिरफ्तार, देहरादून में पहुंची विजिलेंस टीम ने मारा छापा, महिला पटवारी भी शक के सवालों के घेरे में जल्द हो सकती है पुछताछ

क्या केवल छोटे कर्मचारियों पर ही गिरेगी गाज, क्या सिस्टम में ऊपर तक पहले भ्रष्टाचार पर होगी कार्रवाई, हरिद्वार तहसील में पहले भी लेखपाल और कानूनगो हो चुके हैं ट्रैप

हरिद्वार तहसील में एक और रिश्वत कांड सामने आया है, जहां खुद को महिला पटवारी के निजी सहायक बताने वाले को 4500 रुपये की घूस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया है। देहरादून से आई विजिलेंस टीम ने यह कार्रवाई की और आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि पटवारी का निजी सहायक प्लॉट के दाखिल-खारिज के बदले यह राशि मांग रहा था।

इस मामले में महिला पटवारी भी शक के घेरे में हैं, और जल्द उनसे पूछताछ की जा सकती है। रिश्वतखोरी पर रेड के बाद तहसील स्टाफ का मौके से गायब हो जाना और सुत्रो से यह खबर भी आ रही है कि कुछ अधिकारी भी इस घूसखोरी के खेल में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि कुछ अधिकारी बिना घूस लिए कोई भी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर नहीं करते।

यह पहली बार नहीं है जब तहसील के कर्मचारी रिश्वत लेते हुए पकड़े गए हों, क्योंकि इससे पहले भी लेखपाल और कानूनगो ऐसे मामलों में ट्रैप हो चुके हैं। अब सवाल यह उठता है कि क्या केवल छोटे कर्मचारी ही जिम्मेदार होंगे, या फिर पूरे सिस्टम में फैले इस भ्रष्टाचार के खिलाफ उच्चस्तरीय कार्रवाई होगी?

वहीं ये भी संशय क्षैत्र में चर्चा का विषय बन गया है कि महिला पटवारी निकली उस्ताद, किराए का कर्मचारी विजिलेंस के जाल में फंसा… हरिद्वार तहसील में लूट रहे आमजन, तहसील के अफसर मौज में ,पब्लिक लूटे तो लुटे,विजिलेंस की रेडमें हुआ खुलासा।

 

हरिद्वार: देहरादून विजिलेंस की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए हरिद्वार की महिला पटवारी के नाम पर तैनात एक फर्जी व्यक्ति को ₹4,500 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी व्यक्ति, अनुज कुमार, खुद को भारतीय उर्व मोनिका के तौर पर सहायक बता कर लोगों से अवैध वसूली कर रहा था।

दरअसल, शिकायतकर्ता ने विजिलेंस टोल फ्री नंबर 1064 पर शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके द्वारा खरीदे गए भूखंड का नामांतरण करने के लिए उसकी पत्नी के नाम से एक प्रार्थना पत्र तहसील में दाखिल किया गया था। इस प्रक्रिया के लिए महिला पटवारी द्वारा लगातार रिश्वत की मांग की जा रही थी। इसके बाद विजिलेंस की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई को अंजाम दिया।

बुधवार को तहसील हरिद्वार परिसर में फर्जी पटवारी के सहायक के रूप में कार्य कर रहे अनुज कुमार को ₹4,500 की रिश्वत लेते समय रंगे हाथों पकड़ा गया। मौके पर ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्यवाही की जा रही है।

इस सराहनीय कार्रवाई के लिए निदेशक सतर्कता डॉ. वी. मुरुगेशन ने विजिलेंस टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। उत्तराखंड सतर्कता अधिष्ठान ने आमजन से अपील की है कि यदि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी कार्य के संपादन हेतु अनधिकृत रूप से धन की मांग करता है, तो इसकी सूचना तुरंत टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 या व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर दें। ईमेल के माध्यम से भी शिकायत भेजी जा सकती है – vigh-uk@nic.in।

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