डीजीपी के निर्देशन में शव शिनाख्त अभियान जारी,, हरिद्वार पुलिस ने की अज्ञात शवों की शिनाख्त,, महिला शव की पहचान बनी बड़ी सफलता

इन्तजार रजा हरिद्वार- डीजीपी के निर्देशन में शव शिनाख्त अभियान जारी,,
हरिद्वार पुलिस ने की अज्ञात शवों की शिनाख्त,,
महिला शव की पहचान बनी बड़ी सफलता
हरिद्वार, 04 सितंबर 2025।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार के आदेश पर एवं डीजीपी के निर्देशन में चलाए जा रहे “अज्ञात शव शिनाख्त/गुमशुदा तलाश अभियान” के तहत पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसपी क्राइम के नेतृत्व में गठित विशेष टीम और सीओ नोडल शव शिनाख्त टीम की मेहनत से दो पुरुषों और एक महिला के शव की पहचान की गई। इनमें सबसे महत्वपूर्ण सफलता बहादराबाद में मिली महिला शव की पहचान रही, जिसकी गुमशुदगी का मामला लंबे समय से लंबित था।
महिला शव की पहचान बनी अहम कड़ी
थाना बहादराबाद क्षेत्र में 02 जून 2023 को एक महिला का अज्ञात शव बरामद हुआ था। शव शिनाख्त टीम ने इसका मिलान जनपद में दर्ज गुमशुदगी मामलों से किया। जांच में यह शव कोतवाली कनखल में दर्ज गुमशुदगी संख्या 36/23 से मेल खाता पाया गया। वादी तेजपाल निवासी शुभम विहार कॉलोनी, कनखल ने पुलिस से संपर्क कर पुष्टि की कि शव उनकी पुत्री अनुष्का (उम्र 22 वर्ष) का है। तेजपाल ने मायापुर स्थित शव शिनाख्त कार्यालय पहुंचकर भी पहचान की पुष्टि की।
अन्य दो शवों की भी हुई पहचान
- पहला मामला कोतवाली रानीपुर का है, जहां 7 अगस्त 2025 को मिले एक अज्ञात शव की शिनाख्त हरियाणा के जींद जिले निवासी आनंद कुमार (पुत्र इंदर सिंह) के रूप में की गई। मृतक की पहचान उसके भाई राहुल कुमार और परिजनों ने की।
- दूसरा मामला थाना बहादराबाद का है, जहां 12 जून 2025 को मिले एक पुरुष शव को परिजनों ने राजेश कुमार राजपूत (उम्र 40 वर्ष) निवासी नगला चौधरपुर, हरदोई के रूप में पहचाना। राजेश काफी समय से लापता था और नशे की लत से जूझ रहा था।
पुलिस टीम की सराहना
अज्ञात शवों की पहचान में जुटी टीम में इंस्पेक्टर विजय कुमार, एसआई नंदकिशोर, कांस्टेबल अजयराज सिंह, खीम सिंह, राजीव बिष्ट, महेंद्र सिंह, राजेश डोभाल और रघुवीर सिंह शामिल रहे। उनकी लगन और लगातार प्रयासों से परिजनों को अपने लापता परिजनों की जानकारी मिल सकी।
डीजीपी के अभियान को मिली सफलता
हरिद्वार पुलिस ने कहा कि डीजीपी के मार्गदर्शन में चल रहा यह अभियान अज्ञात शवों की पहचान और गुमशुदा लोगों की तलाश में अहम साबित हो रहा है। इससे न सिर्फ परिजनों को न्याय मिल रहा है बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर जनता का विश्वास भी मजबूत हो रहा है।
👉 यह सफलता दर्शाती है कि पुलिस का यह अभियान सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं बल्कि जमीनी स्तर पर वास्तविक परिणाम दे रहा है।