सांसद त्रिवेंद्र रावत पर कांग्रेस नेता वीरेंद्र रावत का हमला, ‘पोस्टर सांसद’, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ तीखा वार, हरिद्वार से सांसद ग़ायब, जनता बेहाल!, कांग्रेस नेता वीरेंद्र रावत बोले—त्रिवेंद्र सिंह रावत भी शायद हरिद्वार से हुए बेखबर, सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया

इन्तजार रजा हरिद्वार- सांसद त्रिवेंद्र रावत पर कांग्रेस नेता वीरेंद्र रावत का हमला,
‘पोस्टर सांसद’, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ तीखा वार,
हरिद्वार से सांसद ग़ायब, जनता बेहाल!,
कांग्रेस नेता वीरेंद्र रावत बोले—त्रिवेंद्र सिंह रावत भी शायद हरिद्वार से हुए बेखबर,
सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया
हरिद्वार।
उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों हरिद्वार लोकसभा सीट को लेकर तीखी बयानबाज़ी शुरू हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और 2019 में हरिद्वार लोकसभा सीट से प्रत्याशी रहे वीरेंद्र रावत ने शनिवार को हरिद्वार प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता के दौरान मौजूदा सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र रावत पिछले एक साल से क्षेत्र से पूरी तरह गायब हैं। उन्हें “पोस्टर सांसद” की संज्ञा देते हुए रावत ने दावा किया कि भाजपा के सांसद केवल चुनाव जीतने के लिए मैदान में उतरते हैं और फिर जनता को भगवान भरोसे छोड़ देते हैं।
वीरेंद्र रावत ने कहा, “भाजपा ने हरिद्वार की जनता से वादा किया था कि त्रिवेंद्र रावत एक अनुभवी, सक्रिय और प्रभावशाली सांसद के रूप में क्षेत्र के विकास को गति देंगे, लेकिन सच्चाई यह है कि वे न तो जनता के बीच दिखते हैं और न ही क्षेत्रीय समस्याओं को संसद में उठाते हैं।”
‘पोस्टर सांसद’ क्यों कहा जा रहा त्रिवेंद्र रावत को?
वीरेंद्र रावत ने मीडिया के सामने पुरानी घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि जैसे पूर्व सांसद रमेश पोखरियाल निशंक पर ‘गायब सांसद’ होने के आरोप लगते रहे, उसी तरह त्रिवेंद्र रावत पर भी लोगों का भरोसा उठ चुका है। उन्होंने कहा कि “हरिद्वार की दीवारों पर खुद जनता ने पोस्टर लगाए हैं—’हमारा सांसद लापता है’। यह जनता का सीधा संदेश है कि उन्हें अपने जनप्रतिनिधि से कोई संवाद नहीं मिल रहा।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्रों, तीर्थस्थलों, बाजारों और शहरी इलाकों में महीनों से समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। “कूड़ा निस्तारण से लेकर जल संकट तक की समस्याएं विकराल रूप ले चुकी हैं, लेकिन सांसद महोदय को इससे कोई सरोकार नहीं है।”
भ्रष्टाचार और सरकारी भर्तियों को लेकर उठे सवाल
वीरेंद्र रावत ने कहा कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा, “आज प्रदेश का युवा निराश है। सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता नहीं है। एक के बाद एक पेपर लीक हो रहे हैं और भर्ती घोटालों के आरोप सामने आ रहे हैं, लेकिन सरकार खामोश है। सिर्फ कुछ छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई कर खानापूर्ति की जा रही है।”
रावत ने स्पष्ट किया कि केवल एसटीएफ या विजिलेंस जांच की बात कर देने से कुछ नहीं होगा। “सरकार को उच्चस्तरीय न्यायिक जांच करानी चाहिए और दोषियों को जेल भेजना चाहिए, चाहे वह अधिकारी हो, नेता हो या बाहरी एजेंट।”
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति सिर्फ कागज़ों पर है, जमीनी हकीकत बिल्कुल उलट है।
महंगाई और बेरोजगारी पर केंद्र को घेरा
वीरेंद्र रावत ने महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर भी सीधा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि “आम आदमी की थाली आज भाजपा की गलत आर्थिक नीतियों की वजह से महंगी हो गई है। रसोई गैस सिलेंडर, दाल, तेल, सब्जियां और दूध की कीमतें आसमान छू रही हैं, लेकिन सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।”
उन्होंने यह भी कहा कि “हरिद्वार जैसे धार्मिक नगरी में पर्यटन और तीर्थाटन से लोगों को रोजगार मिलता था, लेकिन सरकार ने स्थानीय व्यापारियों की समस्याओं को नजरअंदाज़ कर दिया। आज हालात ये हैं कि न कोई रोज़गार है और न कारोबार।”
वीरेंद्र रावत ने सरकार की ‘अग्निपथ योजना’ को भी युवाओं के भविष्य के साथ धोखा बताया और कहा कि इससे देश का सैन्य ढांचा भी प्रभावित हो रहा है।
कांग्रेस देगी जनता को विकल्प
वीरेंद्र रावत ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में यह साफ किया कि कांग्रेस हरिद्वार और पूरे उत्तराखंड में जनता की आवाज़ बनकर उभरेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी एक विज़न के साथ काम कर रही है और 2027 के विधानसभा चुनाव तथा 2029 के लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से तैयारी में जुटी है।
उन्होंने कहा, “हम जनता के बीच जाएंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे और उनका समाधान करने की पूरी कोशिश करेंगे। हमारी राजनीति केवल कुर्सी की नहीं, सेवा और संवाद की है।”
क्या हरिद्वार की जनता त्रिवेंद्र रावत से नाराज़ है?
हरिद्वार के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज़ है कि मौजूदा सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत की कार्यशैली से जनता और भाजपा के कुछ कार्यकर्ता भी संतुष्ट नहीं हैं। कई मौकों पर भाजपा के स्थानीय नेता भी यह कह चुके हैं कि सांसद की क्षेत्र में उपस्थिति नगण्य है और जनता की समस्याएं अनसुनी रह जाती हैं।
हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम पर अब तक त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
जनता क्या चाहती है?
स्थानीय निवासी पंकज शर्मा का कहना है, “हमने त्रिवेंद्र जी को बड़ी उम्मीदों से वोट दिया था। लेकिन पिछले एक साल से उन्हें हरिद्वार में देखा ही नहीं। न कोई जनसुनवाई, न कोई विकास कार्य। जनता के सवालों का जवाब आखिर कौन देगा?”
वहीं महिला व्यापारी संघ की अध्यक्ष रचना गुप्ता कहती हैं, “हमारे यहां व्यापार ठप हो चुका है। न सड़कें ठीक हैं, न यात्री सुविधाएं। जब सांसद ही क्षेत्र में नहीं आएंगे तो हमारी आवाज़ कौन उठाएगा?”
वीरेंद्र रावत, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी, कांग्रेस
“त्रिवेंद्र रावत सिर्फ नाम के सांसद हैं। जनता से उनका कोई संवाद नहीं है। हरिद्वार की जनता अब यह सब सहन नहीं करेगी। हम आवाज़ उठाते रहेंगे और जनता का भरोसा फिर से जीतकर दिखाएंगे।”
हरिद्वार की सियासत में इस वक्त जबरदस्त हलचल है। कांग्रेस की ओर से वीरेंद्र रावत ने जो आरोप लगाए हैं, वो केवल राजनीतिक बयान नहीं बल्कि जनता की ज़मीनी शिकायतों की ओर इशारा कर रहे हैं। क्या भाजपा नेतृत्व इस पर ध्यान देगा या विपक्ष इस मुद्दे को और व्यापक स्तर पर उठाएगा—यह आने वाले दिनों में साफ होगा।
रिपोर्ट: इन्तजार रजा, हरिद्वार
स्रोत: Daily Live Uttarakhand