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अब आसान नहीं नशे से कमाए पैसों से खड़ा करना महल, N.C.B. ने सिखाए नशा कारोबारियों की अवैध संपत्ति जब्त करने के गुर

इन्तजार रजा हरिद्वार- अब आसान नहीं नशे से कमाए पैसों से खड़ा करना महल, N.C.B. ने सिखाए नशा कारोबारियों की अवैध संपत्ति जब्त करने के गुर

हरिद्वार, 21 अप्रैल 2025। जनपद हरिद्वार में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (N.C.B.) के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आज सफलतापूर्वक समापन हुआ। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की उपस्थिति में समापन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों से आए लगभग 100 पुलिस अधिकारियों ने सहभागिता की।

शिविर का उद्देश्य मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े मामलों में गहन और ठोस विवेचना सुनिश्चित करना, न्यायालय में ठोस साक्ष्य प्रस्तुत करना, तथा नशा तस्करी से अर्जित अवैध संपत्तियों को कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से जब्त करने की रणनीतियों पर प्रशिक्षकों द्वारा आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करना था।

समापन समारोह में SSP डोबाल ने प्रशिक्षण टीम का नेतृत्व कर रहे SP विरेंद्र सिंह सहित N.C.B. की टीम के सभी प्रशिक्षकों को मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने प्रशिक्षण की गुणवत्ता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे शिविर समय-समय पर आयोजित होते रहने चाहिए ताकि नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई में अधिक प्रभावशीलता लाई जा सके।

व्यापक सहभागिता, गहन प्रशिक्षण

इस प्रशिक्षण शिविर में उपनिरीक्षक (SI) स्तर से लेकर पुलिस अधीक्षक (SP) स्तर तक के अधिकारियों ने सहभागिता की। तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण में N.C.B. की टीम ने मादक पदार्थ बरामदगी की स्थिति में पालन की जाने वाली कानूनी प्रक्रियाएं, साक्ष्य संकलन की वैज्ञानिक विधियां, केस डायरी की गुणवत्ता में सुधार, तथा कोर्ट में प्रभावी प्रस्तुति जैसे विषयों पर गहन जानकारी साझा की।

गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और संपत्ति जब्ती की रणनीति पर जोर

शिविर में विशेष रूप से गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट जैसे कानूनी प्रावधानों के तहत नशा तस्करों पर प्रभावी कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया। इसके अतिरिक्त, नशा बेचकर अर्जित की गई चल-अचल संपत्तियों को ट्रैक कर जब्ती की प्रक्रिया को कानूनी रूप से कैसे अंजाम दिया जाए, इस पर भी विस्तृत चर्चा की गई।

SSP प्रमेन्द्र सिंह डोबाल का संदेश

समापन अवसर पर बोलते हुए SSP डोबाल ने कहा,
“अब वो समय नहीं रहा जब नशा बेचने वाले अपराधी इन पैसों से आलीशान बंगले और महंगे वाहन खरीदकर खुलेआम घूमते थे। अब हमारी प्राथमिकता है—केवल गिरफ्तारी नहीं, बल्कि उनके पूरे नेटवर्क और संपत्ति पर प्रभावी कार्रवाई। ऐसे प्रशिक्षण शिविर हमारे अधिकारियों को कानूनी और तकनीकी दृष्टिकोण से सशक्त बनाते हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसे और भी शिविर आयोजित किए जाएंगे ताकि हर स्तर के अधिकारी अद्यतन विधिक और तकनीकी जानकारी से लैस रहें।

वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति

समापन समारोह के दौरान SP क्राइम/ट्रैफिक जितेन्द्र मैहरा, SP सिटी पंकज गैरोला, SP देहात शेखर चंद्र सुयाल सहित जनपद में तैनात अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने प्रशिक्षण टीम का आभार व्यक्त किया और इस पहल की सराहना की।

N.C.B. की भूमिका

N.C.B. टीम द्वारा दिए गए निर्देशों ने साफ कर दिया कि अब केवल मादक पदार्थों की बरामदगी पर ही नहीं, बल्कि पूरे तंत्र—जांच, साक्ष्य संकलन, आरोप पत्र, एवं आर्थिक लाभ की जब्ती—पर जोर देने की आवश्यकता है। प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को केस स्टडीज, उदाहरणों और सत्र आधारित व्याख्यानों के माध्यम से शिक्षित किया गया।

तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर ने यह स्पष्ट कर दिया कि नशे के कारोबार से लड़ाई अब केवल धरपकड़ तक सीमित नहीं है। यह एक व्यापक और रणनीतिक युद्ध है जिसमें जांच अधिकारी, कानूनी विशेषज्ञता, और सम्पत्ति जब्ती जैसी विधिक प्रक्रिया का संयोजन आवश्यक है। ऐसे में N.C.B. का यह प्रयास सराहनीय है और इसकी पुनरावृत्ति भविष्य में मादक पदार्थ नियंत्रण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

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