अपराधअफवाहअलर्टआपदाइन्वेस्टिगेशनउत्तराखंडएक्सक्लूसिव खबरेंऑपरेशन कालनेमिजनसुनवाईदेहारादूनधर्म और आस्थानिरीक्षणपरिवहनपॉलिटिकल तड़काप्रतिबंधितप्रदर्शनप्रशासन

“नो हेलमेट–नो फ्यूल” अभियान की शुरुआत,, रुड़की में बिना हेलमेट पेट्रोल नहीं — SP देहात, ARTO और यातायात पुलिस की संयुक्त पहल,, “आपकी सुरक्षा, आपका हेलमेट” — सड़क सुरक्षा को नई दिशा देने की तैयारी

इन्तजार रजा हरिद्वार-“नो हेलमेट–नो फ्यूल” अभियान की शुरुआत,,
रुड़की में बिना हेलमेट पेट्रोल नहीं — SP देहात, ARTO और यातायात पुलिस की संयुक्त पहल,,
“आपकी सुरक्षा, आपका हेलमेट” — सड़क सुरक्षा को नई दिशा देने की तैयारी

रुड़की।
हरिद्वार जनपद में सड़क सुरक्षा को लेकर पुलिस और परिवहन विभाग ने एक नई मुहिम की शुरुआत की है — “नो हेलमेट, नो फ्यूल”। यानी अब यदि कोई दोपहिया चालक बिना हेलमेट पेट्रोल पंप पहुंचेगा, तो उसे ईंधन नहीं मिलेगा। जिलाधिकारी हरिद्वार एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर, पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक के पर्यवेक्षण में यह अभियान रुड़की शहर में औपचारिक रूप से शुरू कर दिया गया है।

🚨 अभियान का शुभारंभ — पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त पहल

शनिवार को रुड़की के गणेशपुर स्थित शिखा पेट्रोल पंप से इस अभियान का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में SP देहात शेखर चंद सुयाल, ARTO कृष्ण पलाडिया और TI संदीप सिंह नेगी ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर इस पहल की शुरुआत की।
अभियान के दौरान अधिकारियों ने पेट्रोल पंप कर्मियों को निर्देश दिए कि वे बिना हेलमेट आने वाले दोपहिया चालकों को पेट्रोल या डीज़ल न दें और उन्हें हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करें।

पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) हरिद्वार ने बताया कि,

“यह पहल केवल रुड़की तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि जल्द ही हरिद्वार शहर सहित पूरे जनपद में इस अभियान को विस्तार दिया जाएगा। हमारा लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु दर को कम करना और नागरिकों को हेलमेट की अहमियत का वास्तविक संदेश देना है।”

🛵 “हेलमेट नहीं तो फ्यूल नहीं” — सख्ती के साथ जागरूकता

इस अभियान के तहत अब हर पेट्रोल पंप पर ‘नो हेलमेट, नो फ्यूल’ का बोर्ड लगाया जाएगा। परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम पेट्रोल पंपों का नियमित निरीक्षण भी करेगी ताकि नियमों का कड़ाई से पालन हो सके।

ARTO कृष्ण पलाडिया ने बताया कि,

“हेलमेट पहनना किसी भी व्यक्ति के जीवन की सुरक्षा के लिए सबसे पहला कदम है। अक्सर लोग छोटी दूरी या जल्दबाज़ी में हेलमेट को नज़रअंदाज़ करते हैं, लेकिन दुर्घटना का जोखिम दूरी नहीं देखता। हमारा प्रयास है कि हर व्यक्ति हेलमेट को बोझ नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा कवच समझे।”

SP देहात शेखर चंद सुयाल ने इस अवसर पर कहा —

“सड़क सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है। यदि हम खुद सतर्क रहें और नियमों का पालन करें, तो हादसों को काफी हद तक टाला जा सकता है। ‘नो हेलमेट, नो फ्यूल’ अभियान इसी सोच का हिस्सा है — आपकी सुरक्षा, आपका हेलमेट।”

👮 अभियान की निगरानी और जनता की सहभागिता

पुलिस विभाग ने बताया कि शहर के सभी प्रमुख पेट्रोल पंपों पर ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग की टीमें समय-समय पर निगरानी रखेंगी। इसके अलावा, आम जनता से भी अपील की गई है कि वे इस मुहिम में सहयोग करें और बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों को समझाएं।

TI संदीप सिंह नेगी ने कहा,

“यह केवल एक नियम नहीं, बल्कि जीवन बचाने की मुहिम है। हेलमेट पहनना कानून की बाध्यता से अधिक, खुद की जिम्मेदारी है। हम चाहते हैं कि रुड़की शहर एक आदर्श उदाहरण बने जहां हर दोपहिया चालक हेलमेट पहनकर ही सड़क पर निकले।”

अभियान के पहले ही दिन कई पेट्रोल पंपों पर लोगों को बिना हेलमेट ईंधन देने से रोका गया। कुछ जगहों पर चालान भी काटे गए, जबकि अधिकतर लोगों ने खुद आगे बढ़कर हेलमेट पहनने का संकल्प लिया।

🧠 सड़क सुरक्षा की दिशा में ठोस कदम

हरिद्वार जनपद में बीते वर्षों में हुई सड़क दुर्घटनाओं का विश्लेषण बताता है कि दोपहिया चालकों की मृत्यु दर में 60 प्रतिशत से अधिक हादसे सिर की चोटों से हुए। ऐसे में हेलमेट पहनने की आदत ही इस स्थिति को सुधार सकती हैयह अभियान जनता में जागरूकता पैदा करेगा और नियमों का पालन सुनिश्चित करेगा। प्रशासन का कहना है कि आने वाले दिनों में “नो सीट बेल्ट, नो मूव” जैसी पहलें भी चलाई जा सकती हैं।

✳️ “आपकी सुरक्षा – आपका हेलमेट”

अभियान का नारा — “आपकी सुरक्षा, आपका हेलमेट” — लोगों के बीच जागरूकता का प्रतीक बन गया है। विभागों की संयुक्त टीम स्कूलों, कॉलेजों और बाजारों में जाकर लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करेगी।

इस अवसर पर पुलिस एवं परिवहन विभाग की टीम ने आमजन से अपील की —

“हेलमेट पहनना केवल जुर्माने से बचने का उपाय नहीं, बल्कि आपके परिवार के जीवन की सुरक्षा का वचन है। जिम्मेदार नागरिक बनिए और दूसरों को भी प्रेरित कीजिए।”

रुड़की में शुरू हुआ “नो हेलमेट–नो फ्यूल” अभियान केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन की दिशा में उठाया गया मजबूत कदम है। अब हर पेट्रोल पंप सुरक्षा का संदेश देगा और हर हेलमेट एक परिवार की मुस्कान सुरक्षित रखेगा।

कह सकते हैं — “सड़क सुरक्षा की शुरुआत आपके सिर से होती है, और इसका कवच है — आपका हेलमेट।” 🚴‍♂️

Related Articles

Back to top button