देर रात में चला सघन एआरटीओ हरिद्वार का प्रवर्तन अभियान,, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी नेहा झा और बहादराबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई — 17 चालान, 3 वाहन सीज,, नियम तोड़ने वालों पर टूटी प्रशासन की सख्ती

इन्तजार रजा हरिद्वार- देर रात में चला सघन एआरटीओ हरिद्वार का प्रवर्तन अभियान,,
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी नेहा झा और बहादराबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई — 17 चालान, 3 वाहन सीज,, नियम तोड़ने वालों पर टूटी प्रशासन की सख्ती
हरिद्वार। सड़क सुरक्षा और यातायात अनुशासन को सुदृढ़ बनाने की दिशा में परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से एक सशक्त कदम उठाया है। दिनांक 10 अक्टूबर 2025 की रात्रि में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) नेहा झा के नेतृत्व में बहादराबाद क्षेत्र में एक सघन रात्रि प्रवर्तन चेकिंग अभियान संचालित किया गया। यह अभियान बहादराबाद थाना पुलिस के सहयोग से देर रात तक चला, जिसमें परिवहन नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई की गई
हरिद्वार मे सड़क सुरक्षा को लेकर हरिद्वार प्रशासन अब पूरी तरह सख्त मोड में है। बीती रात सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) सुश्री नेहा झा के नेतृत्व में बहादराबाद क्षेत्र में एक सघन रात्रिकालीन प्रवर्तन अभियान चलाया गया। इस कार्रवाई में थाना बहादराबाद पुलिस टीम ने सहयोग किया। अभियान देर रात तक चला और परिवहन नियमों की अनदेखी करने वालों पर एक के बाद एक कार्रवाई की गई।
आधी रात तक सड़कों पर सक्रिय रहा प्रवर्तन दल
त्योहारी सीजन में बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक दबाव को देखते हुए यह अभियान रात 9 बजे से शुरू होकर आधी रात तक जारी रहा। जांच के दौरान कई वाहन बिना सीट बेल्ट, बिना फिटनेस, बिना परमिट और ओवरलोडिंग की स्थिति में चलते पाए गए। एआरटीओ (प्रवर्तन) नेहा झा की टीम ने मौके पर 17 वाहनों के चालान किए और 3 वाहनों को सीज कर थाने में खड़ा कराया। अभियान में उप निरीक्षक मनोज कुमार और उनकी टीम ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस बल ने सड़क पर रुकवाए गए वाहनों की तलाशी, दस्तावेज़ जांच और ट्रैफिक नियंत्रण की जिम्मेदारी संभाली। अभियान के दौरान क्षेत्र में बैरिकेडिंग और ट्रैफिक डायवर्जन भी किया गया ताकि किसी भी प्रकार की जाम या दुर्घटना की स्थिति न बने। प्रशासन की इस तत्परता से सड़क पर अनुशासन का साफ संदेश दिखाई दिया।
नेहा झा बोलीं — “नियम तोड़ने वालों पर अब कोई रियायत नहीं”
अभियान का नेतृत्व कर रहीं सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी नेहा झा ने कहा कि विभाग का उद्देश्य केवल चालान काटना नहीं, बल्कि लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी और अनुशासन की भावना पैदा करना है।
उन्होंने कहा —
“कई वाहन चालक अब भी नियमों की अनदेखी करते हैं। रात में तेज रफ्तार, ओवरलोडिंग और लापरवाही से वाहन चलाने की प्रवृत्ति दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बन रही है। ऐसे चालकों पर अब लगातार नजर रखी जाएगी और किसी भी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी।”
उन्होंने बताया कि अभियान में खासकर ओवरलोड वाहन, बिना फिटनेस और धुआँ छोड़ने वाले इंजनों को जांच के दायरे में लिया गया, क्योंकि ये सड़क सुरक्षा और पर्यावरण दोनों के लिए गंभीर खतरा हैं। एआरटीओ नेहा झा ने यह भी कहा कि विभाग समय-समय पर रात्रि अभियान, स्कूल बस निरीक्षण और भारी वाहनों की जांच जैसे कदम लगातार उठा रहा है ताकि सड़क हादसों की संख्या घटे और लोग नियमों का पालन करें।
जनजागरूकता और सख्ती — यही है प्रवर्तन की नई दिशा
अभियान के बाद अधिकारियों ने बताया कि हरिद्वार में अब सड़क सुरक्षा को लेकर सख्ती के साथ जनजागरूकता की नीति पर काम किया जा रहा है।बहादराबाद क्षेत्र में चले इस अभियान का उद्देश्य केवल चालान भरना नहीं, बल्कि चालकों को यह समझाना था कि सड़क पर नियमों का पालन सबकी सुरक्षा के लिए जरूरी है। टीम ने मौके पर ही कई चालकों को हेलमेट, सीट बेल्ट, वाहन दस्तावेज़ और गति सीमा के महत्व के बारे में समझाया।
“त्योहारी सीजन में ऐसे अभियान बेहद जरूरी हैं क्योंकि भीड़भाड़ और देर रात चलने वाले वाहनों से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। जब तक लोग खुद जिम्मेदारी नहीं लेंगे, कोई अभियान पूरी तरह सफल नहीं हो सकता।”
हरिद्वार में अब नियमित रूप से चलेंगे ऐसे अभियान
हरिद्वार में बढ़ते ट्रैफिक दबाव और सड़क हादसों को देखते हुए प्रशासन ने यह तय किया है कि ऐसे संयुक्त प्रवर्तन अभियान अब नियमित रूप से चलाए जाएंगे।
परिवहन विभाग और पुलिस मिलकर औद्योगिक क्षेत्रों, राष्ट्रीय राजमार्गों और धार्मिक स्थलों के आसपास भी ऐसे अभियान चलाएंगे। इस सघन कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश गया है कि अब नियमों की अनदेखी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दिन हो या रात — हरिद्वार प्रशासन सड़क सुरक्षा और यातायात अनुशासन को लेकर पूरी तरह तत्पर है।
नेहा झा की अगुवाई में चला यह अभियान न केवल प्रशासनिक सख्ती का प्रतीक बना बल्कि इसने यह भी साबित किया कि सड़क सुरक्षा केवल सरकार की नहीं बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। करवाचौथ की रात भी सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी नेहा झा कर्तव्य और सुरक्षा दोनों निभाते हुए सड़कों पर नजर रखे रहीं — फिलहाल यही कहा जा सकता है कि सेवा भावना और अनुशासन ही हरिद्वार प्रशासन का असली परिचय है।