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हरिद्वार पुलिस व विधिक सेवा प्राधिकरण की संयुक्त पहल,, एसएसपी डोबाल की अगुवाई में नशे के खिलाफ मोर्चा,, युवाओं को दी नई राह,, काउंसलिंग कैंप में पेंटिंग, नुक्कड़ नाटक और जागरूकता के जरिए युवाओं को जोड़ा मुख्यधारा से

इन्तजार रजा हरिद्वार-  हरिद्वार पुलिस व विधिक सेवा प्राधिकरण की संयुक्त पहल,,
एसएसपी डोबाल की अगुवाई में नशे के खिलाफ मोर्चा,, युवाओं को दी नई राह,,
काउंसलिंग कैंप में पेंटिंग, नुक्कड़ नाटक और जागरूकता के जरिए युवाओं को जोड़ा मुख्यधारा से

हरिद्वार, 26 जून 2025।
हरिद्वार पुलिस के कप्तान एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अगुवाई में जिले में एक नई सामाजिक पहल की शुरुआत हुई, जो नशे की लत से जूझ रहे युवाओं को उबारकर उन्हें बेहतर भविष्य की ओर ले जाने का संकल्प है। नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत पुलिस लाइन रोशनाबाद में लगाए गए विशेष काउंसलिंग कैंप ने जहां दर्जनों युवाओं को नई उम्मीद दी, वहीं पुलिस और समाज के साझा प्रयासों की मिसाल भी पेश की।

एसएसपी डोबाल की दूरदर्शिता, नशे के खिलाफ व्यापक मोर्चाबंदी

हरिद्वार जिले में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने नशे के शिकार युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु इस काउंसलिंग कैंप की परिकल्पना की। उन्होंने न केवल इस कैंप की निगरानी की, बल्कि स्वयं युवाओं के बीच पहुंचकर उन्हें जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया।

एसएसपी डोबाल ने कहा—

“हर युवा राष्ट्र की धरोहर है। हमें उन्हें नशे के अंधकार से निकालकर उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाना है। हरिद्वार पुलिस इस दिशा में हर संभव प्रयास करती रहेगी।”

सशक्त टीम, अनुभवी मार्गदर्शक, प्रभावी संवाद

इस कैंप में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर, अनुभवी मनोवैज्ञानिक चिकित्सक राजीव रंजन व हेमंत खड़कवाल, TCI फाउंडेशन और प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की टीमों ने अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम के दौरान युवाओं को नशे के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और कानूनी दुष्परिणामों की गहन जानकारी दी गई।

सचिव सिमरनजीत कौर ने युवाओं को स्पष्ट किया कि—

“नशा व्यक्ति को आत्म-नाश की ओर ले जाता है। सही समय पर सही मार्गदर्शन ही जीवन बचा सकता है।”

नुक्कड़ नाटक, पेंटिंग प्रतियोगिता और नेत्र जांच शिविर ने बढ़ाया युवाओं का मनोबल

काउंसलिंग के अलावा युवाओं के लिए कई रचनात्मक गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं। TCI फाउंडेशन और प्रजापति ब्रह्माकुमारी टीमों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशे की लत को समाज के लिए अभिशाप बताया। इस सशक्त प्रस्तुतिकरण ने उपस्थित युवाओं को भावनात्मक रूप से झकझोर दिया।

युवाओं को रचनात्मक रूप से जोड़ने के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता कराई गई, जिसमें प्रतिभाग करने वाले युवाओं को प्रमाण पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। इन चित्रों में नशे के खिलाफ युवाओं की सोच, पीड़ा और आशा की झलक साफ दिखाई दी।

साथ ही, चिकित्सा विभाग द्वारा निशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन भी किया गया, जिसमें दर्जनों युवाओं की आंखों की जांच की गई और उन्हें मुफ्त चश्मे प्रदान किए गए।

नशामुक्ति की शपथ और उम्मीद की नई शुरुआत

कार्यक्रम के अंत में एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने सभी उपस्थित युवाओं को नशामुक्ति की शपथ दिलाई। यह क्षण भावनात्मक भी रहा और प्रेरणादायक भी। कुछ युवाओं ने मंच पर आकर अपने अनुभव साझा किए और स्वीकार किया कि पुलिस और समाज की मदद से अब वे एक नई शुरुआत करना चाहते हैं।

काउंसलिंग कैंप में मौजूद प्रमुख अधिकारीगण:

  • एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल
  • एसपी क्राइम/ट्रैफिक जितेंद्र मेहरा
  • सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सिमरनजीत कौर
  • मनोवैज्ञानिक चिकित्सक राजीव रंजन और हेमंत खड़कवाल
  • टीसीआई फाउंडेशन व प्रजापति ब्रह्माकुमारी की टीम
  • पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी

हरिद्वार पुलिस की यह पहल बनी नजीर

हरिद्वार पुलिस द्वारा आयोजित यह काउंसलिंग कैंप न केवल एक दिन का आयोजन था, बल्कि यह एक सोशल मॉडल है जिसे पूरे प्रदेश में अपनाया जा सकता है। युवा अगर भटक रहे हैं, तो उन्हें नकारना नहीं बल्कि समझना और संभालना जरूरी है—यह संदेश हरिद्वार पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है।

जनता और विशेषज्ञों की ओर से एसएसपी डोबाल की इस पहल को भरपूर सराहना मिल रही है। उम्मीद की जा रही है कि ऐसे और कैंपों के माध्यम से कई और युवाओं को भी नशे की गर्त से बाहर लाया जा सकेगा।


रिपोर्ट: इंतजार रज़ा
Daily Live Uttarakhand

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