हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर दर्दनाक हादसा,, रोडवेज बस हाइड्रा/जेसीबी से टकराई — आठ यात्री घायल, चालक की हालत गंभीर,, बिना चेतावनी बोर्ड छोड़ी मशीन बनी हादसे की वजह — बहादराबाद पुलिस ने शुरू की जांच!

इन्तजार रजा हरिद्वार- हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर दर्दनाक हादसा,,
रोडवेज बस हाइड्रा/जेसीबी से टकराई — आठ यात्री घायल, चालक की हालत गंभीर,,
बिना चेतावनी बोर्ड छोड़ी मशीन बनी हादसे की वजह — बहादराबाद पुलिस ने शुरू की जांच!
हरिद्वार, 15 अक्टूबर 2025
दिल्ली-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार देर रात बड़ा सड़क हादसा हो गया। बहादराबाद थाना क्षेत्र के बढेड़ी राजपूताना और पतंजलि क्षेत्र के बीच उत्तर प्रदेश रोडवेज की एक बस तेज रफ्तार में सड़क किनारे खड़ी हाइड्रा/जेसीबी मशीन से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस हरिद्वार से दिल्ली की ओर जा रही थी। हाईवे किनारे निर्माण कार्य के लिए खड़ी एक जेसीबी मशीन बिना किसी चेतावनी संकेत या रिफ्लेक्टर के छोड़ दी गई थी। अंधेरे और तेज रफ्तार के कारण चालक को मशीन दिखाई नहीं दी, जिससे बस सीधे टकरा गई। हादसे के बाद हाईवे पर अफरातफरी का माहौल बन गया। कई यात्री बस के अंदर फंस गए, जिन्हें निकालने में पुलिस और स्थानीय लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
आठ यात्री घायल, चालक के दोनों पैर टूटे
टक्कर में बस चालक सहित आठ यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। चालक के दोनों पैरों में गंभीर चोटें आई हैं। बहादराबाद पुलिस मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को 108 एंबुलेंस सेवा की मदद से नजदीकी अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है। पुलिस ने क्षतिग्रस्त बस और मशीन को हटवाकर यातायात सुचारू कराया। हादसे के समय बस में करीब 30 यात्री सवार थे। कई को हल्की चोटें आईं, जबकि गंभीर रूप से घायल यात्रियों में से तीन को हायर सेंटर रेफर किया गया है।
निर्माण एजेंसी पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों ने बताया कि हाईवे पर निर्माण कार्य के दौरान जगह-जगह भारी मशीनें खड़ी रहती हैं, लेकिन रात में चेतावनी बोर्ड, रिफ्लेक्टर और लाइटिंग की व्यवस्था नहीं होती। यह हादसा भी ठेकेदार की लापरवाही का नतीजा बताया जा रहा है।
थाना प्रभारी बहादराबाद ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में निर्माण कार्य में लापरवाही की पुष्टि हुई है। मशीन को सड़क किनारे अंधेरे में बिना संकेत छोड़ा गया था। पुलिस ने हादसे के लिए जिम्मेदार ठेकेदार की पहचान शुरू कर दी है। दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल
यह हादसा एक बार फिर हाईवे पर सुरक्षा मानकों की पोल खोलता है। हरिद्वार-दिल्ली मार्ग पर कई जगह निर्माण कार्य चल रहे हैं, लेकिन चेतावनी संकेतों की भारी कमी है। लोगों ने मांग की है कि रात के समय कार्यस्थलों पर पर्याप्त लाइटिंग और साइन बोर्ड लगाए जाएं, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पुलिस की तत्परता से बची कई जानें:
पुलिस और 108 टीम ने समय रहते मौके पर पहुंचकर घायलों को बाहर निकाला, जिससे बड़ा हादसा टल गया। फिलहाल सभी घायलों का इलाज जारी है और पुलिस दुर्घटना की पूरी जांच में जुटी है।