कांवड़ मेला 2025 में एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा की कार्यशैली भी रही सर्वश्रेष्ठ,, भीड़ में अनुशासन और यातायात में संतुलन की मिसाल बने जितेन्द्र मेहरा IPS,, 4 करोड़ 15 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हरिद्वार, फिर भी नहीं दिखा जाम – ट्रैफिक महकमे ने रचा इतिहास

इन्तजार रजा हरिद्वार- कांवड़ मेला 2025 में एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा की कार्यशैली भी रही सर्वश्रेष्ठ,,
भीड़ में अनुशासन और यातायात में संतुलन की मिसाल बने जितेन्द्र मेहरा IPS,,
4 करोड़ 15 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हरिद्वार, फिर भी नहीं दिखा जाम – ट्रैफिक महकमे ने रचा इतिहास
हरिद्वार।
कांवड़ मेला 2025 का सबसे बड़ा आकर्षण श्रद्धा के साथ-साथ यातायात व्यवस्था का अनुशासित और बेहतरीन संचालन भी रहा। इस सफल ट्रैफिक संचालन के नायक बने हैं एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा, जिनकी दूरदृष्टि, सजगता और ज़मीनी अनुभव ने कांवड़ यात्रा को अब तक का सबसे सुरक्षित और व्यवस्थित आयोजन बना दिया।
भीषण गर्मी, चार करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़, लाखों वाहन और लगातार चलती यात्रा—इन सब के बीच भी हरिद्वार में कहीं कोई लंबा जाम न दिखना, एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा की योजना और लीडरशिप का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
बेहतर प्लानिंग, बेहतर रिजल्ट
एसपी ट्रैफिक मेहरा ने कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही ट्रैफिक की सर्जिकल प्लानिंग शुरू कर दी थी। रूट डायवर्जन, बैरिकेडिंग, ड्रोन से निगरानी, ट्रैफिक एप अपडेट, सीसीटीवी से ट्रैकिंग और फील्ड अफसरों की त्वरित रिपोर्टिंग—all systems were go. उन्होंने न केवल ट्रैफिक को मैनेज किया, बल्कि प्रत्येक यात्री की सुविधा का ध्यान रखा।
एक सच्चे लीडर की छवि
जितेन्द्र मेहरा न सिर्फ ऑफिस में बैठकर मॉनिटरिंग कर रहे थे, बल्कि खुद सड़क पर उतरकर मोर्चा संभाले रहे। हर बड़े चौराहे, जाम संभावित स्थल और हाईवे मोनिटरिंग प्वाइंट्स पर उनकी उपस्थिति ने ट्रैफिक स्टाफ और यात्रियों दोनों में आत्मविश्वास भरा।
कांवड़ियों ने जताया आभार
बाहर से आए श्रद्धालुओं ने हरिद्वार ट्रैफिक पुलिस और खासकर एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा की जमकर सराहना की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग कह रहे हैं कि “इतनी भीड़ में भी इतना अनुशासन – यह चमत्कार सिर्फ हरिद्वार पुलिस ही कर सकती है।”
एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा ने मीडिया से बातचीत में कहा:

कांवड़ मेला 2025 में यातायात व्यवस्था जितनी सुव्यवस्थित रही, वह अपने आप में एक मिसाल है। एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र मेहरा ने जिस बारीकी और गंभीरता से इस महायात्रा का ट्रैफिक संचालन किया, वह उत्तराखंड पुलिस के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। ऐसे अफसरों की मौजूदगी पर राज्य को गर्व है।