मासूमियत का कत्ल: हरिद्वार में चार साल की बच्ची की हत्या से कोहराम, रेलवे टनल में मिला शव, दुष्कर्म की भी आशंका, संदिग्ध सूरज फरार, झुग्गियों में रह रहे बाहरी तत्वों पर उठे सवाल, पुलिस पर दबाव बढ़ा

इन्तजार रजा हरिद्वार- मासूमियत का कत्ल: हरिद्वार में चार साल की बच्ची की हत्या से कोहराम,
रेलवे टनल में मिला शव, दुष्कर्म की भी आशंका, संदिग्ध सूरज फरार,
झुग्गियों में रह रहे बाहरी तत्वों पर उठे सवाल, पुलिस पर दबाव बढ़ा
हरिद्वार, 16 मई 2025 –
हरिद्वार के रोड़ी बेलवाला क्षेत्र की एक झुग्गी बस्ती से लापता हुई चार साल की बच्ची की हत्या ने समूचे जनपद को हिलाकर रख दिया है। 13 मई की शाम रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हुई मासूम की लाश शुक्रवार सुबह हरकी पैड़ी के पास रेलवे टनल में मिली। शव मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई और पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। बच्ची के पिता ने खुद शव को ढूंढकर पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि वे लगातार बेटी की तलाश कर रहे थे और जब रेलवे टनल के पास पहुंचे तो एक कोने में मासूम की लाश देखकर उनके होश उड़ गए। शव की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि बच्ची की गला घोंटकर हत्या की गई है।
दुष्कर्म की भी आशंका, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
हरिद्वार सीओ सिटी शिशुपाल सिंह नेगी ने पुष्टि की है कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में गला घोंटकर हत्या किए जाने की बात सामने आई है, लेकिन पुलिस को दुष्कर्म की भी आशंका है। अंतिम पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगी।
साथ रहने वाला संदिग्ध सूरज फरार, पहचान में बाधा बना बिग
बच्ची के परिवार के अनुसार, झुग्गी बस्ती में एक व्यक्ति सूरज नाम का युवक भी पिछले कुछ समय से उनके साथ रह रहा था। घटना के दिन से ही वह गायब है। पुलिस को शक है कि वही इस जघन्य अपराध में शामिल हो सकता है। उसके हुलिए की जानकारी देते हुए बताया गया है कि वह गंजा है और गंजापन छिपाने के लिए अक्सर बिग (नकली बालों का विग) पहनता है।
हरिद्वार पुलिस ने संदिग्ध सूरज की तलाश में टीमें गठित कर दी हैं। साथ ही आम नागरिकों से अपील की गई है कि अगर किसी को उक्त व्यक्ति के बारे में कोई सूचना मिले तो निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क करें:
- प्रभारी कोतवाली नगर हरिद्वार – 9411112827
- कंट्रोल रूम हरिद्वार – 9411112973
- विवेचक – 9410707878
स्थानीयों में उबाल, झुग्गियों में बाहरी लोगों की पहचान जरूरी
घटना के बाद स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि झुग्गी बस्तियों में अक्सर बाहरी और संदिग्ध लोग आकर रहने लगते हैं, जिनकी कोई पुलिस जांच नहीं होती। इसी वजह से अपराध की आशंका और भी बढ़ जाती है। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि झुग्गियों में रहने वाले सभी बाहरी लोगों की गहन पुलिस जांच हो और पहचान पत्र अनिवार्य किया जाए।
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने कहा कि बच्ची के लापता होते ही पुलिस ने तलाश शुरू कर दी थी और अब हत्या के आरोपित की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषी को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाई जाएगी।
समाज के लिए चेतावनी और प्रश्न
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए हमारी व्यवस्थाएं कितनी सजग और जिम्मेदार हैं। क्या झुग्गियों, अस्थायी बस्तियों और शहरी गरीब बस्तियों में रहने वालों की सुरक्षा की गारंटी कोई लेगा? क्या ऐसे बाहरी तत्वों की पहचान और निगरानी के लिए कोई ठोस व्यवस्था होगी?चार साल की मासूम की मौत केवल एक परिवार का दुख नहीं, यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। जब तक समाज और व्यवस्था दोनों मिलकर बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं देंगे, तब तक ऐसे हादसे हमें झकझोरते रहेंगे।
हरिद्वार की इस वीभत्स घटना ने इंसानियत को कठघरे में खड़ा कर दिया है। अब सवाल यही है कि क्या पुलिस इस मामले का जल्द खुलासा कर सकेगी? क्या मासूम को इंसाफ मिलेगा? और क्या प्रशासन भविष्य में ऐसे दर्दनाक हादसों को रोकने के लिए कुछ ठोस कदम उठाएगा?