ऑपरेशन लगाम: हरिद्वार में श्यामपुर पुलिस की सख़्ती से मचा हड़कंप,, काली फिल्म और हूटर लगी स्कॉर्पियो जब्त, स्टीकर पर लिखा था ‘विधायक’ और ‘ब्लॉक प्रमुख,, थाना श्यामपुर पुलिस की कार्रवाई से संदेश साफ – अब रसूखदार भी नहीं बचेंगे, नियमों का करना होगा पालन,, हर किसी को नियमों का पालन करना होगा ,चाहे आम हो या खास।”

इन्तजार रजा हरिद्वार- ऑपरेशन लगाम: हरिद्वार में श्यामपुर पुलिस की सख़्ती से मचा हड़कंप,,
काली फिल्म और हूटर लगी स्कॉर्पियो जब्त, स्टीकर पर लिखा था ‘विधायक’ और ‘ब्लॉक प्रमुख,,
थाना श्यामपुर पुलिस की कार्रवाई से संदेश साफ – अब रसूखदार भी नहीं बचेंगे, नियमों का करना होगा पालन,,
हर किसी को नियमों का पालन करना होगा ,चाहे आम हो या खास।“
हरिद्वार | इंतज़ार रज़ा
चारधाम यात्रा और आगामी कांवड़ मेले को लेकर हरिद्वार पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। ‘ऑपरेशन लगाम’ के तहत जिले भर में तेज रफ्तार, अवैध हूटर, काली फिल्म व वीआईपी स्टीकर लगे वाहनों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में थाना श्यामपुर पुलिस ने 15 जून 2025 को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ब्लैक स्कॉर्पियो को सीज कर दिया। खास बात यह रही कि वाहन पर विधायक और ब्लॉक प्रमुख जैसे प्रभावशाली पदनाम के स्टीकर चिपके हुए थे, लेकिन जब जांच हुई तो उसमें सवार लोग न ही जनप्रतिनिधि निकले और न ही उनके करीबी सहयोगी – बल्कि चार छात्र थे, जो महज “रिश्तेदारी” का नाम लेकर रौब गांठ रहे थे।
ब्लैक चकाचौंध वाली स्कॉर्पियो की पोल चेकिंग में खुली
थाना श्यामपुर क्षेत्र की चौकी चंडीघाट में नियमित चेकिंग अभियान चल रहा था। उसी दौरान पुलिस की नजर एक तेज रफ्तार काले रंग की स्कॉर्पियो पर पड़ी, जिसके शीशों पर गाढ़ी काली फिल्म चढ़ी हुई थी और आगे की ग्रिल पर हूटर लगा था। वाहन जैसे ही चेकिंग पॉइंट के पास आया, पुलिस ने उसे रोका और दस्तावेजों की जांच की।
जांच के दौरान जब पुलिस ने वाहन पर लगे स्टीकर को देखा, तो उस पर ‘विधायक’ और ‘ब्लॉक प्रमुख’ लिखा हुआ था। आमतौर पर ऐसे वाहनों को देखकर पुलिस भी कुछ देर के लिए सतर्क हो जाती है, लेकिन श्यामपुर पुलिस ने नियमों के तहत काम करते हुए स्टीकर की सच्चाई जानने का निर्णय लिया।
वाहन में सवार निकले छात्र, आज़मगढ़ के ‘रिश्तेदार’ का नाम लेकर घूम रहे थे हरिद्वार
जैसे ही वाहन की गहराई से जांच की गई, पुलिस को एक और चौंकाने वाली जानकारी मिली। स्कॉर्पियो में सवार चार युवक न तो विधायक थे, न ब्लॉक प्रमुख और न ही किसी सरकारी पद पर। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे छात्र हैं और उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ से हैं। वे जिस ब्लॉक प्रमुख का नाम लेकर चल रहे थे, वह उनका दूर का रिश्तेदार है।
युवकों की पहचान छिपाई गई है लेकिन उनके विरुद्ध यातायात अधिनियम की धाराओं में कार्रवाई की गई है। पुलिस ने मौके पर ही काली फिल्म और हूटर को उतरवाया, साथ ही गाड़ियों पर लगे फर्जी वीआईपी स्टीकर भी हटाए।
थाना श्यामपुर की तत्परता बनी मिसाल
थाना श्यामपुर की यह कार्रवाई न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है, बल्कि यह भी स्पष्ट संदेश देती है कि हरिद्वार पुलिस अब रसूखदार दिखने वाली गाड़ियों को भी बख्शने वाली नहीं है। श्यामपुर थाना प्रभारी नितेश शर्मा ने बताया कि—
“चारधाम यात्रा और कांवड़ मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। यातायात का दबाव अत्यधिक बढ़ता है। ऐसे में हूटर, काली फिल्म व फर्जी वीआईपी स्टीकर लगे वाहन न केवल नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं, बल्कि आम लोगों के लिए असुविधा भी पैदा करते हैं। पुलिस किसी भी हाल में इस तरह की मनमानी को बर्दाश्त नहीं करेगी।“
ऑपरेशन ‘लगाम’ की पृष्ठभूमि और मकसद
हरिद्वार पुलिस द्वारा शुरू किया गया ‘ऑपरेशन लगाम’ यातायात व्यवस्था सुधारने के साथ-साथ वीआईपी कल्चर पर अंकुश लगाने का प्रयास है। जिले में पिछले कुछ वर्षों में देखा गया कि कई वाहन मालिक अपने प्रभाव और जान-पहचान का हवाला देकर न केवल ट्रैफिक नियमों को तोड़ते हैं, बल्कि चेकिंग के दौरान दबाव भी बनाने की कोशिश करते हैं।
ऑपरेशन लगाम के तहत पुलिस अब ऐसे सभी वाहनों पर कार्रवाई कर रही है जो नियमों के विपरीत काली फिल्म, हूटर, फर्जी सरकारी स्टिकर और बिना नंबर प्लेट के चल रहे हैं।
विधानसभा और ब्लॉक प्रमुख के नाम का दुरुपयोग – कानूनन सख्त अपराध
भारतीय कानून के अनुसार किसी भी सरकारी पदनाम का दुरुपयोग करना अपराध की श्रेणी में आता है। विधायक या ब्लॉक प्रमुख जैसे संवैधानिक पदों के नाम का प्रयोग अगर किसी आम नागरिक द्वारा बिना अनुमति के किया जाता है, तो उस पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराएं लग सकती हैं। इस मामले में पुलिस ने अभी केवल मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की है, लेकिन यदि जांच में यह सिद्ध होता है कि युवकों ने जानबूझकर फर्जी पहचान का प्रदर्शन किया है, तो IPC की धाराएं भी जुड़ सकती हैं।
सख्ती से सुधर रही व्यवस्था, जनता ने की सराहना
श्यामपुर पुलिस की इस कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया और स्थानीय लोगों के बीच सराहना की लहर है। आमजन में विश्वास बढ़ा है कि अब कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, चाहे वह किसी भी पद का नाम क्यों न ले।
हरिद्वार निवासी मौ. हसीन कहते हैं—
“ऐसे वाहन रोज हमारी सड़कों पर तेज रफ्तार में निकलते हैं। हूटर बजाकर लोगों को डराते हैं। अब पुलिस की कार्रवाई से राहत मिली है। हमें लगता है कि हर किसी को नियमों का पालन करना चाहिए, चाहे वह आम हो या खास।“
क्या कहते हैं कानून के जानकार?
हरिद्वार के एक अधिवक्ता नौबाद अली बताते हैं—
“मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 100 के तहत काली फिल्म लगाना प्रतिबंधित है। वहीं धारा 119/177 के तहत अवैध हूटर और स्टिकर लगाने पर जुर्माना और वाहन सीज करने का प्रावधान है। अगर कोई व्यक्ति सरकारी पद का नाम लेकर गुमराह करता है, तो उस पर आईपीसी की धारा 170 और 171 का भी उपयोग हो सकता है।“
अंतिम संदेश: हर वाहन चालक के लिए चेतावनी
हरिद्वार पुलिस की यह कार्रवाई उन सभी वाहन चालकों के लिए चेतावनी है जो अपने वाहनों पर नियमों के विपरीत हूटर, काली फिल्म, फर्जी स्टीकर आदि लगाकर चलते हैं। अब न कोई रियायत मिलेगी और न कोई रसूख काम आएगा।
‘ऑपरेशन लगाम’ जैसे अभियानों से न केवल यातायात व्यवस्था सशक्त होगी, बल्कि आम जनता का कानून पर भरोसा भी मजबूत होगा।
🔴 अपडेटेड सूचना:
सूत्रों के अनुसार, जिले के अन्य थाना क्षेत्रों में भी ऐसी कई गाड़ियां चिह्नित की जा चुकी हैं। अगली कार्रवाई में और भी वाहन जब्त होने की संभावना है।