उत्तराखंडएक्सक्लूसिव खबरें

कांवड़ मेला सकुशल सम्पन्न कराने पर हुआ भव्य सम्मान समारोह,, महंत रविंद्र पुरी महाराज ने डीएम-एसएसपी समेत अधिकारियों को किया सम्मानित,, कहा—सीएम धामी के नेतृत्व में इस बार का मेला बना ऐतिहासिक और अनुशासित

इन्तजार रजा हरिद्वार- कांवड़ मेला सकुशल सम्पन्न कराने पर हुआ भव्य सम्मान समारोह,,
महंत रविंद्र पुरी महाराज ने डीएम-एसएसपी समेत अधिकारियों को किया सम्मानित,,
कहा—सीएम धामी के नेतृत्व में इस बार का मेला बना ऐतिहासिक और अनुशासित

हरिद्वार, 25 जुलाई 2025:
श्री मनसा देवी चरण पादुका मंदिर परिसर, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में शुक्रवार को एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें कांवड़ मेला 2025 को शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न कराने में अहम भूमिका निभाने वाले जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल सहित अनेक अधिकारियों को सम्मानित किया गया। यह सम्मान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के संरक्षक श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज द्वारा स्मृति चिह्न एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर प्रदान किया गया।

समारोह में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस वर्ष का कांवड़ मेला ऐतिहासिक रूप से अनुशासित और शांतिपूर्ण रहा। यह प्रशासन, पुलिस, नगर निगम, स्वास्थ्य, सफाई और अन्य विभागों के समर्पित प्रयासों और बेहतरीन तालमेल का परिणाम है। उन्होंने कहा, “हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा रही, जिसमें हम पूरी तरह सफल रहे।” डीएम ने अखाड़ा परिषद के सहयोग और स्नेह के लिए श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज का आभार भी जताया।

एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने अपने वक्तव्य में कहा कि श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज का कांवड़ मेला, कुंभ और चारधाम यात्राओं में हमेशा सकारात्मक मार्गदर्शन और सहयोग मिलता रहा है। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक, सीसीटीवी, ड्रोन, लाइव मॉनिटरिंग आदि के माध्यम से हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी गई। “हरिद्वार में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करना आसान नहीं था, लेकिन पूरी पुलिस टीम ने कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया,” एसएसपी ने बताया।

संतों और अधिकारियों का मिला आशीर्वाद व समर्थन

समारोह के विशिष्ट अतिथि मेयर किरण जैसल ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह गौरव का विषय है कि हरिद्वार ने देश के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक को बिना किसी अव्यवस्था के सम्पन्न कराया। उन्होंने प्रशासन और पुलिस को बधाई दी और कहा कि “यह सफलता पूरे हरिद्वार की है।”

मुख्य वक्ता के रूप में श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने कांवड़ मेले की तैयारियों और प्रबंधन में जो गंभीरता और समर्पण दिखाया, वह अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा, “कांवड़ मेले में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं का आगमन हुआ, लेकिन कोई बड़ी दुर्घटना या अव्यवस्था नहीं हुई। यह अधिकारियों की तत्परता और निष्ठा का प्रमाण है।”

श्रीमहंत ने मंच से सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को साधुवाद देते हुए आशा जताई कि भविष्य में भी इसी तरह समन्वय और सेवा भावना के साथ कार्य किया जाएगा। उन्होंने विशेष रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कार्यशैली की सराहना करते हुए उन्हें “श्रद्धालु हितों के सच्चे संरक्षक” की उपाधि दी।

मंच पर दिखा संतों और प्रशासन का समन्वय

समारोह का संचालन एस.एम.जे.एन. पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा ने प्रभावशाली रूप से किया। कार्यक्रम में अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी और वरिष्ठ संतगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। मंच पर श्रीमहंत रामरतन गिरी (सचिव, अखाड़ा परिषद), महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि, श्रीमहंत राजगिरि, ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल शर्मा आदि संतों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

इन अधिकारियों को किया गया सम्मानित

कार्यक्रम में पुलिस, प्रशासन, निगम और स्वास्थ्य विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:

  • एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह
  • एचआरडीए सचिव मनीष सिंह
  • एमएनए नंदन कुमार
  • एडीएम (प्रशासन) दीपेंद्र सिंह नेगी
  • एडीएम (वित्त एवं राजस्व) एफ.आर. चौहान
  • सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान
  • सेनानायक पीएसी सुरजीत सिंह पंवार
  • एसपी क्राइम जितेंद्र मेहरा
  • एसपी सिटी पंकज गैरोला
  • एसपी जीआरपी तृप्ति भट्ट
  • एसडीएम जितेंद्र सिंह
  • सीएमओ डॉ. आर.के. सिंह
  • कोतवाली प्रभारी रितेश शाह
  • एसआई अमरजीत सिंह

श्रद्धालुओं का धन्यवाद और प्रशासन का आत्मबल

समारोह के समापन पर सभी उपस्थित संतों और गणमान्य व्यक्तियों ने संकल्प लिया कि हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा को सदैव सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
डीएम, एसएसपी और अन्य अधिकारियों ने इस सम्मान को टीम भावना का प्रतीक बताते हुए कहा कि “यह सम्मान सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरी प्रशासनिक और पुलिस टीम का है। यह हमें आगे और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा देता है।”

इस भव्य आयोजन के माध्यम से हरिद्वार ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि श्रद्धा, सेवा और समर्पण के समन्वय से हर आयोजन को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है।

Related Articles

Back to top button