“नो हेलमेट – नो पेट्रोल” अभियान का शुभारम्भ – हरिद्वार में सड़क सुरक्षा को नया संकल्प,, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी निखिल शर्मा की पहल से SIDCUL क्षेत्र में चार पेट्रोल पम्पों पर विशेष निगरानी,, बाइक स्क्वाड्स तैनात, चालान व काउंसलिंग के माध्यम से जनता को सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा,, चार प्रमुख पेट्रोल पम्प चिन्हित – बिना हेलमेट नहीं मिलेगा पेट्रोल,, सड़क सुरक्षा के नए अध्याय की शुरुआत
अभियान के पहले ही दिन परिवहन विभाग ने SIDCUL क्षेत्र के चार प्रमुख पेट्रोल पम्पों को चिन्हित कर विशेष निगरानी शुरू कर दी है। इनमें AR Petrol Pump, Rao Filling Station, Ish Kripa Petrol Pump और Mannat Petrol Pump शामिल हैं। इन पम्पों के संचालकों को परिवहन विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बिना हेलमेट के आने वाले दोपहिया वाहन चालकों – चाहे वे बाइक हो या स्कूटी – को पेट्रोल उपलब्ध न कराया जाए। विभाग का मानना है कि इस पहल से न केवल चालकों में हेलमेट पहनने की आदत मजबूत होगी बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाले सिर की चोटों के मामलों में भी कमी आएगी।

इन्तजार रजा हरिद्वार- “नो हेलमेट – नो पेट्रोल” अभियान का शुभारम्भ – हरिद्वार में सड़क सुरक्षा को नया संकल्प,,
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी निखिल शर्मा की पहल से SIDCUL क्षेत्र में चार पेट्रोल पम्पों पर विशेष निगरानी,,
बाइक स्क्वाड्स तैनात, चालान व काउंसलिंग के माध्यम से जनता को सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा,,
चार प्रमुख पेट्रोल पम्प चिन्हित – बिना हेलमेट नहीं मिलेगा पेट्रोल,, सड़क सुरक्षा के नए अध्याय की शुरुआत
हरिद्वार, 22 सितंबर 2025
सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करने की दिशा में परिवहन विभाग हरिद्वार ने एक और ठोस कदम उठाया है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (ARTO) निखिल शर्मा ने जानकारी दी कि आज SIDCUL क्षेत्र में “नो हेलमेट – नो पेट्रोल” अभियान की शुरुआत की गई। यह अभियान जिले में सड़क सुरक्षा को सशक्त बनाने और आमजन में जागरूकता बढ़ाने का एक प्रभावी प्रयास है।
चार प्रमुख पेट्रोल पम्प चिन्हित – बिना हेलमेट नहीं मिलेगा पेट्रोल
अभियान के पहले ही दिन परिवहन विभाग ने SIDCUL क्षेत्र के चार प्रमुख पेट्रोल पम्पों को चिन्हित कर विशेष निगरानी शुरू कर दी है। इनमें AR Petrol Pump, Rao Filling Station, Ish Kripa Petrol Pump और Mannat Petrol Pump शामिल हैं।
इन पम्पों के संचालकों को परिवहन विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बिना हेलमेट के आने वाले दोपहिया वाहन चालकों – चाहे वे बाइक हो या स्कूटी – को पेट्रोल उपलब्ध न कराया जाए। विभाग का मानना है कि इस पहल से न केवल चालकों में हेलमेट पहनने की आदत मजबूत होगी बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाले सिर की चोटों के मामलों में भी कमी आएगी। पम्प संचालकों ने भी इस अभियान में सक्रिय सहयोग देने का भरोसा दिया है। कई संचालकों ने कहा कि वे इसे जनता की सुरक्षा के हित में एक सकारात्मक पहल मानते हैं और बिना हेलमेट आने वाले चालकों को पेट्रोल न देकर सड़क सुरक्षा संदेश को सुदृढ़ करेंगे।
बाइक स्क्वाड्स की तैनाती – मौके पर चालान और काउंसलिंग
अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए परिवहन विभाग ने विशेष बाइक स्क्वाड्स की तैनाती की है। ये स्क्वाड चारों चिन्हित पेट्रोल पम्पों पर लगातार निगरानी करेंगे।
बाइक स्क्वाड्स न केवल बिना हेलमेट वाहन चालकों के चालान करेंगे बल्कि उन्हें मौके पर ही काउंसलिंग कर सड़क सुरक्षा के महत्व से भी अवगत कराएँगे।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी निखिल शर्मा ने कहा, “हमारा उद्देश्य चालकों को दंडित करना नहीं बल्कि उन्हें जागरूक करना है। हम चाहते हैं कि लोग स्वेच्छा से हेलमेट पहनने की आदत डालें। इस अभियान के माध्यम से हम हर दोपहिया चालक को यह संदेश देना चाहते हैं कि उनकी सुरक्षा सबसे पहले है।” बाइक स्क्वाड्स के पास चालान काटने की शक्ति होने के साथ-साथ सुरक्षा परामर्श देने की भी जिम्मेदारी होगी। काउंसलिंग के दौरान उन्हें हेलमेट की अनिवार्यता, सही तरीके से हेलमेट बांधने और ट्रैफिक नियमों के पालन की जानकारी दी जाएगी।
जनजागरूकता की दिशा में बड़ा कदम – सड़क सुरक्षा में होगा सुधार
हरिद्वार जिले में यह पहला अवसर है जब इस तरह का “नो हेलमेट – नो पेट्रोल” अभियान इतने व्यवस्थित ढंग से लागू किया जा रहा है। परिवहन विभाग का मानना है कि केवल नियम बनाने से सड़क सुरक्षा नहीं बढ़ती, बल्कि जागरूकता और अनुशासन से ही सकारात्मक बदलाव आता है।
अभियान के तहत आने वाले हफ्तों में और भी पेट्रोल पम्पों को जोड़े जाने की संभावना है। विभाग ने संकेत दिया है कि यदि इस पहल से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं तो इसे पूरे जनपद में लागू किया जाएगा।
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने भी इस अभियान का स्वागत किया है। उनका मानना है कि दोपहिया वाहन चालकों में हेलमेट न पहनने की प्रवृत्ति बहुत आम है और यह अभियान इस प्रवृत्ति को कम करने में मदद करेगा।
सुरक्षा सबसे पहले – जनता के सहयोग से ही बनेगी सफलता
“नो हेलमेट – नो पेट्रोल” अभियान की सफलता जनता के सहयोग पर निर्भर है। परिवहन विभाग ने अपील की है कि सभी नागरिक इस पहल को सकारात्मक दृष्टि से लें और अपने परिवार, मित्रों और सहयोगियों को भी हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करें।
निखिल शर्मा ने कहा, “हम सबकी जिम्मेदारी है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें। हेलमेट पहनना किसी दंड या औपचारिकता के लिए नहीं बल्कि अपनी जान की सुरक्षा के लिए जरूरी है। अगर हम स्वयं नियमों का पालन करेंगे तो आने वाली पीढ़ियों को भी सही संदेश मिलेगा।”
भविष्य की योजना – अभियान का विस्तार और समीक्षा
परिवहन विभाग की योजना है कि आगामी दिनों में इस अभियान की समीक्षा की जाएगी। यदि चारों पेट्रोल पम्पों पर इसकी सफलता दिखती है तो इसे शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के अधिक पेट्रोल पम्पों पर भी लागू किया जाएगा। साथ ही, स्कूल-कॉलेजों में जाकर युवाओं के बीच जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
विभाग के अनुसार, यह पहल केवल पेट्रोल न देने तक सीमित नहीं रहेगी बल्कि ट्रैफिक पुलिस, एनजीओ और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से एक व्यापक सड़क सुरक्षा अभियान में बदली जाएगी।
सड़क सुरक्षा के नए अध्याय की शुरुआत
हरिद्वार के SIDCUL क्षेत्र में “नो हेलमेट – नो पेट्रोल” अभियान का शुभारंभ परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा के प्रति एक गंभीर संकल्प का प्रतीक है। यह कदम दोपहिया वाहन चालकों को नियमों के पालन के प्रति न केवल प्रेरित करेगा बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली जानमाल की हानि को भी कम करने में मददगार साबित होगा।
अगर जनता, पेट्रोल पम्प संचालक और प्रशासन मिलकर इस अभियान को सफल बनाते हैं तो यह मॉडल पूरे उत्तराखंड और देश के अन्य हिस्सों में भी लागू किया जा सकता है।