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कांवड़ मेला-2025 सकुशल संपन्न: शिवभक्तों के सैलाब को मिला सुनियोजित प्रशासनिक मार्गदर्शन,, मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में 4.50 करोड़ श्रद्धालुओं की यात्रा रही ऐतिहासिक और व्यवस्थित,, डीएम मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल और एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा सहित पुलिस अधिकारीयों एवं कर्मचारियों की भूमिका रही अत्यंत सराहनीय, अब चलेगा विशेष स्वच्छता अभियान

इन्तजार रजा हरिद्वार- कांवड़ मेला-2025 सकुशल संपन्न: शिवभक्तों के सैलाब को मिला सुनियोजित प्रशासनिक मार्गदर्शन,,

मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में 4.50 करोड़ श्रद्धालुओं की यात्रा रही ऐतिहासिक और व्यवस्थित,,

डीएम मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल और एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा सहित पुलिस अधिकारीयों एवं कर्मचारियों की भूमिका रही अत्यंत सराहनीय, अब चलेगा विशेष स्वच्छता अभियान


हरिद्वार, 23 जुलाई 2025
श्रावण शिवरात्रि के शुभ अवसर पर हरिद्वार में आयोजित कांवड़ मेला-2025 अभूतपूर्व सफलता के साथ संपन्न हुआ। श्रद्धालुओं की आस्था और प्रशासनिक तैयारियों का यह संगम इस बार ऐतिहासिक आंकड़ों को भी पार कर गया। लगभग 4 करोड़ 50 लाख शिवभक्त हरिद्वार पहुंचे, गंगाजल लिया और पुनः अपने गंतव्यों की ओर रवाना हुए, वह भी बिना किसी बड़ी अव्यवस्था या दुर्घटना के।

इस उपलब्धि का श्रेय सीधे-सीधे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल और एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा के समन्वित एवं कुशल प्रबंधन को जाता है। श्रद्धालुओं, स्थानीय नागरिकों, संत समाज, स्वयंसेवकों और मीडिया की सहभागिता ने इस महायात्रा को सर्वश्रेष्ठ स्वरूप दिया।

मां गंगा और महादेव से लिया आशीर्वाद, आभार जताया सभी का

मेले की समाप्ति के उपरांत जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर मां गंगा का दुग्धाभिषेक कर आशीर्वाद लिया। तत्पश्चात उन्होंने दक्षेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया और श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज जी से भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

जिलाधिकारी ने कहा कि “यह मां गंगा और भोलेनाथ की कृपा है कि करोड़ों श्रद्धालुओं के आगमन के बावजूद मेला सकुशल एवं शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ।” उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी विशेष आभार व्यक्त किया, जिनके निर्देशन और संसाधनों की उपलब्धता के कारण इस आयोजन को सफल बनाया जा सका।

डीएम ने प्रशासनिक व्यवस्था को दिया दिशा, हर विभाग रहा सतर्क

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने न केवल समन्वय की भूमिका निभाई बल्कि प्रत्येक विभाग को उनकी जिम्मेदारियां स्पष्ट कीं। उन्होंने मेला आरंभ होने से पूर्व ही लगातार समीक्षा बैठकों के माध्यम से साफ कर दिया था कि किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।

मेले के दौरान उन्होंने पेयजल, स्वास्थ्य, साफ-सफाई, आवास, सुरक्षा, ट्रैफिक, शौचालयों, गाइडेंस सेंटर आदि की समय-समय पर समीक्षा की और अधिकारियों को现场 जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। हरिद्वार-ऋषिकेश से लेकर बैरागी कैंप तक का सम्पूर्ण इलाका प्रशासन की निगरानी में रहा।

उन्होंने स्थानीय व्यापारियों, होटल व्यवसायियों, वाहन चालकों और स्वयंसेवी संस्थाओं से भी सहयोग की अपील की, जिसका परिणाम रहा कि कहीं कोई लूट-खसोट या अव्यवस्था सामने नहीं आई।

एसएसपी डोभाल का रणनीतिक नेतृत्व: आस्था के बीच सुरक्षा का चक्रव्यूह

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल की अगुवाई में पुलिस विभाग ने हर चुनौती को मौके पर ही खत्म किया
हरकी पैड़ी, कनखल, भीमगौड़ा, चंडीघाट, सप्तऋषि क्षेत्र, ऋषिकेश एवं रुड़की से लेकर नजीबाबाद और मुजफ्फरनगर बॉर्डर तक सुरक्षा का मजबूत घेरा खड़ा किया गया।

प्रमुख कार्यों में शामिल थे:

  • ड्रोन कैमरों से निगरानी
  • संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त फोर्स
  • महिला सुरक्षा के लिए पिंक पेट्रोल यूनिट्स
  • थाना स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम
  • वॉच टावर और सीसीटीवी कवरेज
  • 24×7 गश्त एवं फ्लैग मार्च

एसएसपी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है और इस पर किसी भी स्तर की चूक स्वीकार नहीं की जाएगी। परिणामस्वरूप, न केवल यात्रा शांतिपूर्वक रही बल्कि श्रद्धालुओं ने हर स्तर पर पुलिस की सहायता और तत्परता की प्रशंसा की।

🚦एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा: ट्रैफिक प्रबंधन का उत्कृष्ट मॉडल बना हरिद्वार

जहां करोड़ों श्रद्धालु आ रहे हों, लाखों वाहन हर रोज हरिद्वार में प्रवेश कर रहे हों — वहाँ सबसे बड़ी चुनौती होती है ट्रैफिक। लेकिन एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा ने इस चुनौती को अवसर में बदलते हुए एक आदर्श ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली प्रस्तुत की।

प्रमुख उपलब्धियां:

  • स्पेशल ट्रैफिक एक्शन प्लान-2025 को समय से लागू किया
  • 90 से अधिक स्थानों पर ट्रैफिक व डायवर्जन टीम तैनात की
  • डिजिटल ट्रैफिक मैपिंग, लाइव अपडेट, और साउंड अनाउंसमेंट सिस्टम का उपयोग
  • चारों तरफ से हरिद्वार में प्रवेश करने वाले सभी मार्गों पर ट्रैफिक बफर जोन तैयार
  • ई-रिक्शा, शटल सेवा और पैदल श्रद्धालुओं के लिए गाइडलाइन जारी की
  • रूट मैनेजमेंट में पुलिस, होमगार्ड और पीआरडी का सटीक समन्वय

उनकी कार्यशैली में डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग और फील्ड सुपरविजन प्रमुख रहा। उन्होंने हर दिन फील्ड में रहकर स्वयं निरीक्षण किया, जिससे अधिकारी भी प्रेरित हुए और आमजन को असुविधा नहीं हुई।

लोगों का कहना है कि “2025 की कांवड़ यात्रा में पहली बार ऐसा हुआ जब हरिद्वार में कहीं भी जाम नहीं लगा।” यह स्वयं एसपी ट्रैफिक की सतत निगरानी और प्रभावी निर्णयों का परिणाम था।

स्वच्छता और वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर भी गंभीर प्रशासन

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जानकारी दी कि कांवड़ यात्रा के बाद अब हरिद्वार नगर और कांवड़ पटरी मार्गों पर विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। अगले तीन दिनों तक चलने वाले इस अभियान में नगर निगम, पर्यावरण मित्र, स्वयंसेवी संस्थाएं और मेला नियंत्रण अधिकारी शामिल होंगे।

उन्हें निर्देशित किया गया है कि हर घाट, हर मार्ग और हर ट्रांजिट कैंप को अगले 72 घंटे में पूरी तरह साफ किया जाए, ताकि हरिद्वार की धार्मिक गरिमा और स्वच्छता दोनों यथावत बनी रहे।

जनसहयोग व मीडिया का योगदान भी रहा प्रशंसनीय

प्रशासन ने मीडिया की भूमिका को भी खुले दिल से सराहा। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया ने हर अपडेट को तेजी से जनमानस तक पहुंचाया, जिससे लोगों को मार्गदर्शन मिला और अफवाहों से बचाव हुआ।

साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापार मंडलों, संत समाज, स्वयंसेवकों और आम जनता ने भी प्रशासन का सहयोग किया। यह सामूहिक सहभागिता ही थी, जिसके कारण यह कांवड़ मेला एक मिसाल बन गया।

प्रमुख अधिकारी रहे मौके पर उपस्थित

इस समापन अवसर पर एचआरडीए सचिव मनीष कुमार, उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, एसपी ट्रैफिक जितेंद्र मेहरा, एसपी सदर जितेंद्र चौधरी, एसपी सिटी पंकज गैरोला, अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर, सीओ सिटी शिशुपाल नेगी, सीओ निहारिका सेमवाल, तहसीलदार सचिन कुमार सहित सभी मेला संबंधी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

कांवड़ मेला-2025 केवल श्रद्धा का संगम नहीं था, बल्कि सरकार, प्रशासन, पुलिस, मीडिया और जनता के समन्वय की पराकाष्ठा था। डीएम मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल और एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा की तिकड़ी ने यह प्रमाणित कर दिया कि जब इच्छा, रणनीति और सेवा भाव साथ हों – तब कोई भी आयोजन “मॉडल” बन सकता है।

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