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“ऑपरेशन कालनेमी” में हरिद्वार पुलिस को बड़ी सफलता,, बेहरुपिया भेष में तीन संदिग्ध बाबा गिरफ्तार, एक को 20 साल बाद परिजनों से मिलवाया,, श्रावण कांवड़ मेले के दौरान बढ़ाई गई सतर्कता, लोगों ने की हरिद्वार पुलिस की सराहना

इन्तजार रजा हरिद्वार-“ऑपरेशन कालनेमी” में हरिद्वार पुलिस को बड़ी सफलता,,

बेहरुपिया भेष में तीन संदिग्ध बाबा गिरफ्तार, एक को 20 साल बाद परिजनों से मिलवाया,,

श्रावण कांवड़ मेले के दौरान बढ़ाई गई सतर्कता, लोगों ने की हरिद्वार पुलिस की सराहना

हरिद्वार, 15 जुलाई 2025 –
पिरान कलियर थाना पुलिस ने श्रावण कांवड़ मेले के दौरान उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन कालनेमी” अभियान के अंतर्गत बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन भेषधारी बाबाओं को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक बाबा 20 वर्षों से लापता था, जिसे पुलिस ने उसके परिजनों से मिलवाकर एक भावुक दृश्य पेश किया।

भीड़ में तंत्र-मंत्र और जादू-टोना का प्रदर्शन कर रहे थे भेषधारी

पुलिस को सूचना मिली थी कि दरगाह क्षेत्र व कांवड़ नहर पटरी के आसपास कुछ लोग साधु-संत के वेश में कांवड़ियों को तंत्र-मंत्र और टोने-टोटके के नाम पर भ्रमित कर रहे हैं। इन लोगों की हरकतों से वहां भारी भीड़ इकट्ठा हो रही थी और कानून व्यवस्था भंग होने की आशंका बन रही थी। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पिरान कलियर थाना प्रभारी रविंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर तीनों व्यक्तियों को धारा 172(2) BNSS के अंतर्गत गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार व्यक्तियों में से एक की पहचान जितेंद्र पुत्र कुंवरपाल, निवासी दलपतपुर, थाना बिलारी, जिला मुरादाबाद (उ.प्र.) उम्र 40 वर्ष के रूप में हुई। जब उससे आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र मांगे गए तो वह कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। यहां तक कि वह अपना घर या परिजनों की जानकारी भी नहीं दे पाया। इससे मामला और भी संदिग्ध हो गया।

20 साल बाद पुलिस ने मिलाया लापता बेटे को परिजनों से

पुलिस ने संदिग्ध बाबा की गहराई से जांच की तो पता चला कि वह वर्ष 2005 से लापता है और उसके परिजनों ने उसे मृत मान लिया था। बिलारी थाना (उ.प्र.) से संपर्क कर जब परिजनों से बातचीत कराई गई तो वे अवाक रह गए। जैसे ही खबर मिली, परिजन रातोंरात पिरान कलियर थाने पहुंचे और 20 साल बाद बेटे को जीवित देखकर भावुक हो उठे।
थाने में बाबा जितेंद्र को उसके परिजनों को सुपुर्द किया गया। आंखों में आंसू और दिल में धन्यवाद के भाव लिए परिजनों ने हरिद्वार पुलिस का आभार जताया और कहा कि उन्होंने इस पुनर्मिलन की कभी कल्पना भी नहीं की थी।

अन्य दो बाबा भेजे जा रहे न्यायालय

पकड़े गए अन्य दो व्यक्तियों की पहचान जैद पुत्र गुलजार, निवासी नवाब गंज, सहारनपुर (उ.प्र.), उम्र 21 वर्ष और रण सिंह पुत्र कलिराम, निवासी हीरा सिंह, थाना सदर, अंबाला (हरियाणा), उम्र 56 वर्ष के रूप में हुई है। दोनों को विधि अनुसार न्यायालय में पेश किया जा रहा है।

पुलिस टीम की सक्रियता से फिर बनी मिसाल

हरिद्वार पुलिस ने इस अभियान में जिस मुस्तैदी, संवेदनशीलता और प्रोफेशनलिज्म का परिचय दिया, उसकी स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं द्वारा खूब सराहना की जा रही है।
इस ऑपरेशन में थाना प्रभारी रविंद्र कुमार के नेतृत्व में व0उ0नि0 बबलू चौहान, हे0का0 जमशेद अली, का0 सचिन सिंह, का0 जितेंद्र सिंह और चालक नीरज शामिल रहे।

“ऑपरेशन कालनेमी” के पीछे उद्देश्य

माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा निर्देशित “ऑपरेशन कालनेमी” का उद्देश्य कांवड़ मेले के दौरान समाज में छिपे असामाजिक तत्वों की पहचान कर उन्हें कानून के दायरे में लाना है, जो धार्मिक वेश में अपराध करने की कोशिश करते हैं। हरिद्वार पुलिस ने एक बार फिर सिद्ध किया कि वह न केवल सुरक्षा बल है, बल्कि संवेदनशीलता की मिशाल भी है।

📌हरिद्वार जैसे धार्मिक नगरी में लाखों की भीड़ के बीच अपराध की आशंकाएं बनी रहती हैं। लेकिन उत्तराखंड पुलिस के “ऑपरेशन कालनेमी” जैसे कदम समाज में सुरक्षा की भावना और पारिवारिक पुनर्मिलन जैसे मानवीय पहलुओं को मजबूती से उजागर करते हैं। ऐसे अभियानों को देशभर में मॉडल के रूप में अपनाया जाना चाहिए।

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