अपराधउत्तराखंडएक्सक्लूसिव खबरेंदेहारादूनधर्म और आस्थापॉलिटिकल तड़काप्रशासनस्पोर्ट्सस्वास्थ्य

खेलों की शक्ति से संवरता उत्तराखण्ड, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में खेल संस्कृति को नया आयाम, ‘सशक्त उत्तराखण्ड @ 25’ का सपना खेलभूमि से हो रहा साकार

इन्तजार रजा हरिद्वार-  खेलों की शक्ति से संवरता उत्तराखण्ड,
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में खेल संस्कृति को नया आयाम,
‘सशक्त उत्तराखण्ड @ 25’ का सपना खेलभूमि से हो रहा साकार

उत्तराखण्ड, जहां एक ओर हिमालय की ऊंचाइयों से श्रद्धा और संस्कृति की धारा बहती है, वहीं अब यह धरती खेलों की शक्ति से भी नई पहचान बना रही है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में खेल संस्कृति को मजबूती से बढ़ावा मिल रहा है। ‘सशक्त उत्तराखण्ड @ 25’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए सरकार युवाओं को खेलों के माध्यम से आगे बढ़ाने में जुटी है।

खिलाड़ियों के लिए बना नया आधारभूत ढांचा
प्रदेश सरकार ने खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा देने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। देहरादून, हल्द्वानी, रुद्रपुर, श्रीनगर और हरिद्वार जैसे शहरों में आधुनिक स्टेडियम, सिंथेटिक ट्रैक, इनडोर हॉल और कोचिंग सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। खेल विभाग को बजटीय बढ़ोतरी के साथ-साथ मिशन मोड में योजनाएं लागू की जा रही हैं ताकि प्रतिभाएं गांव-गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंच सकें।

खेल नीति 2021 बनी बदलाव की नींव
मुख्यमंत्री धामी के कार्यकाल में लागू हुई उत्तराखण्ड की नई खेल नीति 2021 ने युवाओं में नई ऊर्जा भरी है। इस नीति के तहत खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरियों में आरक्षण, स्कॉलरशिप और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं की तैयारी के लिए विशेष सहायता दी जा रही है। स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की दिशा में भी ठोस प्रयास हो रहे हैं।

महिलाओं और ग्रामीण खिलाड़ियों को मिल रहा बढ़ावा
राज्य सरकार का विशेष जोर ग्रामीण क्षेत्रों और महिला खिलाड़ियों को मुख्यधारा में लाने पर है। मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत चयनित खिलाड़ियों को प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जा रही है। बालिका खेल छात्रावासों की स्थापना और स्कूल स्तर पर खेलों को अनिवार्य बनाना, खेलों को सामाजिक विकास से जोड़ने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है।

राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंच पर उत्तराखण्ड की धमक
बीते वर्षों में उत्तराखण्ड के कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश का नाम रोशन किया है। चाहे वह तीरंदाजी हो, बॉक्सिंग, कुश्ती, क्रिकेट या एथलेटिक्स—हर क्षेत्र में उत्तराखण्ड के होनहार खिलाड़ी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। मुख्यमंत्री स्वयं खिलाड़ियों से संवाद करते हैं, उन्हें प्रोत्साहित करते हैं और पुरस्कारों से नवाजते हैं।

उत्तराखण्ड अब केवल तीर्थों और पर्यटन की भूमि नहीं, बल्कि खेलभूमि के रूप में भी उभर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दृढ़ इच्छाशक्ति और दूरदर्शी सोच ने खेलों को विकास के एजेंडे का अहम हिस्सा बना दिया है। आने वाले वर्षों में ‘सशक्त उत्तराखण्ड @ 25’ का सपना इन्हीं खिलाड़ियों की मेहनत और सरकार की नीतियों से साकार होता दिख रहा है।

Related Articles

Back to top button
× Contact us