पिरान कलियर दरगाह गोलक गिनती घोटाले में बड़ा सवाल,, आदेश हुए जारी, लेकिन कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित,, क्या दरगाह पिरान कलियर में हुआ संरक्षण और दबाव का खेल? क्या अब परवान चढ़ेगी गुमनाम कार्यवाही,,या फिर बच निकलेंगे दोषी साबित हुए मुकद्दर के सिकंदर,, या फिर कह दे कि यहां पर भी एक और केश में न्यायालय की लेनी होगी शरण

इन्तजार रजा हरिद्वार- पिरान कलियर दरगाह गोलक गिनती घोटाले में बड़ा सवाल,,
आदेश हुए जारी, लेकिन कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित,,
क्या दरगाह पिरान कलियर में हुआ संरक्षण और दबाव का खेल?
क्या अब परवान चढ़ेगी गुमनाम कार्यवाही,,या फिर बच निकलेंगे दोषी साबित हुए मुकद्दर के सिकंदर,, या फिर कह दे कि यहां पर भी एक और केश में न्यायालय की लेनी होगी शरण

दरगाह पिरान कलियर की गोलक गिनती को लेकर लंबे समय से उठ रहे सवालों और विवादों ने एक बार फिर प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। हाल ही में सामने आए आरटीआई जवाब में यह स्पष्ट हुआ है कि वर्ष 2025 में गोलक गिनती के दौरान हुई गड़बड़ी को लेकर आदेश तो जारी हुए, लेकिन धरातल पर कोई ठोस कार्रवाई आज तक नहीं हो पाई। यही कारण है कि यह पूरा मामला अब ‘कार्रवाई केवल कागजों में’ का खेल बनकर रह गया है।
आखिर क्या था विवाद पढ़ें पुरी पृष्ठभूमि
11 जुलाई 2025 को सावरी गेस्ट हाउस, पिरान कलियर में गोलक गिनती का कार्य चल रहा था। इस दौरान नायब तहसीलदार, अमीन और लेखाकार ने आरोप लगाया कि गिनती स्थल पर मौजूद सुपरवाइजर राव सिकंदर हुसैन ने गिनती की धनराशि में से कुछ रकम उठाकर अपनी जेब में डाल ली। जब अधिकारियों ने उन्हें रोककर तलाशी के लिए कहा तो वे मौके से चले गए। मामला गंभीर होने पर इसकी जानकारी तत्काल एसडीएम रुड़की को दी गई और वक्फ बोर्ड कार्यालय से पत्रांक संख्या 2527 दिनांक 11.07.2025 के तहत सिकंदर हुसैन से स्पष्टीकरण तलब किया गया। उन्होंने 13 जुलाई को अपना जवाब प्रस्तुत किया, जो अधिकारियों के अनुसार “असंतोषजनक” पाया गया। इस पर कार्यवाही की संस्तुति भी की गई।
कार्रवाई को लेकर आदेश हुआ, लेकिन कार्रवाई नहीं
आरटीआई में प्राप्त दस्तावेजों से यह साफ है कि अधिकारियों ने दोषी पाए गए सुपरवाइजर के खिलाफ कठोर कार्रवाई की अनुशंसा की थी। यहां तक कि नायब तहसीलदार और अमीन को भी जांच में शामिल करने का निर्देश दिया गया। बावजूद इसके, धरातल पर आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यानी आदेश जारी जरूर हुए, लेकिन वे फाइलों और कागजों तक सीमित रह गए। न तो दोषियों पर कार्रवाई हुई और न ही गिनती की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए कोई ठोस कदम उठाए गए।
संरक्षण और दबाव की बू…..
सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर आदेश के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
- क्या दोषियों को किसी रसूखदार का संरक्षण प्राप्त है?
- क्या वक्फ बोर्ड या प्रशासनिक अफसरों पर किसी बड़े दबाव के चलते कार्रवाई को रोक दिया गया?
- या फिर पूरी प्रक्रिया को जानबूझकर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया?
यह सवाल केवल गिनती की पारदर्शिता पर नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़ा करता है।
विवाद पहले भी उठ चुका है
गोलक गिनती में गड़बड़ी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी गिनती के दौरान पैसों को लेकर तहसील कर्मियों में विवाद हुआ था, जिसकी वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है। उस समय भी जांच और कार्रवाई की बात कही गई थी, लेकिन परिणाम वही निकला – आदेश सिर्फ कागजों तक सीमित रहे।
जनता और श्रद्धालुओं का विश्वास दांव पर
दरगाह पिरान कलियर एक ऐतिहासिक और आस्था से जुड़ा हुआ स्थान है, जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु चढ़ावा चढ़ाते हैं। इन पैसों का पारदर्शी उपयोग होना चाहिए, लेकिन लगातार उठते विवाद श्रद्धालुओं के विश्वास को चोट पहुंचा रहे हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि जब आदेश होने के बाद भी कार्रवाई न हो, तो यह साफ है कि कोई बड़ा हाथ इस पूरे खेल को रोक रहा है। इससे यह शंका और गहरी हो जाती है कि गोलक गिनती के पैसे कहीं न कहीं गबन या हेरफेर की भेंट चढ़ रहे हैं।
बड़ा सवाल – जवाबदेही कौन लेगा?
अब सवाल यह उठता है कि इस मामले में आखिर जवाबदेही कौन लेगा?
- क्या वक्फ बोर्ड इस पर स्पष्ट रुख अपनाएगा?
- क्या जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा या फिर यह मामला हमेशा की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा?
- और सबसे अहम, श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ करने वालों पर कब तक रहमदिली दिखाई जाएगी?
दरगाह पिरान कलियर की गोलक गिनती का यह मामला केवल धनराशि की हेराफेरी का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह आस्था, पारदर्शिता और प्रशासनिक जवाबदेही से भी जुड़ा हुआ है। आदेशों के बावजूद यदि कार्रवाई न हो, तो यह साफ संकेत है कि कहीं न कहीं दबाव और संरक्षण का खेल चल रहा है। जायरीनों और आम जनता अब यही सवाल कर रही है कि – “आखिर कब तक कार्रवाई का यह खेल सिर्फ कागजों पर ही खेला जाएगा?”